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दोस्त आप ने सवाल पूछा है बहुत ही अच्छा मानविकी सवाल है क्या भगवान श्री कृष्ण को सच में किसी ने देखा है या फिर बस ऐसे ही नाम लेकर उनको भगवान घोषित कर दिया गया तो आपने जो सवाल पूछा भगवान विष्णु के बारे में पूछा है भगवान कृष्ण का नाम आता है कि यह द्वापर युग में थे और उसके बाद कल के जाने के बाद अब कोई सुना होगा आपने शायद तो भगवान जी श्री कृष्ण थे आप लगता है कि लोगों को यह फालतू नहीं भी हो सकते हैं कहां नहीं हो सकते क्या तुम ही हो सकते हैं वास्तविकता आप खुद देखो क्या आपने कभी अमेरिका देखा है अब बोलोगे खाना नहीं देखा लेकिन आज भी न्यूज़ चैनल पर आता है अखबारों में आता है ट्यूशन में बात आप लोग बोलते हैं मेरी कहे तो है तो होगा मान लिया क्या आपने सूरज को करीब से देखा है दूर से लेकर आम लोगों से मुझे बड़ा होगा आपने कभी सोचा है मेरे उस लोगों का बहुत बड़ा है या फिर मान लिया क्यों मानते हम लोग इन बातों को उसके द्वारा बोला गया सारे हैं बहुत दूर हैं बहुत बड़े-बड़े हैं क्यों माना आपने किसी ने बोला आप ने मान लिया आज के आपके पास एक विज्ञान प्रमाण हैं आप माल लेते इनकी बात को अभी अलग बात हो गई ठीक है अब बाद में बात करते हैं आप किस समाज से बिलॉन्ग करते हैं आप ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र हो सकते हैं तो आपको कैसे पता कि मैं स्वामी समाज चौक पटेल हूं राजपूत हूं धाकड़ हूं यह भी पंडित मूवी कैसे मान आपने आपके पूर्वजों ने बोला समाज के हैं इस समय से चले आ रहे हैं आपको कैसे पता कि हम हिंदू हैं आपको कैसे पता कि मुसलमान नहीं है आपको कैसे पता कि हम भगवान राम को मानते हैं भगवान शिव को मानते हैं यह सब कहां से पता पर को हमारे परम परम चली आ रही थी तो भगवान श्रीकृष्ण थे 5230 साल पहले भगवान श्री कृष्ण पृथ्वी से चले गए उसके बाद से कॉल लग गया था तो यह सब क्या होता है एक पारंपरिक चली जाती है इस प्रकार से हमारी समाज चला आ रहा है हमारी जाति और धर्म चला आ रहा है उसी प्रकार से चला आ रहा है और अतिथियों में जानना चाहें तो हम फ्रॉम को शहर ले सकते हैं लेकिन लगता है कि पुराने कुछ लिख दिए होंगे कथादेश लिख दिए होंगे साथ काल्पनिक अब तो यह द्वारा छाप दिल्ली द्वारका कहां थी द्वारका जेल के अंदर थी जो कि आज भी आप इंटरनेट पर गूगल पर सर्च कर सकते हैं ओल्ड द्वारका समुद्र के अंदर आज भी है और अधिक जानकारी चाहिए आपको सब रिजेक्ट पुरानी कॉपी लिपि है जो कि पत्थर से लिखी हुई है वहां पर आज भी विद्यमान है और आगे जाना है आपको जिस जिस में भागवत जी में नाम लिया गया था या भगवान के ससुराल नाम लिया गया था जब वह शहर सिटी आज भी है आपको तभी क्लियर हो जाएगा ख्याल वह सिटी शहर और जगह आज भी है भगवान के नाम में आ रही थी जैसे कि आप तो बात करा कांटेक्ट कीजिए तभी थे लेकिन उसके पहले पर और आगे भी जाते हैं और पीछे भी जाते हैं महाभारत कुरुक्षेत्र कुरुक्षेत्र आज भी है जहां महाभारत हुआ था अब वह भी के लिए कर सकते हैं तो यह कुरुक्षेत्र ऐसा तो नहीं कि जोड़ दिया गया हो लेकिन आदि काल से चला आ रहा है कुरुक्षेत्र तारे आज भी वीरान पड़ा काफी जगह में सकते हैं उसके अलावा भगवान श्री कृष्ण ने उज्जैन में संदीपनी आश्रम में जहां पर शिक्षा ली थी उस संदीपनी आश्रम आज भी सबसे बड़ा प्रमाण कुछ है कलयुग में आज के तौर पर संदीपनी आश्रम उज्जैन मध्य प्रदेश में स्थित है वह आज भी है यह सब काफी तथ्य मिलते हैं हमें जो मानते हैं हमें समझ के लिए कि भगवान श्रीकृष्ण थे उसके अलावा और भी पीछा कर अब जाना चाहे तो भगवान राम भी थे मुड़ जी भी थे उसको और पीछे घर जाना चाहे हरिश्चंद्र विधि अनादि हो सकती है लेकिन काल्पनिक नहीं है जिस प्रकार से हमें बोला गया कि पृथ्वी में पहले डायनासोर थे उसके बाद दोबारा फिर मानक की विकास हुआ तरफ डायनासोर थे और ने बताया उसको का आज भी बोलते हैं वैज्ञानिक कि हां एनी कुछ अच्छे मिलते हैं उनके द्वारा ही जैसे कि भगवान राम के द्वारा आज भी मिलता है कि समुद्र के अंदर जो पाया गया था सेतु वो आज भी है आज ही पत्थर वहां पर श्रीलंका श्रीलंका थी आयोजन श्री लगा दिया गया सरिया लक्ष्मी जहां पर रही है 1 महीने फ्री में लक्ष्मी जी कृपया जी रही है वहां पर लंका रावण के द्वारा विकसित किया गया था लंका श्रीलंका आज भी है यह सब कहां से आ रहे हैं कन्याकुमारी या फिर बात करेंगे जहां भगवान राम ने सेतु बनाया था वह जगह आज भी मौजूद है यह काफी चीजें आज भी मौजूद है तो मानना ही पड़ेगा कि वास्तव में भगवान राम भी थे और भगवान श्रीकृष्ण की थी यह काफी चीजें हैं हम लोगों के लिए और भी अगर आपको अधिक जानना हो तो आप मुझे पर्सनल ईमेल कर सकते हैं आपको और जल्दी बता पाऊंगा आशा करता हूं मेरी दिया गया हुआ तेरे को समझ में आया हुआ भगवान विष्णु किसने सदा बनाए रखें और सबको और बताएं और समस्त लगी तो आप मुझे कमेंट सकते हैं
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