चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
देखिए आपका प्रश्न है अनलॉक डाउन होने के बाद सरकार को जनता की भलाई के लिए मजबूत से कौन-कौन से कदम उठाने चाहिए यह मेरे वतन साथियों मैं आपको बताना चाहूंगा भारत एक विशाल राष्ट है इसमें कोई दो राय नहीं है अगर भारत में वर्तमान जनसंख्या देख हैं तो 130 करोड़ के आसपास जनसंख्या है इंडिया की यह कानून अगर हम बनाते हैं तो 100 व्यक्तियों को मान के चलिए व्यक्ति हैं उनमें से 80 व्यक्तियों को वह कानून अच्छा लगता है और 10 व्यक्तियों को वह कानून बुरा लगता है इसी प्रकार कोई सा भी सरकार कदम उठाती है तो कुछ व्यक्तियों को अच्छा लगता है कुछ व्यक्तियों को उनकी आलोचना भी करने के लिए अच्छे लगते हैं तो सरकार कदम तो उठा रही है लेकिन कुछ बिचौलिए होते हैं जिन की वजह से पूर्ण रुप से कार्य में सफलता अर्जित नहीं कर पाते हैं और रही बात इसके लिए मजबूती से उठाए गए कदम तुम लॉग डाउन हम सबका यार घर पर बैठे हैं जिससे हमारा स्वस्थ रहे हम स्वस्थ रहें और हम अगर स्वस्थ रहे तो बाद में अपना धन अर्जित कर सकते हैं रुपए पैसा कमा सकते हैं हमारी भी कुछ दायित्व बनते हैं क्या हमने मौलिक अधिकार ही पड़े हैं मौलिक कर्तव्य नहीं पढ़े क्या तो हमें भी एक तरीके से लॉक डाउन का पूर्णता पालन करना चाहिए और पुलिस वालों को भी उतना परेशान ना करना चाहिए क्योंकि हमारा कर्तव्य है अक्सर कहा जाता है कि व्यक्ति मौलिक अधिकारों की तो मांग करते हैं लेकिन जब उनसे मौलिक कर्तव्यों की बात की जाए तो व्यक्ति पीछे हटने लगते हैं सरकार कदम उठा रही है हम उनका पूर्णता से पालन करते हैं तो निश्चित रूप से हम कॉल ना इस महान बाजी से लड़ सकते हैं इसमें कोई दो राय नहीं है और अगर हम साथ नहीं देते हैं सरकार का तो निश्चित रूप से यह हमारे लिए एक बहुत बड़ा आज समस्या विकराल रूप ले सकती है लाल जो अभी वर्तमान में इस बार अन्य यंत्रणा पूर्णता रूप से किया जा रहा है तो हम इसमें थोड़ा सहयोग सहायता करें व सहयोग सहायता से यह मतलब नहीं है कि आप किसी की मदद मदद करें या फिर आप अगर स्वयं घर में ही रहते हैं तो आप बहुत बड़ी मदद कर रहे हैं मेरे अनुमान से क्योंकि आप स्वयं घर पर हैं इसकी वजह से अन्य व्यक्ति जो आपसे नहीं मिलेंगे देना पर आप भी अपने रिलेशन से कहेंगे और पुलिस वाले भी से परेशान नहीं होंगे तो बहुत दिक्कत जैसे आप अगर शिक्षित हैं अगर आप बाहर घूमने नहीं जाते हैं तो जो कम पढ़े लिखे हैं आपको देखकर बाहर नहीं जाएंगे क्योंकि वह आपको देखकर ही तरीके से क्योंकि व्यक्ति अगर बाहर निकलते हैं तो उसे देखकर बाहर निकलते हैं इसी प्रकार हम भी ऐसे कदम उठाए ना पढ़े लिखे के नाते तो बहुत कुछ कर सकते हैं सरकार के लिए और सरकार भी उचित रूप से हर प्रकार के कार्य कर रही है इसमें कोई द्वारा नहीं है
Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App!