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हेलो फ्रेंड साहब का प्रश्न है रजिया सुल्तान कौन थी मित्र भारत की प्रथम महिला शासिका रजिया सुल्तान थी जो किंतु तमीज की पुत्री थी और रजिया सुल्तान जो थी वह दिल्ली की प्रथम महिला शासिका थी मित्र इल्तुतमिश जो थे वह कुतुबुद्दीन ऐबक के दमाद थे कुतुबुद्दीन ऐबक गुलाम वंश का संस्थापक था तो रजिया सुल्तान भी गुलाम वंश के हिसा सिक्का थी तो दोस्त रजिया सुल्तान का जन्म 1205 ईस्वी में दिल्ली में ही हुआ था और रजिया सुल्तान जो है दोस्त 1236 ईस्वी में दिल्ली की सल्तनत पर की गद्दी पर बैठी थी और इल्तुतमिश की पुत्री रजिया सुल्तान जो है वह 12 से 36 ईसवी में गद्दी पर गई थी और 12 से 40 ईसवी तक वह गद्दी को संभाल ली उसके बाद अल्तूनिया अल्तूनिया एक राजा था जो कि अल्तूनिया ने रजिया सुल्तान को युद्ध में ललकारा और रजिया सुल्तान अल्तूनिया से हार गई और इसी युद्ध में के बाद रजिया सुल्तान को मार दिया गया दोस्त मैं बता रहा हूं आपको कि रजिया सुल्तान का एक प्रेमी भी था जमात उद्दीन याकूत और यह प्रेमी जोड़ा रजिया सुल्तान का यह तुर्क का नहीं था इसीलिए रजिया सुल्तान के संत अंत में रजिया सुल्तान का विरोध होने लगा था क्योंकि वह एक तुर्की की तुर्क वंश की शासिका थी अर्थात * तमीज जो था वह तुर्की था और गुलाम वंश का साक्षी का थी इसलिए इनके अपने ही राज्य में मुगलों द्वारा विरोध होने लगा और यही कारण था कि अल्तूनिया को इनके अपने राज्य के ही महामंत्री और कई सेनानायक जो थे वह सभी अल्तूनिया से मिल गए और यही रजिया सुल्तान का हार का कारण बना और याकूत भी मारा गया और रजिया सुल्तान भी मारी गई तो दोस्त रजिया सुल्तान जो थी वह दिल्ली की प्रथम महिला शासिका थी प्रथम तुर्की महिला शासिका थी जो कि गुलाम वंश की शासिका थी यह 1236 इस विषय 1240 ईस्वी तक दिल्ली सल्तनत की गद्दी पर बैठी
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रजिया सुल्तान इल्तुतमिश की पुत्री थी इल्तुतमिश ने अपना उत्तराधिकारी अपनी पुत्री रजिया सुल्तान को नियुक्त किया था रजिया सुल्तान दिल्ली की जनता और तुर्की अमीरों के सहयोग से 12 से 36 ईसवी में दिल्ली के सिंहासन पर बैठी थी पर्दा प्रथा त्याग कर दिया पुरुषों की तरह होगा एवं कुलाह पहनकर राज दरबार में खुले मुंह से जाने लगी थी घोड़े पर सवार होकर रजिया युद्ध मेदान में भी जाने लगी थी दिल्ली सल्तनत की प्रथम महिला शासिका रजिया की रजिया सुल्तान की पतंग का महत्वपूर्ण कारण उसका फ्री होना था
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रजिया सुल्तान दिल्ली की सुल्तान थी और उन्होंने 10 नवंबर 1236 से 14 अक्टूबर 1240 तक दिल्ली पर राज किया था
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रजिया सुल्ताना जो दिल्ली की बहुत बड़ी सुल्तान थी 10 अक्टूबर 1236 को पैदा हुई थी और 14 अक्टूबर 12 से 40 तक यह सुल्तान रही है दिल्ली की और इनका जो जन्म है वह 1205 बताओ गांव के अंदर हुआ था और यह 14 अक्टूबर 1240 को दिल्ली में इनकी डेथ हो गई थी उनका पूरा नाम है रजिया उद्दीन और उनके पति का नाम मलिक अल्तूनिया था और जीवन को दफनाया गया वह दिल्ली में ही दफनाया गया था
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रजिया सुल्तान भारत की पहली शासिका थी उसने लगभग 5 वर्षों तक दिल्ली की सल्तनत को संभाला उसका पूरा कार्यकाल संघर्षों में बीता और रजिया सुल्तान का जीवन साहस और वीरता से भरा था WhatsApp भी के लिए प्रेरणादायक रहा रजिया गुलाम वंश के सुल्तान इलेक्ट्रिक मिश्र की पुत्री थी जिस समय रजिया गद्दी पर बैठी उसके चारों तरफ घोर संकट छाया हुआ था दिल्ली सल्तनत के अमीर एवं दरबारी अपने ऊपर एक स्त्री का शासन होते देख नहीं पा रहे थे इसलिए वह लगातार उसके विरुद्ध षड्यंत्र करते रहते थे एक फ्री होते हुए भी रजिया ने जिस निडरता से संकट का सामना किया उसके कारण सभी आधुनिक इतिहासकार उसकी प्रशंसा करते हैं
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रजिया सुल्तान कौन थी सुल्तान जीत ज्योतिष मूसली और तुलसी इतिहास की पहली महिला शासक ने बोल सकते हैं और यह और यह किसकी पुत्री थी क्योंकि मूल के राज्य को अन्य मुस्लिम राजकुमारियों की तरह सेना का नेतृत्व तथा प्रशासन के कार्यों का अभ्यास कराया गया था ताकि जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जा सके और जो है बस 36 लेकर 22 तारीख तक में राज की थी 10536 में जन्म हुआ बात हुई थी 14 अक्टूबर का जो है आज का समाधि जो है मोहल्ला बना हुआ यह तो मंदिर चांदनी चौक दिल्ली में
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