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यदि आप किसी अर्थव्यवस्था की जानकारी से पूछेंगे तो आपको या ज्ञान होगा कि जो कर्जा हम करोड़ो का अरबों का कर्जा हम किसी परियोजना के लिए लेते हैं वह वास्तव में कर्जा नहीं होता में निवेश होता है उसमें एक उचित ब्याज दर होती है जिसके आधार पर हम मुनाफे का एक शेयर उस कंपनी को या उस बैंक को देते हैं जिसे हमने कब्ज़ा लिया है तो बात पूरी तरह सत्य नहीं है कि हमने एक केवल कर्जे के आधार पर शुरू किया है भारत के पास एक बहुत बड़ा रिजर्व है एक बहुत बड़ा पूंजी भंडार है जिसको चाहे तो इन योजनाओं में निवेश कर सकती है परंतु उनका जो मूल्यांकन है वह इस आधार पर नहीं होता है हर चीज के लेकर कम बंधी हुई होती है एक पूंजी जो एक निवेश होता है वह पैदा हुआ होता है हम उसको हाथ नहीं लगा सकते इस प्रकार की नई योजनाओं के लिए तो अगर हम देखें कि इन परियोजनाओं के लिए चाहे वह बुलेट ट्रेन हो जाए मेट्रो ट्रेनों हमेशा कर दिया लिया जाता क्या भारत जैसे देश ही नहीं अमेरिका जैसे समृद्ध देश भी इन सब परियोजना को प्रारंभ करने से पहले एक उचित ब्याज दर पर अनेक बैंकों सेवर सरकारों से कर्जा लेते हैं उसके बाद या परियोजना प्रारंभ होती हैं और उनके मुनाफे का एक पर्टिकुलर शेयर एक निश्चित शेयर उन कंपनियों को वापस दिया जाता है जिससे उन्हें उन्होंने कर दिया लिया हो तो यह एक व्यवस्था है जो अर्थ आर्थिक विकास के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है वह आने वाले समय में यह सुनिश्चित हो जाएगा कि इस प्रकार की परियोजनाओं से भारतीय अर्थव्यवस्था पर ज्यादा दबाव नापने धन्यवाद
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मोदी जी जो है बुलेट ट्रेन के लिए कोई अलग देश से कर्ज नहीं ले रहे हैं वह जापान से ही वह बुलेट ट्रेन जो है वह उधार देने क्रेडिट पर ले रहे हैं और उसके और उसकी ओर इसके लिए जापान जो है 0.1 परसेंट कुछ सरल 1% शायद कुछ ब्याज लगा रहा है जो खर्चा टोटल बुलेट ट्रेन पर तो यह जो बुलेट ट्रेन का जो फैसला है मेरे हिसाब से तो 12:30 के लिए अभी तैयार नहीं है मेट्रो की सेवाएं कुछ और थोड़ी और बड़ा नहीं चाहिए और जो ट्रेन नेटवर्क है उसमें जो है जो छोटे मोटे प्रॉब्लम से उसे सॉल्व करके उससे और एपिसोड बना दिया जाए तो भी काफी है ऐसे कोई खास जरुरत नहीं है बुलेट ट्रेन की समय भारत में अगर भारत नगर Karz भी लेता है तो भेजो जो वर्ल्ड बैंक से लिया जाता है कल जिस में जो है टॉप फाइव कंट्री जो यूएन में होते हैं वही वर्ल्ड बैंक में भी अपने पैसे डालते हैं और वहां से जो है पूरी दुनिया में हर कंट्री को पैसे दिए जाते ताकि योर कंट्री डेवलप्ड कंट्री बन सके
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देखिए मोदी मोदी जी बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए जो उन्होंने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट शुरू किया है जो मुंबई और अहमदाबाद को कनेक्ट करेगा उसके लिए करोड़ों रुपए का कर्ज़ जापान देश जापान भी जिगर मोदी जी को बिल्कुल बहुत ही कम ब्याज में दे रहे हैं यह हम सब जानते कि यह जो प्रोजेक्ट का कॉस्ट है यह बहुत ही ज्यादा है 100 सालों से भी ज्यादा पहले जब भारत सरकार में रेलवेज का काम जोरों से चल रहा था बहुत ही ज्यादा करोड़ों के इनवेस्टमेंट आ रही थी और परिवेश लग रही थी तो सब लोग इसको पोस्ट कर रहे थे कि यह नहीं चलेगा और नहीं करना चाहिए बिल्कुल गलत है बट आप इतने सालों के पास अभी देखते हैं कि हम बिल्कुल रेलवेज के बिना जी नहीं पाते जो एक आम आदमी है वह रेलवे में ही सफर करता है और इंडियन रेलवे सबसे बड़ी रेलवे है दुनिया की विश्व में सबसे बड़ी रेलवे है और ऐसे ही एक यूनिट बुलेट ट्रेन का प्रोजेक्ट शुरू किया है और मुझे पूरा विश्वास है सफल रहेगा और आने वाले समय मे और मैन सारे हट के पूरे भारत देश में बुलेट ट्रेन का उपयोग किया जा सकता है
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