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नमस्कार दोस्तों ने पेट की चर्बी को कैसे कम कर सकते हैं तो हम यहां पर जानेंगे कि योग और प्राकृतिक तरीके से कैसे हम अपने शरीर पर जो एक्स्ट्रा फैट डिपॉजिट हो गया है तो कैसे यूज कर सकते हैं परंतु इससे पहले हमारा यह जानना बेहद आवश्यक है कि हमारे शरीर में फैट क्यों डिपॉजिट होता है इसके क्या कारण है दोस्तों यदि आप ज्यादा तालाब निलेश फास्ट फूड या जंक फूड का सेवन करते हैं जो बहुत ज्यादा गरिष्ठ होता है जिस तामसिक प्रवृत्ति का होता है फ्रेश नहीं होता है कुछ प्रकार के भोजन का जवाब नियमित सेवन करते हैं धीरे-धीरे धीरे-धीरे आपके शरीर में टॉक्सिन जमा होने लग जाते हैं तो क्षमा इसलिए होते हैं किस प्रकार का भोजन हमारे राजेश में सही प्रकार से इस का पाचन नहीं हो पाता है पेट में एसिड की मात्रा बढ़ती रहती है और ऐसा जब होता है तो एसिड रिफ्लक्स होने लगता है खट्टी डकार आना पेट में जलन होना जब नियमित रूप से लगातार जब इन सब चीजों को कोई व्यक्ति करता रहता है तो पेट से संबंधित बहुत सारे लोग आ जाते हैं अल्सर किसी का तू जाती है पेट में छाले पड़ जाते हैं और पूरी मिला पूरी तरह से मिलाकर जो हमारा डाइजेशन सिस्टम है वह खराब होने लगता है हमारे स्टमक में भोजन का सही प्रकार से पहुंचे नहीं होता है लीवर के द्वारा जो पाचक रसों का भोजन में मिलाया जाता है वह पूरी तरह से इसमें सीक्रेट नहीं हो पाते हैं तो फिर यह बिना पचा हुआ भोजन हमारे हाथों में पहुंच जाता है और वहां पर विश का डाइजेशन नहीं होने से वहां पर यह मल के रूप में पेट की जो अंदर जो आते हैं उनके जो अंदर की जो लहर है उसमें जमा पड़ा रहता है और लगातार जब ऐसा होता है तो हमारे जो ब्लड है वह दूषित होने लगता है मल के निष्कासन की प्रक्रिया हमारी कमजोर हो जाती है तू जो टॉक्सिंस हैं हमारे हाथों से वह ब्लड में घूमने लग जाते हैं मिल जाते हैं तो पूरा शरीर का रक्त दूषित होने से बहुत सारे ऐसे टॉपिक जमा होने लग जाते हैं जैसे कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना जब कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है तमरहाट के लिए और बाकी जितने भी इंटरनल ऑर्गन है उनके लिए नुकसानदायक होता है साथ ही साथ जो आपका फाइट है वह भी से बढ़ता रहता जवाब दो ज्यादा ऑइली चीजें खाते हैं या फिर वह मेरा पैसा फैट वाली चीजें का सेवन करते हैं तो ऐसा लगातार होता रहता है पेट आपको डिपॉजिट होता रहता है क्योंकि मल के निष्कासन की प्रक्रिया कमजोर हो जाती है ब्लड आपका डिफाइन नहीं रह पाता तो सारे जितने बॉक्सिंग सब आपकी बॉडी में धीरे-धीरे जमने लगता है और इसका एक बहुत बड़ा कारण होता है कि आपके शरीर में जो चर्बी है वह बढ़ने लगती है खासतौर से आपका जो पेट है उसकी चर्बी बढ़ जाती है दूसरा यह कि यदि आप चाय कॉफी कोल्ड ड्रिंक पर नियमित रूप से सेवन करते हैं तो इनमें बहुत सारे ऐसे और बोलो तत्व होते हैं जो आपके शरीर में एसिड की मात्रा को बढ़ा रहते हैं आपका डाइजेशन मिस्टेक हो जाता है यदि आप जरा तला भुना के साथ-साथ यदि आप ऐसा भोजन करते हैं जो पैकिंग वाला है जो पेन फूड है जो प्रोसेस ओके आ रहा है या जो नेचुरल नहीं है जो प्रकृति से नहीं बना है परंतु किसी फैक्ट्री में बनकर आ रहा है उस तारीख जितने भी डिब्बाबंद या जो पैकिंग वाली चीजें हैं इससे श्रेणी में आती है इन सब चीजों में बहुत सारे ऐसे हार्मफुल प्रिजर्वेटिव मिले होते हैं जो हमारे शरीर के लिए पूजा नुकसानदायक होते हैं और जब इनका सेवन करता है तो पेट में जाकर इंसेंट की मात्रा बढ़ जाती है इससे डाइजेशन नहीं होता है तो वापस आ जाती है कि हमारे हाथों में पड़ा हुआ जो माल है वह चढ़ता रहता है और हमारा पूरा बॉडी का जो वातावरण है जो यहां का असर है वह पूरा गंदगी भरा हो जाता है तो इस वजह से फैट बढ़ने लगता है तो कम करने के लिए अब यहां पर हम यह बात करते हैं कि प्राकृतिक प्राकृतिक रूप से कैसे कम कर सकते हैं तो हम अपने बॉडी पर जो फैट जमा है पेट पर चर्बी जमी है उसको कम करने के लिए जो समारा सबसे पहला कदम होना चाहिए कि यह इस प्रकार का भोजन है उसको मैं बिल्कुल बंद कर देना कि हमें करना क्या है कि शुद्ध सात्विक और हल्का भोजन का सेवन करना जो प्रकृति से जो भोजन हमें डायरेक्टली मिल रहा है उसका आप अधिक से अधिक सेवन करें खाने में आप यहां फ्रूट और वेजिटेबल की मात्रा बढ़ाएं क्योंकि इनमें जो विटामिन प्रोटीन से या जो भी हमें एनर्जी मिलती है वह नेचुरल फॉर्म में होती और हमारे शरीर को किसी प्रकार कैसे नुकसान नहीं पहुंचता है तो यह सब चीजों का को सेवन करना चाहिए खाने में फाइबर की मात्रा को मंकी फाइबर की मात्रा के बाद बढ़ाते हैं तो आप के इस्तेमाल के निष्कासन की प्रक्रिया तेज होती जिससे बॉडी डिटॉक्स खड़ी रहती है पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए नारियल पानी का सेवन कर सकते हैं नारियल का सेवन करते हैं तो उसे आपकी बॉडी में यदि कोई किसी प्रकार का कोई इंफेक्शन है वह खत्म होता है और आपके बॉडी डिटॉक्सिफाई रहती है जिसके साथ आप मोटे अनाज का सेवन करें दालों का सेवन करें और शुद्ध सात्विक हल्का भोजन लेंगे तो आपका जो फैट धीरे-धीरे कम होता जाएगा खाने की जो एक व्यवस्थित दिनचर्या है उसको अपनाएं शाम को भोजन आप जल्दी करें 7:00 बजे से पहले करें और प्रातकाल जाओ नाश्ता लेते हैं तो वह है अभी नाश्ता ले जितना आप हैवी से हैवी नाश्ता कर सके वह सारी चीजें नाश्ते में खाएं इसके साथ-साथ आपको भोजन जवाब करते हैं तो भोजन करने के बीच में पानी का सेवन नहीं करें और बाद में तुरंत सेवन नहीं करें आपको लंबा खाना खाने के 1 घंटे बाद ही पानी का सेवन करना है और वह भी हल्के गुनगुने पानी का जवाब सेवन करेंगे तो सबका डाइजेशन सिस्टम इंप्रूव बना रहेगा क्यों बात करते हैं कि योग में हम कैसे अभ्यास करें ताकि हम अपने वीडियो कम करें दोस्तों में सबसे पहले हम आंसुओं की बात करते हैं असल में भुजंगासन है ताड़ासन चक्रासन उत्तानपादासन पवनमुक्तासन तो ऐसे ही है कुछ ऐसे आपने जिन का सीधा असर हमारे डाइजेशन सिस्टम पर आता है चमक पर आता है डोमिनल पार्ट्स पर आता है और जब हम नियमित रूप से सही तरीके से अभ्यास करते हैं तो हमारी जो शरीर है वह डिटॉक्सिफाई होता रहता है हमारे सर पर विशेष प्रकार का खिंचाव आने से अंदर के जितने भी इंटरनल ऑर्गन से उनकी मसाज होती है जो डाइजेशन सिस्टम में जितने भी ऑर्गन हैं चाहे वह स्टमक हो लीवर किडनी पैंक्रियाज और कैंसर इलाज अंडरस्टैंड अंडरस्टैंड सभी में एक सकारात्मक प्रभाव पड़ता हूं की मसाज होने से वहां पर जमा है उनके निकलने की प्रक्रिया तेज हो जाती है और जब हम नियमित रूप से अभ्यास करते हैं तो हमारी जो पाचन शक्ति मजबूत बन जाती एसिड की मात्रा कम होती है तो जो भी हम भोजन कर रहे हैं उसके सारे पोषक तत्व हमारे शरीर को मिलते हैं जो एक्स्ट्रा फैट डिपाजिट को धीरे-धीरे बर्न होकर शरीर से बाहर निकल इसके साथ-साथ यदि हम प्राणायाम की बात करें तो पुराना ही मैं आपको सूर्यभेदी प्राणायाम और भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास करना चाहिए जो आप इन दोनों प्रणब प्रयास करते हैं तो इससे आपके शरीर में हिट जनरेट होती है और डिपाजिट सेवन होता रहता है वह धीरे-धीरे दूर होता रहता है इसके साथ-साथ अब कपालभाति क्रिया का भी अभ्यास कर सकते हैं कपालभाति के लिए कब वापस करते हैं आपके मस्तिष्क की शुद्धि तो होती ही है साथ ही साथ आपके डाइजेशन की शुरू होता है परंतु कपालभाति को वह लोग नहीं करें जिनके हार्ट डिजीज है या फिर उनका हाई ब्लड प्रेशर है यह इनके पेट में कोई अल्सर की शिकायत है सरकार ने की प्रॉब्लम है तो ऐसे लोगों को कपालभाति क्रिया का अभ्यास नहीं करना चाहिए बाकी विश्वास लोगे वह कपालभाति का अभ्यास कर सकते हैं दोस्तों कुछ क्रियाएं हैं जब हम उन क्रियाओं का अभ्यास करते हैं उसका भी असर पड़ता है कपालभाति के साथ-साथ आप कुंजल क्रिया कर सकते हैं कुंजल क्रिया में जो वमन क्रिया होती है जिससे जिसको बमन और कुंजल क्रिया एक ही होती है तो जवाब इसका अभ्यास करते हैं तो आपके पेट में जो स्टमक में जो एसिड की मात्रा है वह दूर हो जाती है और आपका स्वास्थ्य से मजबूत होता इसके साथ-साथ आप दंड धोती का व्यक्त कर सकते हैं गणपति का जवाब व्यक्त करते हैं तो इससे भी आपका जो स्टमक है उसमें क्लीयरेंस आती है और वहां पर उसके पेड़ से कैसे होता है किस प्रकार आफ नेचुरल प्राकृतिक भोजन का सेवन करके अपनी लाइफ स्टाइल को व्यवस्थित करके और जब आप योगाभ्यास करते हैं तो इससे आपके शरीर में बहुत ज्यादा आश्चर्यजनक परिणाम आपको आते हैं जो आपका एक्स्ट्रा फैट आपको डिपॉजिट हो गया पूरे शरीर में और खासतौर से आपके पेट को जो चर्बी जम गई है उसको आप बिना किसी दवाइयों के और साइड इफेक्ट से दूर कर सकते हैं धन्यवाद
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