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देखिए नरसी का मतलब होता है न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप 10 कंट्रीज का एक ग्रुप है जो कि जिस जिस का यह काम है कि वह निकले थे जो निकले टेक्नोलॉजी है दुनिया एनर्जी है वह प्रोवाइड करें सिर्फ एक उतनी ही लेवल पर जितनी जरूरत है यह बिल्कुल दावा करता है कि जो निकले टेक्नोलॉजीज है जो निकले वेपन है वह कहीं भी पूरे वर्ल्ड में बहुत ज्यादा ना बने दुनिया के खत्म हो जाएगा किसी एक देश को बहुत ज्यादा नुकसान होता है तो इसलिए यह ग्रुप फॉर्म हुआ था और यह ग्रुप का मेंबर बनने से इंडिया को बहुत ही ज्यादा एडवांटेज मिलेगा हालांकि देखा था तो चीन बाद ही नहीं आ रहा है मैं अब बिल्कुल एग्री नहीं कर रहा कि एन एस जी का एक मेंबर इंडिया वन पाए और देखा जाए तो अमेरिका और चीन जैसे देश बिल्कुल एग्री करते हैं इस बात पर लेकिन सीन एक ऐसा देश है जो अपनी हरकतों से अपने डिसीजन से
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विकी हमारे देश की न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में शामिल होने की बातें बहुत पहले से चल रही है यदि ऐसा होता है हमारे देश का न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में शामिल होता है तो विश्व कानून शासनादेश होगा जो न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में शामिल है हलाकि चाइना इसका हमेशा से विरोध करता है दूसरा मैं कहना चाहूंगा जिस प्रकार हमारे देश के अंदर ऊर्जा की खपत बढ़ रही है जिसके अंदर पॉपुलेशन बढ़ रही है तो निकले सप्लाई ग्रुप में शामिल होने से बहुत ज्यादा फायदा होगा इस देश के अंदर जो एनर्जी है न्यूक्लियर एनर्जी हम यूज करेंगे उसमें किसी प्रकार की कोई रुकावट नहीं आएगी फॉर example किसी कब जब हमको निकले मुझे प्रोड्यूस करनी होती है तो उसके लिए यूरेनियम की आवश्यकता होती है और यूरेनियम की आवश्यकता के लिए हम जो भी इस ग्रुप के मेंबर्स होंगे उनसे विद आउट किसी एग्रीमेंट कि हमने यूरेनियम पा सकते हैं इसके अलावा जो एनर्जी है एनर्जी को प्रोड्यूस करने के लिए डिफरेंट टेक्नोलॉजीज है उसका भी प्रयोग हम दूसरे कंट्री से ले सकते हैं किसी अग्रीमेंट के दूसरा मैं कहना चाहूंगा कि जिस प्रकार हमारे देश के लिए निकले हैं जी की आवश्यकता हो रही है और उस को प्रोड्यूस किया जा रहा है तो उसका तो उसको डिस्पैच करने में प्रॉब्लम हो रही है तो डिस्पोज करने के लिए यानी जो न्यूक्लियर प्लांट के अंदर जो निकलने वाला जो कचरा है उसको गर्म डिस्पोज करना चाहते हैं तो उस जो सदस्य देश होंगे वह भी हमारे देश को मदद प्रोवाइड कर आएंगे तो मुझे लगता है कि अगर इंडिया हिंदी प्लेयर सप्लायर ग्रुप में शामिल होता है तो डेफिनेटली बहुत अच्छी बात होगी हमारे देश के लिए
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देखिए एनर्जी लाने की न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप 108 कंफ्यूज का एक ग्रुप है जो कि इंजॉय करता है नॉन पोलीस स्टेशन यानी कि जो X ना हो जाए न्यूक्लियर वेपंस का न्यू प्ले टेक्नोलॉजी का कहीं भी पूरे वर्ल्ड में को क्या फायदा होगा एनएससी का मेंबर बन के तो वह कुछ रीजन यह है कि अगर हमें वह टेक्नोलॉजी मिल जाती है हम एनएसजी में शामिल हो जाते तो हमें ऐसे टेक्नॉलॉजी मिल जाएगी कि हम अपना पावर प्लांट अपने कंट्री में लगा सकेंगे इंडिया के पास इंडिया के टेक्नोलॉजीज़ तो है लेकिन चैनल जी के पास के टेक्नोलॉजीज़ है न्यूक्लियर को लेकर वह इंडिया के पास अभी नहीं है अगर मैं मर गया तो पूछा टेक्नॉलॉजी सिंधिया को मिल जाएंगी तुसी पाती होगी कि अगर इंडिया चाहता है कि वह ऐसे न जी पर डिपेंडेंट रहे जो रिन्यूएबल गाने की दोबारा दोबारा यूज़ सुखी और क्लीन हूं यानी कि पोलूशन ज्यादा ना हो उसके लिए न्यूक्लियर पावर प्रोडक्शन की जरूरत है जो एनर्जी का मेंबर बनने के बाद ही निया को मिल पाएगी और मैं बोलूंगी कि 2819 जो मेरे में यह मिल जाते हैं तो इससे इंडिया जो है उसे कमर्शियल आइस कर सकता है जिसकी वजह से और जो प्रोडक्शन न्यूक्लियर पावर इक्विपमेंट की वह पट जाएगी और हमारी जो इकॉनॉमी है उसे बहुत बड़ा बूस्ट मिलेगा कंट्री की को नाम में को और छुप कर सकते हैं वह यह कि जो हारा मेक इन इंडिया शुरू हुआ है अभी मैं किंगडम बोल सेकेंडरी स्टार्ट किया है उसको बहुत ही ज्यादा एक पंप मिलेगा न्यूक्लियर एनर्जी में शामिल होने के बाद क्योंकि न्यूक्लियर पावर प्लांट किसी कंट्री में हूं ना वह काफी इंपॉर्टेंट बात हो जाती है हमारी कंट्री की एक अलग पहचान हो जाएगी एनएसजी में शामिल होने के बाद इसीलिए मोदी सरकार इतना कोशिश कर रही है नसीब में शामिल होने को
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देखिए एनर्जी डेफिनिशन सप्लायर ग्रुप है यह कर ताली दो देशों का एक ग्रुप है जो कि 1974 के बाद बना था उसका बनने का मेन कारण इस प्रकार से भारत में रहने के लिए टेस्ट कर रहा था तो उसके बाद में मैं आ नहीं पाऊंगा क्योंकि मेरी मैं तेरा क्या है टाइम कितना लगता है कि मुझे बीच में शामिल हुए शामिल होने के कितने ग्रुप के एक मेंबर हो तो खाना खाकर आपको बोल है इस एक्ट्रेस मिलेगा और जितनी भी सारी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी Nokia मेडिसिन में हो या Paytm बनाने में हो तो खाना खाकर भारत को लगता है कि अगर वह भी शामिल होता है मोदी जी यह करने का मिलेगी और उससे जो है भारत और की प्रगतिशील सही नहीं बता रहा हूं हंसी चीज पर आमादा जिम्मेदारी अकरम कैसे कम करने की सोच रहा है भारत को दीवार की टेक्नोलॉजी के सामने भारत को दक्षिण भारत में नहीं हो पा रही है
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एनएसजी यानी कि न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप और यह एक ऐसा ग्रुप है जिसकी स्थापना 1974 में हुई थी एनएसजी में अमेरिका रूस फ्रांस और चीन समेत 48 सदस्य हैं इनका मकसद यह है कि परमाणु हथियार के प्रसार को रोका जाए इसके अलावा शांतिपूर्ण काम के लिए ही परमाणु सामग्री और जो भी तकनीक है या टेक्नोलॉजी है उसकी सप्लाई की जाए न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप आम सहमति से काम करता है सबसे अहम बात यह है कि एनएसजी के सदस्य परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर करते हैं आपको यह भी बता देता हूं कि भारत ने अब तक एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं किया है हमारे देश में ऊर्जा की मांग पूरी करने के लिए भारत का न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में प्रवेश जरूरी है अगर भारत को एनएसजी की सदस्यता मिल जाती है तू परमाणु तकनीक मिलने लगेगी परमाणु तकनीक के साथ भारत को यूरेनियम भी बिना किसी विशेष समझौते के मिलेगा इतना ही नहीं एनएसजी की मेंबरशिप मिलने पर परमाणु बिजली संयंत्रों के कचरे के निपटारे में भी सदस्य राष्ट्रों से मदद मिलेगी और फ्रांस की कंपनी एक जो है उसने महाराष्ट्र के जैतापुर में परमाणु बिजली प्लांट लगाने का प्लान करा है और वह लगा भी रही है और एक अमेरिकी कंपनी है जो कि गुजरात और आंध्र प्रदेश में परमाणु संयंत्र लगाने की तैयारी में है तो अगर भारत एनएसजी का सदस्य बन जाता है तो उसे आराम से और न्यूक्लीयर जो फीमेल है वह मिलने लगेगा तो इससे हमारे देश में जो ऊर्जा का संकट है वह आराम से दूर किया जा सकता है
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MSG या न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में स्विट्जरलैंड ने भारत को शामिल होने की समर्थन दे दिए है अमेरिका पहले भी भारत का समर्थन कर चुका था चीन अभी भी अभी भारत की राह का रोड़ा बना हुआ है वह इस बात पर अड़ा हुआ है कि परमाणु अप्रसार संधि का सदस्य होना एनएसजी के सदस्य होने की मूल शर्त है और भारत में अब तक परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं भारत के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा है कि फ्रांस भी बिना एनपीटी पर हस्ताक्षर किए एनएसजी का सदस्य बना है चाइना का कहना है कि फ्रांस एनर्जी का संस्थापक सदस्य है भारत के पहले परमाणु परीक्षण के जवाब में एनएसजी का स्थान HD की स्थापना हुई इसका मकसद परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकना है भारत की सदस्यता एनर्जी के लिए जरूरी है ऊर्जा की मांग पूरी करने के लिए इसमें प्रवेश धनु एनएसजी की सदस्यता मिलने से भारत को परमाणु तकनीक मिलेगी यूरेनियम भारत को बिना किसी समझौते के मिलेगा परमाणु संयंत्रों से निकलने वाले कचरे का निस्तारण करने में अन्य सदस्य देशों से सहायता मिलेगी परमाणु तकनीक व कच्चा माल ट्रांसफर करने में मदद मिलेगी
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