चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि शादियों में भारत में लोग अज्ञात लोगों को बुलाते हैं बाकि होती है कि हमारे जो रिश्तेदार हैं दोस्तों उनकी संख्या बढ़ी ज्यादा होती है और फिर इसमें सारे भाई बहन माता पिता और सभी के रिश्तेदारों को और सभी के जो आपके मित्र हैं उनको बुलाया जाता है और इसीलिए तो हम का नंबर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है तो हम लोग क्रिकेट सोशल कनेक्ट लोग हैं इस वजह से हमारे यहां जो शादियों में जो संख्या होती है बारातियों की ज्यादा होती है और आप कम से कम करते रहे तब भी संख्या बहुत बढ़ जाती है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
आपका सवाल है कि शादियों में इतने सारे अज्ञात लोगों को क्यों आमंत्रित किया जाता है भारत में शादियां इतनी महंगी क्यों है तो भारत में सबसे ज्यादा दिखावा क्यों बाजी सबसे ज्यादा उनका ध्यान रहता है कि लोग हमारे बारे में अच्छा बोले उनको किसी भी तरह से यह रहता है कि हमें लोगों के सामने अच्छे से अच्छे लोगों को बुलाकर अच्छे से उनकी आवभगत करके संतुष्टि कुछ नहीं है यह तो 100 बाजी है तो इसीलिए शादियां की नंगी हो जाती है कितने लोगों को बुलाना खाना पीना सब कुछ करना सब खर्च करना इसलिए क्या दिया सबसे ज्यादा महंगी मेरे ख्याल से तो भारत में है ओन्ली बिकॉज़ ऑफ शोभा जी वह यह नहीं देखते हैं कि शादी दो लोगों का शादी की है तो सादगी से की जाए और वह पैसे और कहां गरीबों के सुप्रिया जो जरूरतमंद उन पर खर्च किया जाए थैंक यू
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
ओम श्री राधा कृष्णाय नमः शादियों में ही नहीं है मनुष्य जब कमाता है तो अच्छे कामों में ही तो खर्च करता है ऐसा किस लिए कुछ सांप बन कर उसके ऊपर बैठना थोड़ी ना है ऐसे का अर्थ होता है अच्छे कामों में ही मनुष्य का खर्च होता है उस समय उसकी इच्छा होती जिज्ञासा होती है लोगों को बुलाने का अच्छा दिखाने का खाने का करने का जीवन में मनुष्य नहीं सब चीजों के लिए तो कम आता है और भारत में शादियों में ही नहीं है यह अपना एक प्रिय टेंशन है कोई कैसे दे रहा है कोई कैसे दे रहा है कोई अपनी डिस्प्ले किसी तरह से बना रहा है कोई अपनी डिस्प्ले अपनी हैसियत के हिसाब से बना है आप दो माला खरीद लीजिए पंडित को बुलाई एकदम सस्ती और बहुत ज्यादा अच्छा किए तो बहुत ने अपने बजट के ऊपर है और मनुष्य की अपनी जिज्ञासा के ऊपर वह अपनी जिज्ञासा से कितना खर्च करता है ओम श्री राधा कृष्णाय नमः
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
क्यों मन में जो है जो बड़े-बड़े लोग होते हैं वह लोगों को इनवाइट करते हैं अपने हिसाब से लेकिन जो है एक दूसरे के माध्यम से और लोग भी जो है इनविटेशन में चले आते हैं चले जाते हैं और शादी हो गई है तो एक दूसरे को लोग जो है दिखाने के लिए
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
दिल की पहली बात तो यह कि हमारे यहां शादियों में कौन कहता अज्ञात लोगों को बुलाया जाता है मुझे तो नहीं लगता किसी भी अज्ञात को हम लोग बनाते हैं शादियों में जो भी हमारे गेस्ट आते हैं या जो भी फ्रेंड से अब जो भी रिलेटिव वादे सारे मारे जाने वाले हैं और मैं भी इसमें रीजन यह है कि हम बिंग हुमन हम चाहते कि वह अपनी सारी खुशियां सब लोगों के साथ शेयर करें और जितना भी हो सके अपनी सारी खुशियों को इतनी ज्यादा स्प्रेड करें और अपनी शादी को इतना धूमधाम से मनाएं कि यह लम्हे में पूरे जीवन भर याद रहे तो मैं कह सकता हूं कि हमारे यहां पर शादियों में किसी भी अज्ञात को नहीं बनाया जाता जिसको बनाया जाता है हमारे दिल के बहुत करीब होते हैं
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
भारत में जो शादियां होती हैं वह अलग ही नेचर की होती है यदि आप और देशों से कंपेयर करें भारत में जो है शादियों में इतना खर्चा किया जाता है इतने बड़े लेवल पर की जाती है जो कि अगर आप बाहर का मेहमान कोई है तो वह जो करेगा बहुत ही अच्छा फील होगा सरप्राइस भी होगी इतने अच्छे लेवल पर दावत में यह बात बिल्कुल जायज है कि लोग बहुत तमन्ना रखते हैं इच्छा रखते हैं कि वह अपने बच्चों की शादी बहुत धूमधाम से करेंगे बहुत ही अच्छे से करेंगे पैसा इकट्ठा करते हैं जोड़ते हैं उसी दिन के लिए की शादी में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए लेकिन यह तो एक पॉजिटिव पॉइंट है लेकिन इस के अनुरूप इसके उलट पुलट मेन पॉइंट बन गया आजकल की इतनी धूमधाम से होने शादी किए हुए स्टेटस सिंबल हर कोई चाहता है कि दूसरा जन्म शादी की बात करें दूसरे जाने में कोई शादी का इंप्रेशन रहा है पानी की तरह पैसा पाया जाता है खाने पीने में हो तमाम व्यवस्थाओं में कि जिससे लोगों की बात करें लोग आकर
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
देखें अपनी सुना होगा पर लोगों को बोलते हुए की शादी और दो लोगों की नई दो परिवारों का मिलन होता है इस वजह से हमारे यहां शादी फिर 2 लोगों को लेकर नहीं होती वह तो पुलिस उस ID को लेकर होती है और हमारे यहां पर अगर आप शादी का कार्ड देने देकर आगे किसी को तो अगर उस घर में 6 लोग हैं और अगर आपने काट में बाय चांस विद सामने लिख दिया है तो बच्चे के अच्छे लोग आएंगे और चाय बगैरा जान सो रुपए डाल कर जाए और अगर अच्छे लोगों को यह घर पर चार गेस्ट आया तो हम चार गेस्ट को भी लेकर आएंगे शादी में हमारे लिए थोड़ी सी ऐसी है मेंटलिटी थोड़ा लोग सोचते हैं इस तरीके से हैं और इनविटेशन ने इनवाइट करने वालों को भी रहते हैं कि जो भी हमारे बिरादरी के हैं जिससे कि ऑफिस का स्टाफ हो गया फ्रेंड सर्कल होएगा शामली के रिलेटिव हो गए उसके बाद फिर और और लोग हो गए पड़ोसी हो गए पड़ोसियों के पड़ोसी हो गए तो उस तरीके से वह बहुत बड़े लेवल पर हो जाती है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
विक्रम भारत में जो शादी का एक जो अक्सर होता है उसको लोग एक फेस्टिवल से कम नहीं बनाते हैं बल्कि उसको तो इतनी धूमधाम से मनाया जाता है कि कोई और त्योहार उसके सामने फीका पड़ जाए तो जब शादी होती है तो सब लोग जितने भी अपने धोखे में रिश्तेदार होते हैं उन सबको बुलाते हैं ताकि एक तरीके से सब लोग मिल जाएं मतलब एक तरीके से अपनी खुशियों के अंदर सबको बुलाते तो यही तो मुझे बहुत अच्छा कल सर लगता है जिसमें भारत की शादियां तो होती थी धूमधाम से काफी अच्छा कल्चर होते हैं जहां पर आप कितने ही लोगों से मिल जाते हैं तो यह मुझे बहुत पसंद है और भारत में शादियां देखिए ऐसा नहीं होता किसी महंगी होती है आप अगर आपको शादी में आएंगे नहीं करनी तो आप कम लोगों को बुलाएंगे आप उसे सबसे अपने बजट के हिसाब से आप शादी कर सकते हैं अपने बजट के हिसाब से उससे न्यू पर शादी कर सकते हैं जैसे कि अगर आपके पास ज्यादा बजट नहीं तो पार्क के अंदर टेकर लगाकर शादी का तो क्या करें बहुत ज्यादा बजट है तो आप किसी लॉन में या एक किसी फार्म हाउस अगर मैं शादी कर सकते तो आपके पास आपका आपके बजट पर आप शादी को एडजस्ट थोड़ा कर सकते हैं अपना बना दे
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
भारत में यही कल्चर की शादी को ज्यादा तक जितना बड़ा धूमधाम से मनाया जाए तो वह ज्यादा रहता है और एक्टिंग मेरा था मेरे हिसाब से अज्ञात लोगों को यह बुलाने का यह रीजन होता है क्योंकि पहले जब शादी करवाते हैं किसी के तो यह रहता है उनके कि जितने लोगों को भी बुला सके भुला सके क्योंकि यह आपस का मूवमेंट है वह उनके साथ भी शेयर करना चाहते एक ही रीजन भी हो सकता है कि कई लोग इसलिए बुलाते हैं ताकि वह अपना स्टेटस सोसाइटी में दिखा सके और इसी के कारण जितने ज्यादा महंगा जितना ज्यादा पैसा किस बड़ा पैसा की शादी कर पाते हैं तो वह जितना ज्यादा पैसा लगा कर शादी करते हैं
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
शादी दो परिवारों का मिलन ही नहीं यह तो बहुत से लोगों का एकता का प्रतीक है इसका मतलब है कि आप बोल रहा है कि अनजान लोग आते हैं अनजान लोग होते हैं उस समय लेकिन जब हम लोगों से मिलते हैं तो उस जान पहचान होती है तो बहुत से लगते हैं इसका एक फायदा होता की सूची दीजिए अभी आप विदेश गए उसने आपको कोई नहीं जानता और आपकी शादी में गए आप को दिखाओगे आप वहां कि मैंने आपको वहां देखा तो आपको जानता हूं कि मुझे कोई पहचान का मेला और सबके साथ मिल बैठकर इंजॉय करने में बहुत आनंद आता है याद क्या चीज को क्या खाना पसंद करेंगे सब को बांट के खाना सब के साथ कोई भी काम करना ज्यादा अच्छा लगता है तो बहुत से लोग रहते हैं उनसे हमारी जान पहचान होती है में प्रसंता होती नए-नए प्रकार के लोग मिलते हैं यदि सोचिए कि 2 परिवारों में शादी हो जाए और उनके घर के लोग हैं और बाहर से कोई ना हो तो क्या लगेगा की शादी है नहीं भाई आप किसी को भी अच्छा नहीं लगेगा जब बहुत से लोग आते हैं तो मिलते हैं एक साथ मिलकर भोजन करते हैं तो सबको लगता है कि हां बहुत अच्छा सब के साथ महसूस होता है सा काम है रिश्ता तोड़ने का नहीं इसलिए शादी में रिश्तेदार रिश्तेदार मिलते हैं तो एक प्रकार से रिश्ता जोड़ता है समूह बनता है लोगों का आपस में सब आसपास जानकारी होती है है कोई बुरी चीज नहीं है और रही बात खर्चे की तो खर्चा तो अपने ऊपर डिपेंड करता है आप क्या करना चाहते हैं अधिकतर बफर होता है तो उसमें खाना की बर्बादी होती है लेकिन शादी में आना की बर्बादी कैसे अधिक घर पर बनवा लो खाना हो वहां तो तो उसमें बर्बादी नहीं होती वाली को सम्मान का खाना होता है कि कोई हमें बस के खिला रहा है भवन में क्या होता है खुद लेना पड़ता है भिखारियों जैसी लाइन में लगे रहो अच्छा नहीं है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
देखिए मैं आपकी इस बात से सहमत नहीं हूं कि शादियों में अज्ञात लोगों को आमंत्रित किया जाता है अगर हम कुछ समारोह करते हैं तो हम अपने काफी रिश्तेदारों को आमंत्रित करते हैं पर जरूरी नहीं है कि हमारे रिश्तेदार भी बाकी तुम हमारे दूसरे रिश्तेदारों को जानते हो तो अगर आप उनको नहीं जानते तो आप उनको अज्ञात नहीं कह सकते तो मैं आपकी इस बात से सहमत नहीं हूं कि अज्ञात लोगों को आमंत्रित किया जाता है हां यूं जाते हैं कभी कभी आस पड़ोस के लोग भी आ जाते हैं जो हमारे रिश्तेदारों की श्रेणी में नहीं आते पर फिर भी कुछ ना कुछ हद तक हम नहीं जानते होते हैं वह बिल्कुल अज्ञात तो नहीं होते जहां तक पाते की शादी महंगी होती है तो हां मुझे लगता है कि यहां की शादी है इसलिए महंगे होते कि इसमें एक खास वजह जो है लोगों की सोच है जिसमें वह सोचते हैं कि हमारी सांसो को दिखाने का यह मौका है हम दिखाएंगे कि हम कितने अमीर हैं तो इस पर से शादियों पर बहुत ज्यादा खर्चा किया जाता है लोगों को दिखाने के लिए दिखावा करने के लिए जो कि मुझे सही बात नहीं रखती है यही मुझे खास बजे लगती है बाकी यह हर चीज पर हर लोगों पर लागू नहीं होती हम शुक्रिया
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
शादियों में इतने सारे अज्ञात लोगों को क्यों आमंत्रित किया जाता है भारत में कितनी शादियां महंगी क्यों होती है वैसे तू मेरा मानना यह है कि लोगों को अपने आप को शुरू करने में बड़ा ही आनंद आता है उनका उन लोगों का मानना यह है अपने भारत में सबसे विचित्र चीज है कि जब तक हम कोई चीज तो नहीं करेंगे तब तक हमारा नाम नहीं होगा नाम वह दिखावा इन चीजों की वजह से भारत में हर चीज महंगी है किसी भी प्रतिकूल कंपनी को ले लो अगर उसका कोई नाम जैसे किसी कंपनी का नाम ऊंचा है कि इस कंपनी के कपड़े अच्छे हैं तो हम शक्ति कंपनी हुए कपड़े नहीं करेंगे हम कपड़े खरीदेंगे ऊंची कंपनी के
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
देखिए हमारा जो भारतीय कल्चर है जो इंडियन कल्चर है वह इतना महान है और डाइवोर्स है कि उसमें किसी भी इवैंट में किसने फंक्शन में बहुत सारे लोगों को बुलाया जाता है कि ऐसा समझा चाहता है और ऐसा माना जाता है कि जो पड़ोसी है और जो देखे कोई भी बड़ा इवेंट होता है तो हर एक इंसान को जितने भी रिलेटिव है हमको बुलाया जाता है जो पड़ोसी है जो दोस्त है तो ऐसा माना जाता है कि हम प्यार करते हैं जो हर खुशी में उनको बुलाया जाता है गम में उनको बुलाया जाता है क्योंकि इंडियन कल्चर भी यही है कि कुछ छोटा भीम एंड हूं कोई बड़ा इवेंट हो तो हर एक इवेंट को हर एक फंक्शन को साथ मिलकर मनाने का हक सिर्फ यही एक रीजन है कि शादी में इतने सारे अज्ञात लोगों को आमंत्रित किया जाता है और जितने देखिए जितने ज्यादा लोग होंगे उतना ज्यादा
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
देखिए भारत में लोगों ने शादियों को एक ट्रेन सा बना दिया है कि यहां जितने सारे अधिक से अधिक लोग होंगे उतना ही बढ़िया शादी कहलाएगी और लोगों में इतनी ज्यादा चर्चा का विषय हो जाता है कि उन लोग जान दे देते हैं लोग आए तो उनका समाज में रुतबा शोहरत और नाम ज्यादा होगा और एक हमारे खान-पान भी बहुत सारे होते हैं उन चीजों की बर्बादी भी होती है अन्य खर्चे भी बहुत सारे होते हैं तो ठीक है यह चीज उनके लिए ठीक है जो काफी सक्षम है एकदम साउंड है लेकिन क्योंकि यह ट्रेन सा बन गया है तो इसके जो भुक्तभोगी होते हैं वह आम मिडिल क्लास वालों फ्लोर मिल क्लास फैमिली होते हैं क्योंकि उन पर भी एक प्रशंसा हो जाए
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
भारत में शादियां बहुत ज्यादा धूमधाम से मनाई जाती है देखा जाए तो तू आज त्यौहार से भी ज्यादा बड़ी तरीके से बनाई जाती है और एक तरफ देखा जाए तो यह एक सिग्निफिकेंट ट्रेडमार्क है भारतीय कल्चर का आप एक सारे रिलेटिव्स आते हैं दोस्त आते हैं एक साथ मिलकर एक ओकेजन सेलिब्रेट करते हैं कि 2 लोग जो है शादी कर रहे हैं एक बंधन में बंद रहे हैं ऐसा नहीं है कि इतने लोग क्यों आते हैं तो यह माना जाता है कि अपनी खुशी में सब को शामिल शामिल करना चाहिए और उनके सबके साथ मिलकर जो है यह बंधन सेलिब्रेट करना चाहिए तो बहुत सारी रस्में रिवाज होते हैं बहुत सारी जो है रिचुअल सोती है और लोग उसमें चाहते हैं कि और जो भी जो भी उनको इंपॉर्टेंट है सब को शामिल हो और
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
मुझे आपकी बात बिल्कुल सही है भारत में जो है और शादियां में होती और बहुत सारे लोगों को बुलाया जाता अपना पूरा गांव पूरा ले लेते पूरा परिवार घर सारा जमाना जो है और शादी के दिन आ जाते हैं और कई लोगों को तो आप पहचान नहीं पाते इतने सारे लोग आ जाते हैं और यह भारत में कितना राज्य और उनके खाने का खर्चा पीने का खर्चा कुछ लोग रहेंगे कुछ नहीं रहने पर गाड़ियों का खर्चा जो बारात में लेकर जाते हैं जो मतलब इसी वजह से जो है भारत में जो है इतनी महंगी हो जाती है लोगों का रिवाज रहा है और मतलब क्या हर देश में अलग-अलग होता है किसी में बहुत ज्यादा जाते हैं किसी मीडियम जाता कि मर जाएंगे और स्वार्थी हो Innova बस्तर पूरे गांव को लेकर पहुंच रही है बारात में
Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App!