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आपका प्रश्न है कैंसर का पता कैसे लगाया जाता है तो मैं सबको यही बताना चाहूंगी कि जो प्राचीन समय में यदि किसी को घाव हो जाता था किसी किसी को बखान होती थी वह आज वर्तमान में उसे कैंसर का रूप दे दिया गया है पहले पहले की जो ऋषि मुनि के आयुर्वेद जाता थे वह किसी गांव को गठान को चाहे वह बाहर की हो अंदर की हो औषधियों के माध्यम से और भी चिकित्सा होती थी प्राचीन काल में उनके माध्यम से चाहे अंदर की घाव गांठ हो या बाहर की कोई घाव या गांठ हो उसको ठीक कर देते थे आज वर्तमान में यदि किसी के मुंह में छाला है या चमड़ी पर कहीं गठान हैं या कोई घाव हो गया है मुंह के अंदर जीप से कट गया जीभ कट गई दास से या दांतों से मुंह में कहीं फट गया तो घाव हो जाता है और हम उस पर ध्यान नहीं देते हैं उसमें कोई उपचार नहीं करते हैं तो वह घाव बढ़ता है ठीक नहीं होता तो डॉक्टर को कैंसर बता देते हैं कि आपको तो कैंसर है आपका गांव बढ़ रहा है ठीक नहीं हो रहा आपको तो कैंसिल हो गया इतने लोग उतर जाता है डर जाता है फिर डॉक्टर उसको कैंसर ट्रीटमेंट देते हैं कैंसर का ट्रीटमेंट ऐसा है कि यदि शरीर में कोई दिक्कत होती है और इंसान अगर कैंसर का ट्रीटमेंट ले लेता है तो फिर कोई भी डॉक्टर उसे देखता नहीं है क्योंकि कैंसर का ट्रीटमेंट है ऐसा होता है यदि किसी ने ले लिया तो उसको किसी भी डॉक्टर की से कोई दवाई नहीं लगेगी और फिर आखरी में उसका नियम यही होगा इसे आगे चलकर मरना ही होगा यह कैंसर का पता लगाकर कैंसर का इलाज करने का तरीका होता है इसलिए मैं तो सब से यही कहूंगी यदि आपको कोई परेशानी है तो पहले आप आयुर्वेद का प्रयोग करें क्योंकि आए हुए से बढ़कर हमारी भी प्राचीन समय में कोई भी समस्या होती थी तो आयुर्वेद ज्ञाता और समस्याओं को बिना किसी तकलीफ ठीक कर देते थे आज वर्तमान में जो वेब तकलीफ में हो रहे हैं उसमें तो इंसान ना तो ठीक हो रहा है और वर्तमान में जो इंसान को तकलीफ हो रही है उससे ना टेंशन ठीक हो रहा है और उसको कष्ट भी हो रहा है उसका परिवार भी आर्थिक स्थिति से कमजोर हो जाता है और जिस जिस का इलाज किया जा रहा है वह भी हाथ से चला जाता है इसलिए मैं तो यही कहूंगी आपको चाहे कैंसर होता कोरोनावायरस वह कोई भी वायरस हो किसी से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि हम आपको सिर्फ एक ही सलाह देना चाहिए कि ईश्वर ने हमें जन्म दिया है उन्हें हमारी सारी समस्याओं को संभालने की जिम्मेदारी ली है और जब तक हम संसार में रहे भगवान ने हमें कितने दिनों के लिए भेजा है हम उतने ही दिन तक रहेंगे इसमें कोई भी डॉक्टर कुछ नहीं कर सकता ना ही कुछ हमारा बिगाड़ सकता है यदि हमें कोई तकलीफ होती है तो हमें सिर्फ उस तकलीफ की दवाई लेनी चाहिए जैसे कहें आपको कैंसर है तो ठीक है भैया कैंसर है और आपको कैंसर किसके लिए बता गया ना कोई कोई छाला हो गया डॉक्टर उसको कैंसर बताता है तो ठीक है आप उसकी रिपोर्ट ले लीजिए लेकिन आपको ट्रीटमेंट कौन सा लेना है साले वाला इमेज छाला है तो आप उस छाले का ट्रीटमेंट एक जगह नहीं दो जगह नहीं थी जहां भी ले उस थाली का स्टेटमेंट में तो किसी ना किसी डॉक्टर से कोई न कोई तो दवाई मिलेगी जिससे उछाला आज नहीं तो कल कभी ना कभी तो ठीक होगा और यदि कैंसर का ट्रीटमेंट ले लेते हैं छाले में तो वह साला आपकी जान जान ले लेगा आप पक्का विश्वास मानिए यदि आपको मेरी सलाह अच्छी लगी हो तो कृपया मुझे कमेंट में बताएं और मैं आपको एक बात और बताना चाहूंगी यदि आपको मेरी सलाह अच्छी नहीं लगती तो वही मुझे कमेंट में बताएं सपना शर्मा
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