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आपका सवाल है क्या आपको लगता है कि आपका कर्नाटक चुनाव लड़ने का विचार अच्छा है लेकिन लोकतंत्र में कोई भी चुनाव लड़ सकता है किसी भी स्टेट के चुनाव लड़ सकता है आम आदमी पार्टी दिल्ली में सत्ता में है आम आदमी पार्टी ने पंजाब में चुनाव लड़ा था पंजाब में आम आदमी पार्टी की हार हुई थी अभी तक आम आदमी पार्टी किसी दूसरे स्टेट में अपना जलवा नहीं दिखा पाई है अगर कर्नाटका में आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ना चाहती है कि अच्छी बात है क्योंकि लोकतंत्र में जब कंपटीशन होगा तभी विकास का कार्य अच्छी गति से होगा अगर अच्छी नियत से अच्छी नीति से आम आदमी पार्टी कर्नाटका में चुनाव लड़ती है तो हो सकता है कि कांग्रेस पार्टी को यह पीछे छोड़ दे हो सकता है कि वहां के लोकल पार्टी को आम आदमी पार्टी पीछे छोड़ दे लेकिन मैं आपको बता देना चाहता हूं कर्नाटका में भारतीय जनता पार्टी एक ऐसी पार्टी है जो आगे भी सत्ता में आएगी क्योंकि वहां बीजेपी की बहुत जरूरत है वहां पर बीजेपी विकास का कार्य तेज गति से कर सकती है दूसरी पॉलिटिकल पार्टियां हैं इन्हें अपनी झोली भरने से मतलब है लेकिन बीजेपी का शासन कुछ अलग तरीके का है बीजेपी के नेता देश को सर्वोच्च स्थान पर रखते हैं वह अपना पूरा जीवन देश के लिए पाते हैं मैक्सिमम नेता बीजेपी के देश के लिए समर्पित होने वाले नेता है इसलिए कोई भी चुनाव लड़े लेकिन जीतेगी बीजेपी है धन्यवाद
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2014 में जो आम आदमी पार्टी है उसमें लोक सभा के दौरान करीब करीब पूरे देश में इलेक्शन लड़ा था | और उस समय उनकी मंशा यह थी कि शायद वह एक ही बार में पूरे देश पर शासन करने लगेंगे | लेकिन जिस तरीके से इन के नेताओं की हार हुई उसके बाद से इनका मनोबल टूट गया | और फिर उन्होंने दिल्ली पर कंसंट्रेट की ओर दिल्ली में इनकी सरकार भी बनी| लेकिन अब धीरे-धीरे करके लोगों को ये समझ में आ गया है कि जो भी केजरीवाल साहब क्लेम किया करते थे गुड गवर्नेंस की, या जो भी इंप्रूवमेंट की उसमे कुछ बहुत ज्यादा दम है नहीं| और इस वजह से आने वाले समय में जैसे कि आप ने पंजाब में देखा कि इनकी काफी तीसरे नंबर पर रहे | और उसके बाद में फिर जो है वह गुजरात में तो बहुत ही बुरी हालत हुई| कई जगह पर तो उनको डबल डिजिट में नंबर मिले| और इसलिए फ़िर कर्नाटक में इनका जो लड़ने जो इनका प्रयास है, उस में भी मुझे नहीं लगता कि उनको कोई बहुत ज्यादा कामयाबी मिलने वाली है| बल्कि इनके लिए उचित ये रहेगा की ये किसी पोलिटिकल अलायन्स के साथ में इक शामिल हो| और उसके साथ मिलके कुछ लिमिटेड सीटो में से चुनाव लडें| जैसे कांग्रेस के साथ ही अपने गठबंधन बना सकते हैं और उसके साथ में कुछ सीटों पर इलेक्शन लड़ सकते हैं क्योंकि अपने दम पर अगर ये वहां पर इलेक्शन लड़ेंगे तो मुझे नहीं लगता कि उनको कोई वहां पर विजय होने की प्राप्ति होगी और इससे इनका मनोबल ही घटेगा|
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आप अगर कर्नाटक चुनाव में लड़की है तो बुरी तरह हारेगी उसका माता कोई जनाधार नहीं है और यह उसका विचार गलत और भ्रम बोलना है
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आम आदमी पार्टी एक राजनीतिक पार्टी है और राजनीतिक पार्टियों का उद्देश्य चुनाव में भाग लेकर सत्ता पर कब्जा करना ही होता है आप देखेंगे कि दिल्ली के काम में आपको फिर से सफलता मिली है और जिसके बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा हुआ है और निश्चित रूप से यह पार्टी चाहेगी वह केवल दिल्ली तक ही सीमित ना रहे उसका विस्तार जाए अन्य प्रांतों में हो और दीदी से एक राष्ट्रीय पार्टी बनकर सामने आए इसके लिए चरणबद्ध ढंग से काम करना होगा तो यह कहा जा सकता है कि कर्नाटक में चुनाव लड़ने का विचार एक अच्छा विचार है आम आदमी पार्टी का लेकिन उन्हें इस काम को करना चाहिए
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विकी प्रश्न है कि आपको लगता है कि आपका कर्नाटक चुनाव लड़ने का विचार अच्छा है आप आज के समय में देख रहे हो एक इमर्जिंग पार्टी के रूप में आ रही है भर्ती हुई पार्टी है आप दिल्ली जैसे प्रदेश में जहां से पूरे देश का शासन प्रशासन चलता है दिल्ली देश की धड़कन है वहां पर आपने जिस तरीके से एक जीत हासिल की है इससे यह स्पष्ट साबित होता है कि वास्तव में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के द्वारा वास्तव में वहां की दिल्ली की जनता का दिल जीता है उन्होंने वास्तव में काम किया है और यही कारण है कि उनको इतनी बहुमत से दोबारा मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला है तो जाहिर सी बात है कि जब हम किसी को एक लंबे समय तक उनके कार्यों को देखते हैं उनकी राष्ट्रपति लगाव और जनता के प्रति उनका जो रुझान है और जनता का उसके प्रति रुझान है जनता का मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रति जो रुझान है यह देखने से यह स्पष्ट होता है कि वास्तव में आप ही कच्ची पार्टी हो सकती है आपकी शासन-प्रशासन की प्रतीक है तू अगर कोई भी पार्टी कहीं पर भी जिस तरीके से इलेक्शन लड़ने चाहती है और लड़ रही है तो इसमें कोई बुराई नहीं है क्योंकि हर व्यक्ति अपना भाग्य आजमाना चाहता है तो यदि आप का नाटक में चुनाव लड़ने के लिए आ रही है तो आपके लिए शुभ संकेत है यह तो कर्नाटक की भौगोलिक राजनीतिक और वहां की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि तय करेगी कि कौन वहां का विजेता होगा और किस प्रकार से आप का नाटक में सफल हो पाएगी या नहीं हो पाएगी यह तो वहां की परिस्थिति और वहां की जो सामरिक स्थिति होगी पारिस्थितिक और सामरिक स्थिति इस बात को तय करेगी कि क्या अब चुनाव जीतेगी या नहीं तो आपको अपना भाग्य सुनाने में कोई बुराई नहीं है आपका निर्णय है उसे कर्नाटक में जाकर इलेक्शन लड़ना चाहिए धन्यवाद
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डीके आम आदमी पार्टी का कर्नाटक चुनाव लड़ने का विचार कैसा है कैसा नहीं यह तो समय बताएगा और साथ ही साथ इलेक्शन में आम आदमी पार्टी का जो फॉर्म इन से कितनी सीटें हुई जीते हैं कितने वोट सुने मिलते हैं वह पता चले कि पॉलीटिकल पार्टी का लक्ष्य होता है विस्तार करना तो आम आदमी पार्टी की शुरुआत दिल्ली से हुई दिल्ली की राजनीति से उन्होंने शुरुआत की धीरे-धीरे वह हरियाणा में गए फिर धीरे-धीरे भारत के अन्य राज्यों में भी अपने पैर पसारने की कोशिश कर रहे हैं इस लिहाज से अगर देखा जाए तो बिल्कुल सही है क्योंकि राजनीति में हमेशा अल्टरनेटिव चाहिए आप कब तक बीजेपी और कांग्रेस के पीछे भागते रहेंगे आपको भी एक तीसरा मोर्चा चाहिए ना क्योंकि बीजेपी कांग्रेस की तरह ही मजबूत हो तो लोकतंत्र सही मायने में तभी सक्सेसफुल हो पाएगा जब बहुत सारी पार्टी होंगी और बहुत सारे अच्छे अच्छे नेता लीडर निकल के आएंगे तो इस लिहाज से अच्छा डिसीजन है
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हां कोई भी पार्टी की चुनाव लड़ सकती है और जहां तक तो आम आदमी पार्टी का सवाल है तो आम आदमी पार्टी का एक मैसेज प्रदेश में अच्छा गया है कि उसने विकास की राजनीति की है और वह सही भी है कहीं ना कहीं से अब तक जो कि सभी धर्म जाति के लोगों ने वोट दे वोट दे वोट करा है और वोट जो हमको मिला है वह सुख विकास की राजनीति पर मिला है इसमें कोई शक नहीं है तो उसको करंट क्या सभी राज्यों में चुनाव होते हैं विधानसभा चुनाव होते हैं तो उसमें उनको अपनी किस्मत आजमानी चाहिए
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मुझे तो बिल्कुल नहीं लग रहा कि हम आदमी पार्टी कर्नाटका में चुनाव लड़ेगी जिस तरह जिस दिल्ली में अभी अभी संतुलन नहीं बना पा रही है वह बिल्कुल हार जाए
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आम आदमी पार्टी दिल्ली के बाद देश के अलग-अलग राज्यों में अपनी जमीन तलाश रही है आम आदमी पार्टी द्वारा अकेले कर्नाटक में नहीं बल्कि राजस्थान हरियाणा पंजाब सहित देश के सभी राज्यों में चुनाव लड़ने की योजना तैयार की गई है बात करें आम आदमी पार्टी के फैसले की तो जरूर उनका फैसला सही है क्योंकि राजनीति में सभी अपना विस्तार चाहते हैं अब उसमें कितनी सफलता मिलती है यह देखने की बात होगी
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नहीं मुझे नहीं लगता कि आम आदमी पार्टी आप को यह भी कहो कर्नाटक का चुनाव में लड़ने लड़ने का विचार अच्छा है क्योंकि ओल्ड लेडी बिकनी स्टाइलिश नहीं है जितना Star Plus थे वह सब कुछ चला गया है दिल्ली में उनकी सरकार थी बटा अभी उतना सामान नहीं रहा है उनका तो एक झुमका मीन सेंटर दा जो उनका हाथ थाम के सरकार का जो दिल्ली से बना था अगर वह एक बार स्टाइलिश होता तो शायद विचार कर सकते थे कि कहीं और भी लड़े क्योंकि एवं की कई सारे राज्यों में उनकी हार हुई है उनकी ऑलरेडी एंड कर्नाटक में वापस इलेक्शन करना चली आई चली वेस्ट ऑफ टाइम एंड मनी बस स्टैंड उन्हें वह कौन सी ट्रेड गाना चाहिए झाबुआ लेडीज स्टाइलिश हैजा लोगों का अच्छे से जानते हैं जहां लोगों का विश्वास मत जीता था तो अगर वह एक बार वह वह सब एक बार Star Plus वापस हो जाए उसके बाद उन्हें कहीं और राज्य में कहीं और स्ट्रीट में लड़ने का विचार करना चाहिए
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मेरी समझ में इसमें कोई बुराई नहीं है तो अच्छी बात है चुनाव में जीत जरूरी नहीं जीना तो हर हाल में किसी एक को ही होता है चुनाव में जनता के पास ज्यादा से ज्यादा विकल्प होने चाहिए इसे चुनाव में एक तरफ प्रत्याशियों को अच्छी टक्कर मिलती है तो दूसरी तरफ राजनीति के मजे में खिलाड़ियों के लिए जीत बहुत आसान नहीं रह जाते होने के कारण मतदाताओं को कांग्रेस और भाजपा के बीच में किसी एक को चुनना पड़ता है जबकि दोनों ही पार्टी से जनता का भरोसा उठ चुका है या एक सच्चाई है यही वजह है कि गुजरात में देखने में आया कि कुल मतदाता का 1.8 प्रतिशत वोट नोटा को मिला या नहीं नोटा का बटन 5:30 लाख से भी ज्यादा मतदाता होने तक आया तो मेरे ख्याल से कर्नाटक भी चुनाव लड़ना आम आदमी के लिए एक अच्छी ही बात होगी
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मेरे हिसाब से आम आदमी पार्टी का कर्नाटक में चुनाव लड़ने का विचार बहुत ज्यादा अच्छा ही है l आम आदमी पार्टी का कोई नाम तो है नहीं इस टाइम पर कर्नाटका के अंदर जितना हम जानते हैं l पर वह सारे के सारे सोशल एक्टिविस्ट और जितने भी लोगों की सेम तरह की सोच है, वह उन लोगों को अपनी तरफ बुला रही है और उन्हें अपनी पार्टी ज्वाइन करने के लिए कह रही है l तो काफी एक "संजय" नाम की बहुत बड़ी सोशल एक्टिविस्ट है उन्होंने भी पार्टी जॉइन करी है आम आदमी ,आम आदमी पार्टी और ऐसी ही काफी लोग आम आदमी पार्टी में आ रहे हैं l हाँ, इनके पास कुछ बड़ा चेहरा नहीं है और इन्होंने रेड्डी, मिस्टर रेड्डी को भी बोला है कि वह उनकी पार्टी अगर वापस ज्वॉइन करना चाहते हैं, तो यह उस चीज के लिए तैयार है l तो मेरे हिसाब से हाँ लोगों को एक और ऑप्शन मिलेगा उनके सामने चूज़ करने के लिए और वह एक बेहतर चूज़ - चूज़ कर पाएंगे एक बेहतर पार्टी को ही चूज़ करेंगे और इसलिए मेरे को ऐसा लगता है की कोई आम आदमी पार्टी का, कर्नाटक में चुनाव लड़ने का विचार अच्छा है l
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बिल्कुल अच्छा है जिस तरह से आम आदमी पार्टी यानी आप कार्य कर रही है और जिस तरह से उसके लोग हैं उसमें जैसे अरविंद केजरीवाल मनीष सिसोदिया जैसे लोग ईमानदारी से काम कर रहे हैं ऐसे लोगों को पूरे देश में फैला चाहिए और इनका निर्णय कोई गलत नहीं है धीरे-धीरे ही सही शुरु शुरु में तो देखी लोग सपोर्ट नहीं करते हैं लेकिन फिर भी बहुत अच्छा सपोर्ट है इनका पहली बारी जिन जिन राज्यों में जा रहे हैं इनके समर्थक बड़ी संख्या में बढ़ते जा रहे हैं धन्यवाद
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दशहरा है अगर आप कुछ अच्छा करते हो किसी देश के लिए तो बहुत अच्छी बात है और आप आम आदमी पार्टी जिस तरह से काम कर रही है दिल्ली में अब दिल्ली में जा कर देखिए मेरे ख्याल से अगर वह लड़ते हैं कर्नाटक में तो एक स्ट्रेटेजी के लिए आंसर ही रहेगा कि अभी उनका ऐसा कोई नेटवर्क है नहीं है इसका कोई ठिकाना नहीं है और उन्होंने प्रचार के लिए क्या रखा है वह लोगों तक अपनी बात कैसे पहुंचा रहे हैं वह सारी चीजों से फर्क पड़ता है अगर इस सब की तैयारी कर रखी है आम आदमी पार्टी में इस में कोई बुराई नहीं है वह जाएं और बिल्कुल चुनाव भी लड़ा और मैं कहता हूं जीते भी और अच्छा काम भी करें तो जो इंसान अच्छा काम कर रहा है अपने देश के लिए तरक्की के लिए आगे बढ़ा रहा है तो बिल्कुल उसको मैं सपोर्ट करुंगा और उनको अगर ऐसा कुछ है तो बिल्कुल होने चुनाव लड़ना चाहिए
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आम आदमी पार्टी को दिल्ली में ही अपना कॉन्संट्रेशन रखना चाहिए
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जी हां आम आदमी पार्टी का कर्नाटक में चुनाव लड़ने का विचार अच्छा है जबकि 2013 के इलेक्शन में पार्टी ने उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है लेकिन फिर भी पार्टी को छोड़ना नहीं चाहिए जो नहीं चांस मिला है कितनी ज्यादा कंपटीशन सहेंगे इलेक्शन में उतनी ही ज्यादा जनता यह निश्चय कर पाएगी कौन सी पार्टी उनके लिए क्या काम करेगी और कौन से नहीं किसी गुजरात के इलेक्शन में देखा गया कि यहां पर कंपटीशन से बीजेपी और कांग्रेस के बीच में था जबकि कांग्रेस ने बहुत ही अच्छा ट्रेक्टर दिया बीजेपी को फिर फिर भी 30 साल के बाद को गुजरात में अभी भी बीजेपी की सरकार है लेकिन कर्नाटक में इस पर आम आदमी पार्टी पर शिक्षा को अपना एक अच्छा माध्यम बना रही इलेक्शन लड़ने का जो कि बहुत अच्छी बात है और वहां पर शिक्षा की मान्यता भी बहुत ज्यादा है तो इससे आम आदमी पार्टी को हो सकता है जनता का सपोर्ट बहुत अच्छा मिले अघोर साधना मिले यह तो इलेक्शन के इलेक्शन होने के बाद उनके परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा लेकिन आम आदमी पार्टी का जोर यह कर्नाटक में चुनाव लड़ने का विचार है वह काफी अच्छा है
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दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में आप पार्टी के बेहतर प्रदर्शन के बाद केजरीवाल एवं उनके सहयोगियों का मनोबल एवं उत्साह में काफी परिवर्तन हुआ है जो कि दिल्ली में बुनियादी सुविधाओं को लोग चुनाव लड़ता ना कि राष्ट्रीय मुद्दे को लेकर दिल्ली में स्वास्थ्य चिकित्सा एवं शिक्षा तथा पेयजल को मुख्य मुद्दा मानते हुए केजरीवाल जी ने चुनाव ना एक बेहतर प्रदर्शन किया है इसके बाद कर्नाटक चुनाव में भी केजरीवाल फौजियों ने हाथ में चमार चाहती हैं और निश्चित तौर पर कर्नाटक में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते वह तो रोने भी राष्ट्रीय मुद्दे से हटकर स्थानीय मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करना होगा
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मुझे नहीं लगता कि आपका कर्नाटक चुनाव लड़ने का विचार अच्छा है क्योंकि कर्नाटक में आपका कोई जनादेश नहीं उनके पास कोई जनाधार नहीं है तो वह सिर्फ एक्सपोर्ट कटिंग पार्टी बंद करेगी मतलब का मतलब है कि वह एकदम स्ट्रांग पार्टी बनकर नहीं हो पाएगी वह सिर्फ वोट काटने का काम करेगी
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लिखे जो आप पार्टी आम आदमी पार्टी कर्नाटक में चुनाव लड़ेगी यह बहुत ही एक अच्छा प्रयास है बहुत अच्छा फैसला है इसका रीजन यह है कि मौजूदा स्थिति में गुजरात चुनाव के नतीजे के बाद पता चलता है कि जो जनता है वह बीजेपी के फैसलों से उतनी सहमत नहीं है उतनी कुछ नहीं है वरना इतनी कम सीटें नहीं मिलती कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार जो वहां पर सज्जनता उनके बहुत अच्छा काम नहीं हुआ है कर्नाटक में तो कुछ नहीं है दूसरी चीज कांग्रेस तो एक ऐसी पार्टी है जिस पर जनता का भरोसा उठ गया है और गुजरात में भी इतनी सीटें मिली मिली क्योंकि यह विकल्प के तौर पर नहीं देख रही थी वर्ना जीत जाते अगर विकल बाकी लगता जनता को कांग्रेस पार्टी का पोषक जीत सकती थी और क्योंकि बीजेपी से सहमत नहीं थे इसलिए उन्हें तीन सीटें मिली कुल मिलाकर दोनों पार्टियों भेजो पार्टी वह इस समय पूरी तरीके से जनता में अपनी पैठ बनाने में नाकाम है तो एक विदेशी पार्टी अभी आ जाती है तो वह बहुत ही अच्छा प्रयास कर सकती है और प्रयास जीत नहीं सकती है तो कम से कम जो वोट बांटने का काम है वह बहुत अच्छा करेगी चुनाव बहुत ज्यादा टक्कर का हो जाएगा और अच्छा हो जाए
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लेकिन मुझे लगता है आम आदमी पार्टी को सबसे ज्यादा कर कहीं फोकस करने की जरूरत है तो वहां जानकी वह सरकार है मैं जी हां मैं दिल्ली की बात कर रहा हूं अगर आम आदमी पार्टी को कुछ करना है तो दिल्ली में अभी इतनी जल्दी-जल्दी इलेक्शन नारे राजस्थान से गुजरात में भी सोचा था लक्ष्मण ने का हाल है कि बाद में उन्होंने उस बात को मना कर दिया कि गुजरात में इलेक्शन नहीं लड़ेंगे अदर स्टेट में भी उन्होंने सोचा कलेक्शन करने का तो मुझे लगता है कि सबसे अच्छा कामुक दिल्ली के अंदर करके दिखाएं ताकि लोगों में उनके लिए एक अच्छी इमेज जाए और लोगों को उनके काम देखें हां दिल्ली में इतना अच्छा काम हुआ है तो हम जरूर अरविंद केजरीवाल अगर हमारे प्रदेश में आग लगते हैं तो हम उनको वोट देंगे जब इस तरह की छवि अरविंद केजरीवाल जी की बन जाएगी तो मुझे लगता है बहुत ज्यादा फायदा आम आदमी पार्टी को और केजरीवाल जी को भी होगा
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PK मैं मानती हूं कि गुजरात में हिमाचल प्रदेश में वह कोई जादू नहीं दिखे पाए आम आदमी पार्टी कोई करिश्मा नहीं दिखा पाए और हमें यह भी मानती हूं कि कर्नाटक चुनाव को लड़ने के लिए उनके पास कोई ऐसा विशेष चेहरा नहीं है जो कर्नाटका की जनता है उसे रिप्रजेंट कर सके मैं फिर भी चाहूंगी कि आम आदमी पार्टी एक बहुत अच्छा डिसीजन है कि आप सब जानते हैं कि दिल्ली में भी जब चुनाव हुआ था जब आम आदमी पार्टी सत्ता में आई थी तब उनके अध्यक्ष तो बहुत बड़ी पार्टियां थी पर लोगों ने फिर भी उन बड़ी और Star Plus पार्टी को ना सुनकर आम आदमी पार्टी तो एकदम नहीं थी उन्हें सुना तो हो सकता है कर्नाटक के जो जनता है वह भी अपनी रूलिंग पार्टी या फिर जो पोजीशन में हैं उन से परेशान हो चुकी है और उन्हें कोई चीज चाहिए हो सकता है कि आम आदमी पार्टी का एक सीजन सच में उनके लिए काफी अच्छा शुरू हो आम आदमी पार्टी पर चींटी नहीं भी जो थोड़े कमी चांस दे बस स्टैंड अगर वह लोग नहीं जीत पाए तो इटली कर्नाटक में वह एक अपनी एक रिकग्निशन जरूर बना पाएंगे लोग उनके बारे में जान पाएंगे उनके काम के बारे में जान पाएंगे और अगर इस चुनाव में नहीं तू शायद अगले चुनाव में या उसके अगले चुनाव में कहीं ना कहीं यह जो इनका आज का डिसीजन होगा क्या पता वह रंग दिखा जाए और क्या पता को पार्टी आज नहीं तो कल पापा में आ जाए तो हम इस बारे में यह नहीं कह सकते कि यह इनका डिसीजन सही नहीं है मेरे हिसाब से तो इटली से यह चुनाव लड़ने का डिसीजन एकदम सही है आम आदमी पत्रिका कर्नाटका में
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नहीं मुझे नहीं लगता आम आदमी पार्टी का कर्नाटक चुनाव लड़ने का विचार अच्छा है क्योंकि अब हम दिल्ली को छोड़कर गुजरात पंजाब गोवा के संरक्षण की बात करें तो तीनों ही राज्य के असेंबली इलेक्शन में आम आदमी पार्टी को करारी हार मिली है 2014 के लोकसभा चुनाव में भी हम आम आदमी पार्टी ने 28 सिटी कर्नाटक से लड़ी थी 22828 सिटी बुरी तरह से हार चुकी थी और जिस प्रकार से कांग्रेस और जीडीएस मजबूत दिख रही है कर्नाटक में तुमसे एक बात साफ है कि आम आदमी पार्टी का कर्नाटक चुनाव लड़ने का विचार अच्छा नहीं है हां वह दावा कर रहे हैं कि वह कर्नाटक चुनाव जीतेंगे परंतु समय बताएगा कि वह जीत पाएगी या नहीं
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