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नमस्कार बहुत ही अच्छा सवाल आपने किया है बहुत सारे लोगों को इस समस्या से जूझना पड़ता है आलस्य से आप कैसे बचे देखिए सबसे पहली बात यह है कि मानव जीवन हमें मिला है तो जानवर भी अपने कामों के लिए वक्त और एक सिस्टम को फॉलो करते हैं तो हम तो मनुष्य हैं हमें हमारे भौतिक स्तर से हर प्रकार से अपने आप को सुव्यवस्थित और मैनेजमेंट के तरीके से चलाना चाहिए अब बात आती है आलस्य से बचने की तो देखिए सबसे पहली बात इस क्रम में आपको यह फॉलो करनी चाहिए कि सुबह अर्ली मॉर्निंग आपको उठने का हर हालत में कैसे भी करके प्रयास करना होगा एक-दो दिन 4 दिन आपको अटपटा लगेगा बाद में सुबह उठ कर फ्रेश होकर आप जब बाहर खुली हवा में थोड़ा घूमेंगे तो आपको महसूस होगा कि चार-पांच दिन बाद आप इसके बिना नहीं रह पाएंगे और यह बड़ा ही आपके लिए पूरे दिन के लिए बहुत अच्छा रहेगा अब बात आती है कि इस चीज को लगातार कैसे बनाएं तो आपको अपने अगले दिन का जो भी काम आपने करने वह शेड्यूल लिख के सिरहाने के नीचे रखकर सोना है सुबह उठे फ्रेश हुए घूमे उसके बाद में आप का रूटीन फिक्स वाला चाहिए भी इतने बजे मैंने यह करना इतने बजे यह करना है और उसमें कोई भी किसी तरह की इस बट नहीं होनी चाहिए पहले दिन शाम को जो चीज आप कागज पर लिखकर सिरहाने के नीचे रखेंगे वह आपके माइंड को आपके द्वारा दिया गया एक आर्डर है और दिमाग आपके ऑर्डर को मारने के लिए बाध्य है एक बार से यह अगर आप का रूटीन बन गया तो फिर आप देखेंगे कि एक नई स्कूटी नई उमंग के साथ आपका अलग से कहीं भी नहीं ठहरेगा नंबर दो बात आपको यह ध्यान रखनी है कि जब भी आप खाली हो आपके पास करने के लिए कोई काम नहीं हो उस समय आप अपने जो सिर से गर्दन तक का यह हिस्सा है यह नहीं कि जिसमें हमारा दिमाग रहता है इसको आपने खुराक देनी है अब दोस्तों अचरज होगा आपको जानकर कि 95% लोग गर्दन से नीचे यानी कि जो हमारी बात में नीचे बॉडी है पटवारी हाथ पैर इन सभी को खुराक देने में लगे रहते हैं पेट भरने में लगे रहते हैं जबकि हमारी असली खुराक हमारे सिर में छुपे हुए हमारे मस्तिष्क को मिलने बहुत जरूरी है तो इसके लिए आपको इसकी खुराक है बहुत ही अच्छा सकारात्मक साहित्य आपको पॉजिटिव बातें पढ़नी होगी सुननी होगी देखनी होगी यह सब आप जब अपने खाली समय में करोगे तो अलग से आप में आ ही नहीं सकता क्योंकि आपका माइंड धीरे-धीरे क्रिएटिव होता जाएगा वह कहते हैं ना जैसी संगत वैसी रंगत तो नंबर 3 आपने अंतिम बात यह ध्यान रखनी है कि आप किसी भी निठल्ले आदमी के पास अपना समय नष्ट नहीं करेंगे ऐसा आदमी जो नेगेटिव है जो यह कहता है वह हो मार दिया क्या होगा क्या हो गया यह है वह है उन लोगों के पास भी आप अपना समय बर्बाद नहीं करेंगे जब आपको समय की उपयोगिता मालूम पड़ जाएगी उस दिन से आपका अलग से पूर्णतया खत्म हो जाएगा धन्यवाद दोस्तों नमस्कार
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