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यह देश के अंदर बैठे कुछ गद्दार लोगों का नहीं हो पाया जो लोग हमने तो उनको सरकार एक ऐसी बना कर दे दे जो देश आजाद होने के बाद आज तक और आवाज करती आ रही 50 साल करीब उसने राज किया लेकिन उन्होंने भारत के नागरिकों ध्यान नहीं रखा और उन्होंने सिर्फ और सिर्फ कमीशन के लिए काम किया और इसलिए जो पड़ोसी देश चीन विकसित हुआ इसलिए नहीं हो पा रहा है मोदी जी के नेतृत्व में आप देख रहे हैं कि जल्दी आपको चीन से भी आगे भारत आपको मिलेगा और चीन जैसे देश उनसे बहुत ताकत के साथ हमारा देश सुधरेगा और आप जरूर इस बात का ध्यान रखें और एक आपसे निवेदन के बाहर में बनी हुई चीज को आप इस्तेमाल करें चीन के लोग हैं वह सीन कि देश के अंदर बनी हुई थी लेते लेकिन हमारा एक दिमाग कैसा बना हुआ कि नहीं जी मेड इन जापान मेड इन चाइना मेड इन कोरिया ऐसी मार दे मेरे नाले 2 साल आप देखें उसके बाद आपको अपने आप पता चल
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सर्वप्रथम मैं सुनिश्चित करना चाहूंगा कि भारत के साथ साथ चीन भी एक विकासशील देश है ना कि एक विकसित देश भारत में लोकतांत्रिक मॉडल का सहारा लिया परंतु चीन ने समाजवादी मॉडल का नाम भारत में हर नागरिक को समान अधिकार प्राप्त हुए जबकि चीन में केवल नाम नाम की सरकार रही माओवादी नीतियों में और लोकतांत्रिक नीतियों में जमीन आसमान का अंतर होता है भारत के विकसित ना होने पर हो ना हो पाने का एक प्रथम सबसे महत्वपूर्ण कारण था भारत की शिक्षा प्रणाली जो कि अभी भी अंग्रेजों के मॉडल पर काम कर रही है जबकि चीन ने कौशल बंद शिक्षा पद्धति थी उस को अपनाया तथा छात्रों को वह आम नागरिकों को स्वावलंबी बनाने का कार्य किया जबकि भारत में पुराने ढर्रे की शिक्षा प्रणाली का प्रयोग करके रोजगार के अवसर बहुत ही कम निकलता है जिससे कि रोजगार के अवसरों में कमी आई व शिक्षित बेरोजगारी भी बढ़ती चली गई जिससे की विकास दर अपने आप कम से कम पर होती चली गई साथी साथ भारत में रही भ्रष्टाचार जोधपुर अस्थाई सरकारों ने भी इसमें कम योगदान दिया है मैं भी मानता हूं कि राज्य सरकार व केंद्र सरकार के बीच बहुत ही काम सामंजस्य स्थापित हो पाया तथा विभिन्न भाषाओं धर्मो जातियों में बटा भारत विकास की सीढ़ी पर उस तरह से नहीं चल पाया जितना कि चीन चल पाया है इसके साथ साथ में यह भी मानता हूं कि भारतीयों की इच्छा शक्ति में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रही कमी कहीं रही तो वती राजनीतिक इच्छाशक्ति की जिसने भारत को विकास की सीढ़ी पर अभी तक नहीं चढ़ने दिया गया लेकिन पिछले कुछ वर्षों में जिस प्रकार से कौशल बंद शिक्षा की पुनर्संरचना हो रही है तथा जिस प्रकार से भारत में युवाओं को स्वावलंबी व रोजगार देने का जो पद्धति प्रारंभ की है वह इस प्रकार है उसे मुझे लगता है कि आने वाले समय में भारत को एक विकसित देश बनने की काबिलियत रखता है
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जब भारत को फुरसत मिलेगी आपस में दंगे कराने की आपस में राजनीतिक लाभ उठाने की अपनी-अपनी इन नेताओं को जेब बनेगी जब फुरसत मिलेगी उसके बाद ही तो विकसित हो सकेगा ऐसे कैसे विकसित विकसित होने के लिए महा की हुकूमत को ईमानदार होना बहुत जरूरी है और अगर हुकूमत चोर है तो जनता से क्या अपेक्षा की जाएगी की जनता तो उससे ज्यादा करके दिखाती है कि अगर किसी मुल्क को विकसित होना है डेवलप्ड होना है जुदाई की बातें बना की हुकूमत को सच्चाई का रास्ता पकड़ना पड़ेगा रिश्वतखोरी बेईमानी धर्मनिरपेक्ष ताकतों का जो बोल बाला है उनको खत्म होना पड़ेगा तभी तो फिर जनता भी इमानदारी से काम करेगी और देश विकसित हो सकेगा
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चीन जैसे विकसित होने के लिए हमारे देश के अंदर पढ़े लिखे समझदार लोगों का राजनीति बहुत जरूरी काम और बोलो हिम्मत होती उनके अंदर के बदलाव के लिए वर्क फोन चाइना से बहुत जल्दी आगे निकल सकते
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वाल्मीकि भारत जो है ना चाइना के बराबर नहीं हो सकता अब आप कहेंगे की हम देश भक्त देश द्रोही है सबसे बड़ा आज की देश आज के वक्त में भी वही है जिसे लगाओ करने वाला वही है जो देश में सच्चाई को ज्यादा लेकिन दूर भाग से हमारी मानसिकता यह बन गई है कि जो देश की सच्चाई को उजागर करेगा वह जो है देशद्रोही है कह रहा हूं कि आप सोई ना के बराबर नहीं पहुंच सकते तब जब हम जो आधार पर लोगों का बंटवारा खत्म नहीं करेंगे हम समाधि के द्वार से सामाजिक रुप से लौट के नहीं देखेंगे पारी मानसिकता जब तक नहीं बदलेगी हिंदू मुस्लिम सिख इसाई की मंदिर मस्जिद की मानसिकता नहीं बदलेगी तब तक हम आर्थिक रूप से मजबूत हो जान समाजिक दूसरे मजबूत नहीं हो सकते हम नहीं बोल सकते हम को किनारे रखकर क्षेत्र काला गोरा और देश के लिए और हमारे धर्म को सारे समाज के सारे लोगों को लेकर हमें इस देश को मजबूत करने के लिए आगे बढ़ना पड़ेगा और साफ नियत के साथ और मैं समझता हूं कि इस चाइना क्या है चाइना तो हमारे कितने पीछे रह जाएगा हमारे यूथ में जो पहली बार है हमारे लोगों के हमारे भारतीयों में जो पहली बार है तो दुनिया के किसी से में नहीं है और अगर होता तो अमेरिका जो है ना हमारे एटीएम को जो है ना यहां थर्ड ईयर फोर्थ ईयर ऑफिस नियर हो रहा है और वहां जो है उसकी नौकरी पक्की तो रीजन क्या है इसका मतलब नहीं हमारे अंदर को पोटेंशियल है हमारे अंदर टैलेंट है लेकिन दुर्भाग्य सरकारों को और कानूनी अब तक यह नहीं जाना उनको सत्ता से लगाओ है उनको देश से लगाव नहीं है और जिसको देश से लगा होगा वह कहीं ना कहीं इस मानसिकता से आज के काम करेगा और मैं समझता हूं कि आप देश की जनता को भी इस बारे में सोचना पड़ेगा कि हमें यूनाइट होने की जरूरत है हमें दूसरा ही लाइक नहीं कर सकता हमें सत्ता में बैठे लोग ही नहीं सकते और चाइना हाथों से इतना मजबूत हुआ है तो कहीं ना कहीं उनकी पॉलिसीज है और हमारी अभी बनी है लेकिन उनके लिए जवाबदेही तय हुई थी हमारी आदि वाद्य ही नहीं है हमारे एरिया में चोरी हो जाती है तो कोई था ना दिन भर खास नहीं होता हमारे यहां एक्सीडेंट हो जाता है बड़े-बड़े एक्सीडेंट हो जाते हैं रिलेटेड जो निश्चित है उसे मिस्टर जो है इसका नहीं देते तो आप बताइए कैसे आएगा हमने अपनी जिम्मेदारी को समझा नहीं और जब सारी चीजें गलत हो रही है तो हम जो हैं अपनी जवाबदेही जो है हम अपनी जिम्मेदारी से बचते हैं तो कहीं ना कहीं मुझे ऑन मॉनिटर के लिए इसको बहुत मजबूत करने की जरूरत है जहां पर बहुत तेज मुझसे प्यार करने वाले लोग हैं यूनिनार लोगों और उनके नीचे काम कर रही हैं उनके खिलाफ एक्शन लेने होंगे तभी मुमकिन है जब देश में सत्ताधारी लोग हमें उस मानसिकता से हटकर वर्कर हिंदू मुस्लिम और मंदिर मस्जिद से हम काम करें तो निश्चित रूप से भारत जो है बहुत ज्यादा दूर नहीं कुछ ही सालों के अंदर अमेरिका और चाइना से बहुत आगे निकल सकता है
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चाइना माल कब तक बनेगा
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क्योंकि आवाज को में प्रचार बहुत ज्यादा है भ्रष्टाचार और आपकी लोगों में और अविश्वास की भावना यह दो चीज भारत बहुत पीछे जाती है और चीन में महिला हो या पुरुष आपसी तालमेल या समंदर से बहुत ज्यादा है लोग बेहाल फूल होते हैं दूसरे की मदद करते हुए चलते हैं भारत में अगर आप आगे बढ़ रहे हैं और आपको आपको वह मदद भी किया हो लेकिन आप एंड टाइम में उसकी टांग खींचे गए अपने बराबरी पर लाने की कोशिश करते हैं आप उसकी उस लेवल तक उसको रखने नहीं देते और लाख तरीके सरल करते हैं जबकि चीन में ठीक को उसके उल्टा है लोग अप साथ औरों का भी विकास करते हुए चलते हैं और दूसरी बात भ्रष्टाचार तो है यह सबसे बड़ा मैटर ताई सीखे कुछ अच्छा लिखने के लिए बहुत अच्छी-अच्छी चीजें हैं और उस समय से तथा मोहन सभी मेरे ख्याल में आपको पसंद आएगा धन्यवाद
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आपका प्रश्न है कि भारत अपने पड़ोसी देश चीन जैसा विकसित क्यों नहीं हो पाया देखिए जितने विकसित राष्ट्र चीन है जो अपमान है अमेरिका है आप एक चीज गौर करें कि वहां पर जाति संप्रदाय के नाम पर झगड़े नहीं होते दंगे फसाद नहीं होते और वहां के नागरिक अपने देश की तरक्की के लिए तत्पर रहते हैं लगे रहते हैं और वहां के जो नेता है आपने कभी नहीं सुना होगा कि चीन जापान अमेरिका जो विकसित राष्ट्रों के वहां के नेताओं ने कोई जाति संप्रदाय को लेकर किसी प्रकार की कोई बात की हो उनके जब भी उनके बयान बनाते हैं देश के विकास के लिए और देश की उन्नति के लिए आते हैं और उसी के लिए वह दृढ़ संकल्पित होते हैं कि आर्थिक व्यवस्था उनकी प्रकार किसे रहे और उनके वहां लोगों को रोजगार की सम्मिलित स्वास्थ्य सुविधा कैसी हो वहां की शिक्षा कैसी हो खेल नीति कैसी हो चीन की आबादी हम से कई गुना ज्यादा है लेकिन ऐसा क्या कारण है कि जब एशिया रियो ओलंपिक होते हैं तो उसमें चीन सबसे ऊपर चला जाता है जापान सबसे ऊपर जाता है और उनसे कम आबादी होने के बावजूद भी हम फिसड्डी रहते हैं तो यह वहां की जो राजनीति है सत्ता में कोई भी रहे लेकिन देश आगे बढ़ना चाहिए यह वहां के नेताओं के लिए सबसे अहम चीज होती है जो किसी भी दल से संबंध रखता हूं अब हम क्यों नहीं हो पाए अब इस प्रश्न पर आते हैं जो आपका है हमारे देश में हर दिन हर घंटे कोई न कोई नेता ऐसे भाषण देता है कि जिससे देश को लगने लगता है हम वह परिवर्तन करना चाहते हैं हम लीक से हटकर देश का संविधान है उससे हटकर चलना चाहते हैं हम अपने आपको अलग बताना चाहते हैं हम अपनी सोच जनता पर थोपना चाहते हैं हम आए दिन आंतरिक मामलों में उलझे रहते हैं हिंदू मुसलमान गाय गाय भेस मंदिर मस्जिद यह एक विकसित राष्ट्र होने की पहचान नहीं है विकसित राष्ट्र होने की पहचान है हमारी जो बच्चों को शिक्षा किस प्रकार की मिल रही है आज अगर हम देखें तो दिल्ली में जो केजरीवाल निजी स्कूलों का उन्नयन किया है उसको अमेरिका जैसे विकसित राष्ट्र ने भी सराहा है तो उस मॉडल की स्कूली पूरे देश में क्यों न बने रोजगार को लेकर आज युवा खाली बैठा है आज पूरे विश्व में सबसे ज्यादा अगर युवा किसी देश में है तो भारत में भारत के पास सबसे ज्यादा युवा देश होने का गौरव प्राप्त है और हमारे युवा फेसबुक ठीक-ठाक प्रिंटी लगे उनको काम चाहिए इस देश में उद्योग चाहिए इसकी आर्थिक स्थिति हमारे देश की वह सुधर हो जब तक इन मुद्दों पर काम नहीं होगा शिक्षा है स्वास्थ्य है रोजगार है तब तक हम विकसित राष्ट्रों होने की कल्पना भी नहीं कर सकते आज हालात ये हैं कि हमारा रुपया बांग्लादेश के रुपए से नीचे चला गया जिसको हमने पैदा किया वह हमसे अच्छी स्थिति में पहुंच गए और हम जन्मदाता जो देश है जो विश्व गुरु बनने की कर परिकल्पना में लगे आज हालत यह है कि स्कूलों में गुरु गुरु नहीं शिक्षक नहीं तो हम कैसे कल्पना कर सकते हैं इसके लिए हमारे देश के राजनीतिज्ञों को सोचने की बहुत जरूरत है कि संप्रदायिक वाद से वोट बैंक के बाद से कोई भी दल हो बीजेपी हो कांग्रेस व सपा सपा जो भी हो मैं किसी की बात नहीं करता वोट बैंक की राजनीति बंद कर समान रूप से इस देश की जनता के भलाई के बारे में सोचें शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार के बारे में सोचें इस देश की उन्नति के बारे में सोचें इस देश की रक्षा के बारे में सोचें क्योंकि इस देश का हर एक नागरिक देश भक्त हैं
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देखिए भारत और चीन दोनों की तुलना करना मुझे लगता है किसी भी हाल में बेहतर नहीं आप किस विकास की बात करना चाहते हैं विकास 2 तरह का है एक विकास है जो आपको सामने नजर आ रहा है वह व्यापार व मुद्रा मुख्य सड़क लेकिन दूसरा विकास है विचारों का विचारों के विकास में मुझे लगता है चीन बहुत पिछड़ा हुआ है निश्चित तौर पर हो सकता है कि हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में कई खामियों का अभ्यास करते हैं उस विकास में सभी का शामिल होता है लेकिन मैं ऐसा नहीं है एक मत से एक साथ विकास हो सकता है यशतीमधु को साथ लेकर विकास करने में निश्चित तौर पर समस्याएं तो आएगी ही आएगी क्या आज चीन भले ही मशीनी युग में हम से आगे उत्पादन में हम से आगे हो दोस्तों में हमसे आगे हूं लेकिन विचारों में आज आप देखिए कन्फेस इसके बाद चीन से कोई ऐसा विचार नहीं निकला जिसे पूरा का पूरा विश्वमाता हुआ है क्योंकि वहां विचारों पर प्रतिबंध है तू विकास का पैमाना अलग अलग होता है आईएमएफ जब अपना रेटिंग देती है या फिर संस्थाएं आर्थिक संस्थाएं स्वतंत्रता के आधार पर विकास का सर्वेक्षण लाइव चैनल आज हमारे पास कोई भी थी आप बताइए आप विकास किसे कहते हैं आप चाइना में कितनी न्यूज़ है सिर्फ एक सरकारी न्यूज एजेंसी सरकारी है लेकिन हमारे हिंदुस्तान में देखिए आप हम जैसे कई ऐप्स है जो इस तरह से लोगों के स्वतंत्र विचारों को जनता के बीच ले जा रही है कोई रोक नहीं कि अलग-अलग निश्चित और प्रकार की विकास विभाग
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भारत अपने पड़ोसी देश चीन जैसा विकसित क्यों नहीं हो पाया यह सिर्फ सोच है अगर मैं आपको सही बारे में बताओ कि भारत का किसी मायने में कम नहीं है भारत आप देखने टॉप 505 के अंदर आ रहा है वह क्षेत्रफल की दृष्टि से अगर चीन के बराबर होता तो आज वह भी चीन से आगे बहुत कुछ एक मामलों को लेकर हम कह सकते हैं कि जिस मामले विकसित नहीं हो पाया या अंदर कमरे का सबसे बड़ा रीजन है भारत की गंदी राजनीति
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देखिए ऐसा है कि भारत जो है चीन के सामान विकसित इसलिए नहीं है क्योंकि चीन जो है वह एक ग्यारह लोकतांत्रिक देश है और हम जो हैं एक लोकतांत्रिक देश है जो कि अच्छी बात है लोकतंत्र होना चाहिए आजादी है हर इंसान की उसका हक है लेकिन आजादी के कुछ फायदे फैक्ट्री होते हैं खासकर कि वहां जहां आबादी बहुत ज्यादा होती है तो हमारे यहां आजादी के नाम पर हड़ताल है होती हैं वैसे फूक दी जाती हैं और भी तमाम पहलुओं है जो आप समझते हैं और इसका गलत फायदा उठाते हैं लेकिन चीन में ऐसा नहीं होता चीन में जो है करप्ट इंसान को प्रभावी तत्काल रुप से जो है उसको दंडित किया जाता है और हमारे यहां क्या होता है इंसान के गुजर जाने के बाद जो है कोर्ट का फैसला आता है वह भी क्या दो या 4 साल की सजा उसमें अभी 2 महीने बाद उसे जमानत मिल जाती है और वह इंसान अगर अभिनेता हुआ तो उसको 4 दिन बाद हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया जाता है बहाना बनाकर तो हम कैसे उम्मीद रखें कि हम 3 के बराबर खड़े हो सकते हैं चीन के बराबर अगर हमें खड़ा होना है तो हमें कुछ चीन की पॉलिसी अपनानी होगी जैसे कि बन जाए हम यहां तू चल कर सकते हैं लेकिन करना तो पड़ेगा यहां जैसे हम बच्चों की कतारें लगा देते हैं और उम्मीद रखें कि हम जो हैं विकसित देश की श्रेणी में आ जाएंगे मुमकिन नहीं है एक भी ऐसा दुनिया में 206 देश है लेकिन एक भी ऐसा देश नहीं है जहां इतनी आबादी हो और वह विकसित होता है चीन को छोड़कर और चीन इसलिए क्योंकि वहां सरकार का नियंत्रण रहता है धन्यवाद
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देखिए भारत और चाइना का नंबर दे में समाचार नहीं करना चाहिए लेकिन क्योंकि वह नहीं बिलिंग कंट्री से हैं तो आपको सूचित किया जाता है और चाइना में जो है जैसा कि आप ने सवाल पूछा है कि भारत के पड़ोसी देश चीन के जैसा ज्यादा विकसित क्यों नहीं है तो मैं समझता हूं कि जो इकॉनॉमी है ना वह यह काम में बहुत बड़ी है क्योंकि पॉपुलेशन उसका बहुत ज्यादा है तो वहां पर वर्किंग फ्लाईओवर के बल चलती बहुत ज्यादा है तो इसलिए गवर्नमेंट को जो है वह टेक्स भी उतना ही ज्यादा आता है और इकनोमिक वहां की बहुत ज्यादा है वहां का जीडीपी भी जो है बहुत ज्यादा है और मेन मुद्दा क्या है कि बहुत सारी है जो चीजें हैं अमिताभ बच्चन की इंडिया में जो 60% ऑफर प्लास्टिक की चीजों रही है सर जी आजकल तो क्या मेक इन इंडिया प्रोग्राम आ गया तो इंडिया की चीजें लोग ज्यादा खरीदने पर आ रहे हैं लेकिन पहले और अभी भी कई कंपनियों का जो बैटरी है वह चाइना में ही है जो मोबाइल कंपनी हुई लैपटॉप कंप्यूटर और यह पाठ से बगहा के और इलेक्ट्रिसिटी के पार्ट्स माइक्रो पाठ औरतों से चल फकीरा का फैक्ट्री चाइना में है क्योंकि वहां पर है जो लेबर कोर्ट से बहुत बहुत कम है मैच कंपेयर टू इंडिया लेकिन अब जो है वह मेक इन इंडिया प्रोग्राम के द्वारा अभी इंडिया में भी आ रही है तो मैं समझता हूं कि भारत जो है वह चाइना की तरह ही बहुत तेजी से प्रगति कर रहे हैं और एक दिन चाइना को भी मात दे कर आगे निकल जाएगा
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हिंदी क्या करमपुरा हॉस्पिटल देखे तो किस प्रकार से चीन जो है जलता है तो वह बोल भारत से पूरी तरीके से अलग चलता है कि किरम सिंह के जंक्शन सिस्टम की बात करें जिस प्रकार संघ एजुकेशन सिस्टम 12 साल के बच्चे जो है जो कंप्यूटर में में लाजवाब है और अन्य कंप्यूटर इतना चिंतित रहता है कि आप चाइना जो एक ऐसा मात्र देश है जहां पर चाइना के लोगों को चाइनीस लोग जब खुद WhatsApp यूज नहीं करते उनके पास भी चैट है उनके पास हरि बड़ी-बड़ी सोशल मीडिया का अल्टरनेट है तो कहां कहां पर बाकी जो पॉपुलेशन प्रोडक्टिव है वहां पर जाकर ऑप्शन नहीं है जितना भारत में पाया जा चुका है ग्राम भारत के एजुकेशन की बात करें तो ऐसे कई सारे लोग झिंग अभी तक यह नहीं पता कंप्यूटर क्या होता है Android क्या होता है या फिर हम कह सकते कंप्यूटर चालू कैसे करते हैं या फिर वह मॉडर्न एजुकेशन सिस्टम ठीक नहीं है जाकर क्या चाइना में जो है वह लोग मॉडर्न एजुकेशन रिपोर्ट अपडेटेड है वह खुद मॉडर्न एजुकेशन को और जो है नई-नई चीजें लेकर आ रहे मॉडर्न एजुकेशन मैसेज ही नहीं जिस प्रकार से बाकी लोग जंगल एयरपोर्ट पहुंच गए क्या गर्भवती चाइना की पॉपुलेशन की बात करें तो लगभग 80 से 90 30 दिन तक के जो वह पॉपुलेशन जो है वह खुद काम कर रहे हो खाना खा पर कब आ रहा है तो चाइना जो है उनका गरम कंट्री साइज भी देखा था वफ़ा से बहुत बड़ा है या भारत से थोड़ा भला है जो कि हम भारत की बात करें तो भारत में अभी तक एजुकेशन जो भुलाए नहीं जा चुका बेरोजगारी अभी तक है यह सच है कि कि भारत की जन्म लेता है या फिर हम राजनेता है वह इतने भारत को लेकर इतने चिंतित नहीं है जितने सीन को लेकर चिंतित हैं तो मेरे हिसाब से यह कारण है कि भारत अपने पड़ोसी देश चीन से ज्यादा विकसित नहीं हो सकता
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विकी चाइना एक डेवलप्ड कंट्री से हो रहा है क्योंकि वहां पर टेक्नोलॉजी दिन ब दिन निश्चित होती जा रही है और मैं इंडिया का मतलब उससे कम डालना पड़ेगा दुनिया दूंगी इंडिया पर ब्रिटिशों ने रोल किया था तब वह इंडिया का सारा को चली गई इसलिए इंडिया के पास सबसे मतलबी कैसे कम है लोगों ने बहुत कुछ हालत खराब हालत बहुत कुछ खराब थी तो इंडिया का जो सरकार है तब से इंडिपेंडेंस होने के बाद इंडिया उसे ठीक करने के लिए उपलब्ध कराई थी इसलिए चाइना बहुत सालों से उस पर वर्क कर रही है चाइना को डेवलप कैसे किया जाए हर तरीके से युवाओं से लेकर बड़े बड़े लोगों तक और टेक्नोलॉजी हो या आर्किटेक्चर हो इस समय से अच्छे संबंध का वर्क कर रही है इसे अभी अमेरिका के बाद अगर ना मिले तो चाइना का ही है मुझे लगता है इंडिया डाउनलोड इसलिए नहीं है कि मैंने कहा कि ब्रिटिश रुल कर गई इसलिए लोगों को अभी शावर ना थोड़ा सा मुश्किल का हल के लोग अभी सबर रहे हैं और टेक्नोलॉजी अभी बहुत कुछ आगे बढ़ रही है बट वह कब है और यह सब कुछ लोगों की बात करें इंडिया में पॉपुलेशन बहुत ज्यादा है और कुछ लोगों की बात करें तो फिर उनके मतलब बाद में बात नहीं आती वह एक आराम से जीवन जी रहे हैं और मेरे ख्याल से जो जबान है हमारे तो वही मतलब प्रॉब्लम से जूझते है बाकी लोगों ने भी इसके बारे में सोचना चाहिए कि इंडिया को डेवलप बनाने के लिए गला क्लिनिक किस फिल्म में काम कर सकता हूं और ज्यादा से ज्यादा योगदान उसमें देना चाहिए हालांकि यह लोगों और सरकार दोनों के बीच अगर कनेक्टिविटी याद आ रही है तभी यह पॉसिबल हो सकता है सरकार ने भी ऐसे मिल गए रहना चाहिए जो इंडिया के डेवलपमेंट के लिए हो तो तो ही अच्छा होगा
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