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नमस्कार दोस्तों वह कल पर सुन रहे मेरे सभी बुद्धिजीवी श्रोताओं को मेरा प्यार भरा नमस्कार आज का सवाल है रामचरितमानस के रचयिता कौन हैं तो दोस्तों हम सभी जानते हैं कि भारतवर्ष में शायद ही कोई व्यक्ति हो जिसने रामचरितमानस का नाम न सुना हो और बेहद कम भारतीय होंगे जिन्हें इस महान ग्रंथ के एकाध चौपाई भी याद ना हो यूं तो भगवान श्रीराम का वर्णन मूल्य तय है वाल्मीकि रामायण में हुआ है किंतु जिस तरह गोस्वामी तुलसीदास जी ने भक्तिभाव से रामचरितमानस मर्यादा पुरुषोत्तम राम का चरित्र उभारा है वह अतुलनीय है कई विश्लेषक के बाद भी स्वीकारते हैं कि राम को पुरुषोत्तम से भगवान बनाने में श्रीरामचरितमानस का मुख्य योगदान है श्री रामचरित मानस की चौपाइयों नहीं भगवान श्रीराम को घर-घर पहुंचाया तो भारतीय संस्कृति को न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में इस ग्रंथ में जीवित रखा तो दोस्तों रामचरितमानस सोलवीं सदी में अवधी भाषा में लिखी इतिहास की बुक घटना है जिसे आज भी उत्तर भारत में रामायण के रूप में अनेक लोगों द्वारा हर दिन बड़ी आस्था और विश्वास से पढ़ा जाता है इसे गोस्वामी तुलसीदासजी ने लिखा था यह ग्रंथ हमें जीवन जीने के मर्यादित ढंग सिखाता है जिसके तहत जीवन में कितने भी विघ्न आजाए हमें शालीनता और मर्यादा का दामन कभी नहीं छोड़ना चाहिए और अपनी कर्तव्यों का भली प्रकार निर्वहन और पालन करना चाहिए धन्यवाद
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विज्ञान का प्रश्न रामचरितमानस के रचयिता कौन है तो मैं आपको बता दूं भगवान राम की मां को व्यक्त करने वाली रिपोर्ट रामचरितमानस के रचयिता तुलसीदास जी हैं जो 16 शताब्दी में अकबर के समकालीन थे और जिन्होंने रामचरितमानस की रचना करके भगवान राम को कोरोनावायरस के घर घर में स्थापित किया इनके बारे में तुलसीदास जी के बारे में तरह-तरह की कहानियां प्रस्तुत हैं इन्हें अपनी पत्नी से ज्ञान प्राप्त हुआ था जब इनकी पत्नी अपना भाई ने उनको ही प्रेषित किया था कि मैं जिस हाल में उसके शरीर में तुमको इतना प्रेम है इतना प्रेम रतन प्रोग्राम से करो तो तुम्हारा जीवन सार्थक हो जाएगा बस तुलसीदास जी कोई बात नहीं और उन्होंने राम भक्ति में लीन हो गए और राम भक्ति से उनको ऐसे ही प्रेरणा मिली कि वह न सिर्फ उन्होंने वाल्मीकि रामायण के आधार पर जो संस्कृत ग्रंथ है रामचरितमानस की रचना की और अवधि बुंदेली और संस्कृत भाषा की भाषा की जो रामचरितमानस की भाषा है और उस भाषा के माध्यम से जन-जन की भाषा के माध्यम से उन्होंने करो कि यहां किया भगवान राम की चर्चा
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रामचरितमानस के रचयिता कौन हैं रामचरितमानस के रचयिता पंडित तुलसीदास जी महाराज हैं
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रामचरितमानस के रचयिता थे वह तुलसीदास जी थैंक यू
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रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास है
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गोस्वामी तुलसीदास जी
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तुलसीदास की दुआ
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रामचरितमानस को गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखा गया है
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तुलसीदास
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रामानंद सागर
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गोस्वामी तुलसीदास
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तुलसीदास
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रामचरितमानस के दोहे तुलसीदास ने लिखा था
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रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास जी है
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रामचरितमानस के रचयिता तुलसीदास थे उन्होंने 16th सेंचुरी में रामचरितमानस लिखी थी
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गोस्वामी तुलसीदास ने 16वीं शताब्दी में राम चरित्र मानस की रचना की थी
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रामचरितमानस के रचयिता की बात की है तो उसे गोस्वामी तुलसीदास ने 16वीं शताब्दी में इसकी रचना की थी
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