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सबसे पहले तो यह जानना जरूरी है कि आप ऑप्शनल बदल क्यों रहे हैं क्या आप जो ऑप्शन अभी पढ़ रहे थे उसमें आपकी इंटरेस्ट नहीं है रुचि नहीं या आपकी उसमें अंडरस्टैंडिंग नहीं बन पा रही थी या आप एक बार उसमें एग्जाम दे चुके हैं और आप उसमें आपके मार्क्स अच्छे नहीं आ रहे हैं या अंडरस्टैंडिंग नहीं बन रही है या उसमें आप आंसर प्रेम नहीं कर पा रहे तो क्या कारण हैं उन सभी कारणों को ध्यान में रखते हुए आपको नया ऑप्शनल ऑफ करना चाहिए तो और समय वही और करण करें जिसको आप अच्छे से प्रिपेयर कर सके ऐसा ऑप्शनल जिसको आप 1 साल डेढ़ साल उसके साथ निभा सके उसको कंटिन्यू कर सके क्योंकि ऑप्शनल की तैयारी बहुत ही अच्छे तरीके से करनी होती तो ऑफिस में बहुत अच्छे मार्क्स लाने होते हैं कि मेरिट उसी हिसाब से बनेगी क्योंकि ऑप्शन में जितने आप 500 देशों की 2 पेपर हैं तो उसमें जितने अधिक मास चला पाएंगे तो आप की मेरिट में उतनी ज्यादा मार्क्स होंगे तो मेरिट में ऊपर आर्डर में आने के चांसेस होंगी तो इसलिए ऐसा ही सब्जेक्ट चुने जिसमें आप बेस्ट दे सके तो बेस्ट आप किस में दे सकते हैं यह देखिए तो फिर उसके लिए फिर भी उसकी जो है थोड़ी तैयारी होना जरूरी है कंप्रेसिव आप जब पहरी उसकी कर पाएंगे एक विस्तृत और व्यापक तरीके से गहन अध्ययन के साथ उसी सब्जेक्ट में आप बहुत अच्छा वोट वोट दे पाएंगे तो ऐसा सब्जेक्ट चुने चुनना चाहिए तो इसमें या तो आपका सब जगह होना चाहिए जो आपने ग्रेजुएशन में किया है 3 साल क्यों क्या 3 साल उसमें पढ़ चुके हैं तो उसमें आपको ज्यादा पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी केवल आपको उसमें एच लाने के लिए क्यों पॉलिश करना पड़ेगा फिर सब करना पड़ेगा और आप उसको उसके लिए तैयार हो पाएंगे एक तो यह है और दूसरा यह भी है कि ऐसा सब्जेक्ट हो जो कि जीएस में इंटरलिंक करता हूं जनरल स्टडी के पेपर से अस्पष्ट से या सेकंड से राजस्थान से जिस से भी तो वह पेपर उससे शासन या संबंधित कोई भी सब्जेक्ट आप जो है ऑप्शन ले सकते हैं तो अगर आप भेजो हिस्ट्री लेंगे आइकॉन मिक्स में यह सोशलॉजी या पॉलिटिकल साइंस तो बेटा और अच्छा है तू इनसे अगर संबंध कोई विषय लेंगे तो आपका ऑप्शनल तो तैयार होगा ही साथ में ओवरलैपिंग जीएस की रिसेप्शन है वह भी आसानी से पेपर हो जाएंगे 7 साल पहले में तो एक टाइम कंजूमिंग बचेगी और आप एक ही चीज को ऑप्टिमम प्रिपरेशन कर पाएंगे एक ही शब्द की क्योंकि एक यह भी है कि आपको हो सकता है कि आप कोई सब्जेक्ट बहुत ही आप थोड़ा अलग लेना चाह रहे हैं तो जो भी सब्जेक्ट नाच आ रहे हैं माली जी आपकी इंटरेस्ट है और वह सब्जेक्ट लेना चाहें तो ऐसा सब्जेक्ट है यह भी देखना चाहिए कि उस सब्जेक्ट की जो बुक्स हैं जो स्टैंडर्ड बुक है वह अवेलेबल है उसका जो सिलेबस है उसे जो भी टॉपिक से जुड़े हुए हैं यह जो भी कंटेंट है उसे जुड़ा हुआ मार्केट में अवेलेबल है या वह सब्जेक्ट समझने के लिए उस तरह की टीचर अवेलेबल है उस मतलब कि उसके लिए जो गाय जो है गाइडलाइंस चाहिए जो कोई गाइड करने वाला चाहिए वह चीज अवेलेबल है तो अगर टीचिंग गाइडेंस अवेलेबल है तो वहीं सब्जेक्ट होना चाहिए अगर माली से कोई ऐसा सब्जेक्ट जिसके लिए कोई कोई कोचिंग नहीं है या कोई गाइडेंस ही नहीं है आपके पास तो आपको उसे पर उसे पेपर करने में बहुत परेशानी आने वाली है और एक और बात है जिसमें यह कह समझ सकते हैं कि यह भी देखना चाहिए कि कुछ शब्द ऐसे होते इसमें मार्क्स यूपीएससी में बहुत कम आ रहे होते हैं तो उन सब्जेक्ट को चुने से बचना चाहिए जिसमें मार्क्स यूपीएससी बहुत कम दे रही है तो यह देख लेना चाहिए और कुछ सब्जेक्ट जैसे ट्रेन में चलते रहते हैं तब लेकिन फिर भी यह देखना चाहिए सब सारी बातें कर मिला लें तो कन्फ्यूजन यही निकलता है कि सब्जेक्ट आपको पूछना चाहिए कि जिसमें आप अपनी एक तो इंटरेस्ट है दूसरा उसमें आप अपना टैलेंट अपना बेस्ट दे सके अपनी कैपेसिटी पूरी कैप सिटी हंड्रेड पर्सन कैपेसिटी के साथ उसको अंडरस्टैंड कर सके और उसे जो है अलग-अलग डायमेंशन से उसे अलग-अलग यू फाइंड से उसको तैयार कर सके तो यह एक तरीका है इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए और सुना चाहिए और सबसे जरूरी बात इसमें यह निकल कर आती है और सब्जेक्ट चुने सही नहीं होता है या केवल उसे पढ़ने से ही नहीं होता आप उसमें आंसर राइटिंग वह चीज है रिप्लाई कर पा रहे हो जो आपके माइंड में चल रही है या जो भी चीजें आपने पड़े वह चीजें आप आंसर राइटिंग में दे पा रहे हो चली आपको आंसर राइटिंग सीमा मिलने आपकी जो प्रजेंट टेबल वह मोड है आप प्रजेंट कैसे करते हैं अगर आप उन चीजों को रिपीट रिपीट नहीं कर पा रहे हैं रिप्लाई नहीं करा पा रहे अपने आंसर ओं में तो फिर वह चीज इतने अच्छे मार्क्स नहीं आएंगे तो ऑप्शनल सब्जेक्ट को भी अब तैयारी कर रहे हैं या जो भी बदलने वाले तो जो पहले अपने बदल बदलने वाले हैं तो पहले जो गलतियां की थी वह गलतियां भी ना करें और अगर आंसर राइटिंग की वजह से आपकी प्रॉब्लम तो आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस बहुत ज्यादा करें
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