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कुछ नहीं किया उन्होंने अपने वोट बैंक को पक्का करने के लिए बस जो कुछ किया वही जो उन्हें सस्ता राशन 11 जो इस तरीके से किया बाकी आप उनकी तारीफ के दो शब्द भी नहीं भूल सकते हैं उनके ही राज्य में दंगे हुए भड़का दिया गया भड़के जो उनके द्वारा ही करवाए गए सही मायने में और हिंदुओं के दुकाने मकान गाड़ियां हजारों की संख्या में फूंक दी गई ऐसा क्यों पहले वामपंथियों का शासन था उन्होंने इतने सालों तक राज किया तो हमें उम्मीद थी कि ममता बनर्जी आएंगी वह अपने राज्य के लिए बहुत अच्छा अच्छा कर जाएंगे लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया आज वह मोदी जी के खिलाफ हैं हर मामले में योन की संकीर्ण राजनीति है बस वह यह चाहती है कि मैं सुन नहीं रहा हूं ममता बनर्जी जी की भी मैं अपने राज्य में बसना मुख्यमंत्री बने रहा हूं हर वक्त उन्होंने अपने को दिखाएं जैसे हमने देखा कि उन्होंने सादा दिखा अपने आपको अंदर सो गई चतुर महिलाएं तेज महिला जो सही मायने में हिंदुओं को बर्दाश्त नहीं कर पाती वह हिंदू है या क्या है इस टॉपिक पर मैं नहीं जाना चाहता जो हकीकत में मैं जानता हूं वैसे लेकिन मैं उस बात को नहीं उठाना चाह रहा तो आप कहो कि उनके राज्य में शासन प्रशासन या शासन या राज्य तरक्की करेगा तो यह ख्वाब है इसलिए जिसने भी यह सवाल पूछा है अब मुझे नहीं पता भी है आप किस शहर से हैं किस स्टेट से हैं अगर माल्या पश्चिम बंगाल के भी होते चाहा किसी भी स्टेट को लेकिन यह मान कर चलो कि पश्चिम बंगाल का विकास नहीं हो सकता अगर ममता बनर्जी है तो क्योंकि स्टेट का विकास जब भी हो सकता जब सेंटर में जिस की सरकार हो क्योंकि काफी हद तक सेंटर उस स्टेट को रेप करता है मदद करता है जिसकी सरकार स्टेट में होती है अगर विपक्षी पार्टी की सरकार स्टेट में है तो उतनी हेल्प नहीं कर पाते क्योंकि वहां की स्टेट ने उनको जताया कि उनकी जनता ने वहां उस पार्टी को अपनी स्टेट में आने ही नहीं दिया मोदी जी अगर वहां नहीं है सेंटर में मोदी जी तो मोदी जी उस स्टेट के लिए वह नहीं सोच पाने के सोचेंगे क्योंकि उन्होंने सदस्यों को जनता को अपना बताया है वह सोचेंगे लेकिन जो हो रहा है इस तरीके से नहीं सोचेंगे वह हिंसा या भगाओ भाषण देने या दूसरों पर अब तक चार उस चीज को बर्दाश्त नहीं करेंगे उसके लिए इस चीज को रोकना पड़ेगा अगर आप हम तो सब मदद चाहते हैं आपको किसी चीज में आगे तरक्की करने या भरना है और आप उसे स्टेट का विकास चाहते हैं तो आपको इन चीजों को रोकना पड़ेगा मोदी जी बिल्कुल सेट करें क्योंकि उनके मन में कोई यह भेदभाव वाली भावना नहीं है लेकिन जो वहां हिंसा हुई भड़काऊ भाषण दिए गए या लोगों को मारा गया यह मोदी जी कतई बर्दाश्त नहीं करने के और मेरी भी लोगों से यह अपील है कभी कोई भी पार्टी का बंदा हो आप किसी भी सप्ताह से हो आप लेकिन एक बात का हमेशा ध्यान रखें कि जो पार्टी सेंटर में हूं वह अगर स्टेट में है स्टेट को तरक्की करने से कोई रोक नहीं सकता अगर विपक्षी पार्टी अगर सत्ता में है तो वह विकास नहीं कर पाने की उतना ही उनके पास आय के साधन नहीं होंगे और अगर हैं भी चलो उन्होंने थोड़ा बहुत विकास कर भी लिया लेकिन उनकी उम्मीदें फिर भी संतों की तरह होती है कि वह सेंटर से भी अपेक्षाएं रखते हैं इस मामले में गिरी सेंट्रम बार इस मामले में हेल्प करें थोड़ा फर्क तो पड़ता ही है आपने संडे को तो जीता नहीं अब आप में आने नहीं दिया बीजेपी को और आप आप उम्मीद कर रहे हैं कि वह हमारी हेल्प करें तो आप की स्थिति ऐसी क्या कमी है जो आपको हेल्प की जरूरत पड़ रही है क्या आपके स्टेट के मुख्यमंत्री काम नहीं कर रहे हैं जो वह अपने खर्चों के अलावा वहां की जनता को खुश रख सके अब उम्मीद क्यों कर लो अपने कंधे पर रखकर बंदूक क्यों नहीं चलाई जाती अपने कंधे पे रखकर बंदूक चलाएं आज की तारीख को कोई रिश्तेदार कुपोषित हेल्प करता नहीं एक-दूसरे पर यहां तो बिल्कुल घोषित हुआ पड़ा है अगर सेंट्रल में किसकी सरकार को कायदा तो यह बनता है सेंट्रल में किसकी सरकार और उसके क्योंकि उसकी सरकार अगर आप विपक्षी पार्टी से संबंधित हैदर तो यह तो आपकी इच्छा के ऊपर निर्भर है इसमें कोई जोर जबस्ती नहीं क्योंकि प्रजातंत्र है अगर आपने जानकारी चाहिए और मैं जो जानकारी आपको दे रहा हूं तो मेरा यह मानना है कि अगर जो सरकार सेंटर में हो और वही स्टेट में हो तो इस चैट को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता अबे दूसरी पार्टी की सरकार स्टेट में है तो उसको तो जद्दोजहद करनी पड़ेगी मोदी सरकार हेल्प कर सकती है ऐसे मुंह में जब आपातकाल की स्थिति हो जैसे प्राकृतिक आपदा हो गई अगर मान लिया तो संतोष अब पूरी मदद आती है क्योंकि वह तो लोग हैं जनता है वह तो एक आम आदमी है एक जनता है तो उनके लिए तो भाई वह भी इंसान है इंसानियत इंसानियत के नाते वह काम तो किया जाता है जो कोई भी हो जो विदेशी क्यों ना हो सही मायने में और वह लोग परेशान हैं तो पूरी हेल्प की जाएगी इस मामले में क्या आप किसी भी पार्टी का हो कोई बात नहीं लेकिन इंसानियत भी तो कोई चीज है और इंसानियत के नाते तो पूरी हेल्प की जाती है इस मामले में पीछे तो हटे नहीं और ना वह अटेंड फिर भी मैं यही कहूंगा कि अगर सेंट्रम सरकार मान्य बीजेपी की पुस्तक में अगर सरकार बीजेपी की हो तो ज्यादा बढ़िया है ठीक है वहां के हो सकता मुख्यमंत्री रहे हो उन्होंने काम नहीं की इसलिए उन्हें हटाकर दूसरी सरकारों आ गई उसकी जगह गलती मुख्यमंत्री की तो है कि उन्होंने काम नहीं किया बाकी आप यह मान कर चलो कि हम सब इस प्रजा पूरा हिंदुस्तान हमारा अंदाजा सही है अगर हमारा राजा सही है तो आज नहीं तो कल प्रजा में भी किसी भी तरह की होगी वह भी आगे आएंगे निकल गई क्योंकि राजा
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