चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
1975 में भारत में इमरजेंसी क्यों लगाई थी कि देश में इसके सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव क्या है इसका नतीजा क्या है कि 1975 में जो इमरजेंसी लगाई गई थी उसका कारण यह था कि उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी इलाहबाद हाईकोर्ट से अपना मुकाबला हार गई थी और उनकी कुर्सी खतरे में पड़ गई थी वह भी को चुनाव उन्होंने लड़ा था एसएमटी का वहां उनको हार का सामना करना पड़ा था और इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उनको जो गिर लाइक करा दिया था अब उसके बाद जब जब उनके पास तू ही चला था क्या तो वह अपने पद से इस्तीफा दे और व्यापक कानून में संशोधन कर लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट के पास वैसा कर पाने में सक्षम नहीं हो पाती क्योंकि उनको तुरंत इस्तीफा देना था लेकिन उन्होंने देश में आंतरिक इमरजेंसी जाने के आंतरिक सुरक्षा खतरे में है कहकर पूरे भारत देश में आपातकाल की घोषणा पत्र कैसे हस्ताक्षर करवाएंगे इस तरह से रातों-रात जिसने भी पूरे देश के विरोधी नेता थे उन सब को पकड़ पकड़ कर और जेल में बंद कर दिया गया निशा के कानून के तहत यह सब किया गया था हमारे पिताजी मीसा के तहत 1 साल जेल में गए थे क्योंकि वे गुजरात से गुजराती में बाबू भाई पटेल की सरकार थी इसलिए पूरा बच्चा हो गया था लेकिन बाद में उन्हें जाना पड़ा था अब तो इमरजेंसी लगा दी गई उसके बाद बोलो गांधी के सुपुत्र सुपुत्र से पहले यानी कि संजय गांधी उन्होंने लोगों की जबरदस्ती नसबंदी बहुत सारी करवाई लोगों के हक है उसके ऊपर एक तरफ एक तरफ मरेंगे उनकी जो बोलने की वाणी स्वतंत्र है उसके सीधा हस्तक्षेप किया गया था समाचार पत्र और उस समय सबको कलेक्ट कड़ी हिदायत दी गई थी कि सरकार के विरोध में कुछ भी अपना नहीं चाहिए और सेंसरशिप का कायदा उस समय लागू कर दिया गया था विद्याचरण शुक्ल उस समय यह वाला संभालते से मंत्री और यहां तक कि जो कराने बचते हैं अंजली डीपी उसमें जो भी वजह से का विरोध किया था तो जैसे किशोर कुमार हैं उनके भी गाने नहीं बालासाहेब ठाकरे ने इसका उस समय समर्थन किया था बहुत ही नकारात्मक प्रभाव पड़े थे लोकशाही का गला घोट दिया गया था इस तरह से लोगों के हक पर हस्तक्षेप कर दिया गया था लोगों की वाणी स्वतंत्र और आर्थिक स्वतंत्रता पर भी एक तरह से कालापन जा पड़ा था विरोधियों को जेल में डाला गया था आज बंदी कराई जा रही थी इन सब बातों के बीच अगस्त सकारात्मक बाद में देखें को सकारात्मक पांडे यह हुई थी कि लोगों में खौफ पैदा होता था सप्ताह के प्रथम सप्ताह से लोग डरने लगे प्लेसाए है कि कसाई की वजह से उठाकर सब लोग समय पर अपने कार्यालय में पहुंच जाते थे ट्रेन की सेवाएं समय ऑन टाइम होती कोई भी ट्रेन डेट नहीं होती थी कोई भी फ्लाइट लेट नहीं होती थी यह सकारात्मक बात कही जाएगी लेकिन उसके लिए इमरजेंसी लगाना कोई तरफ नहीं हम चला सकते नकारात्मक असर बहुत ज्यादा थी और अंत में जब विश्व समुदाय के देशों में जब इसकी कड़ी आलोचना होने लगी और हमारे देश में भी इसका जमकर विरोध हुआ और जयप्रकाश नारायण उन्होंने सभी विरोधियों को इकट्ठा करके नेताओं को और जो जेल में थे और जो अंडरग्राउंड हो गए थे उन सब ने मिलकर जनता पार्टी की रचना की और गांधी के विरुद्ध में जैसे इमरजेंसी हटे 1977 में चुनाव हुए और जनता पार्टी की मुरारी जी देसाई और मंदारिया और सब लोगों ने चुनाव जीता था और जनता सरकार जनता पार्टी की सरकार अस्तित्व में आई थी 1977 में जो रंडी की उसमें से अटल बिहारी वाजपेयी लालकृष्ण आडवाणी ने जनता पार्टी में चित्र के नीचे चुनाव में जीत हासिल करके और सरकार पहली बार बनी थी भारत देश में और इंदिरा गांधी जी को संसद में भी धोती अपमान का सामना करना पड़ा था यह सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव से भारत के आजाद भारत के इतिहास में यह 22 महीने का इमरजेंसी का जो काल रहा कलंकित काला इतिहास इतना सा ही वाला इतिहास के रूप में काला अध्याय जोड़ा जाएगा और याद रखा जाएगा कि भविष्य में कोई भी शासक भारत में इस तरह का दुस्साहस नहीं करेगा धन्यवाद आपका दिन शुभ हो
Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App!