चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
हरि ओम नमस्कार दोस्तों आपका प्रश्न है ऐसा क्या काम है जो काम करने पर लोग अपने भगवान को मानते हैं दोस्तों जो हमारे पूर्वज करते हुए आए हैं दादा परदादा पिता और कुछ काम को बेटा कर रहे हैं तो मानना भी जरूरी है जिस धर्म को जो पुरवा की करते आए हैं उसी धर्म कार्य को करना चाहिए हमारे दादा पिताजी को समझाएं गए पिताजी हमको समझा रहे हैं बेटा जैसा धार्मिक कार्य में घर में कर रहा हूं जैसे धार्मिक कार्य में मंदिरों में कर रहा हूं जैसे धार्मिक कार्य में लोगों की सेवा में समाज सेवा कर रहो बेटा तुम भी वैसे ही करना अपने इष्ट देवी देवताओं के प्रति आस्था बनाए रखना इसलिए हम लोग भगवान को मानते हैं क्योंकि वह हमारी सभी विघ्न बाधाओं को दूर करते हैं क्लेश व्याख्या को दूर करते हैं शारीरिक कष्ट व्याख्या को दूर करते हैं हमारे जो भी आजू-बाजू लगाया खिलाया पिलाया दुख का पीड़ा कष्ट है वह सब हमारी भगवान दूर करते हैं पर शर्त एक है भगवान को मानना पड़ेगा विश्वास करना पड़ेगा श्रद्धा भाव जागृत करना पड़ेगा तभी यह काम होंगे अपने भगवान के प्रति श्रद्धा भाव बनाए रखें तभी भगवान को मानेंगे सभी लोकल ग्रुप मेंबर को मैं यह कहना चाहूंगा कि अपने धर्म के प्रति अपनी आस्था के प्रति अपने विश्वास के प्रति अपने धर्म धर्म कार्य में बढ़-चढ़कर के भाग ले अपने धर्म का प्रचार करें अपने इष्ट देवी देवताओं की पूजा करें मान सम्मान पाएं उनमें कई प्रकार उत्साह बना रहेगा करंट रेट है कि आपका जो भी बिक नवाद है या रही है कभी दिक्कत है या रहे हैं इसके चलते आपका काम रुक रहा हो और परमेश्वर को परमपिता परमेश्वर को दिल से याद करके तो देखो आपका काम नहीं बना तो म्यूजिक कहना कि पंडित जी आपने क्या कहा भगवान को तो मानना ही पड़ेगा आज हम करें तो आने वाली संतान भी यही कह करी जा रहे हमारे पापा ने किया था भैया जी करते हैं समझने के आदिवासी कर रहे हैं धार्मिक आर्य धर्म करवाओ पंडित जी को घर में बनवाओ बच्चा भी देखता है बच्चों के संस्कार भरते हैं पंडित जी बच्चों को समझाते बेटा नहीं ऐसे नहीं ऐसा करो बच्चों में पंडितों की वार्तालाप होती है पंडित जी कैसे करना क्या करना हर कोई पूछता है पूजा पाठ करने में कोई बाधक नहीं होता यह तो एक साधक है संस्कार बनते हैं और जहां संस्कार होंगे वहां स्वर्ग होगा आनंद में रहे मस्त रहें हरि ओम
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
नमस्कार आपने कहा कि ऐसा क्या काम है जिसे करने से लोग अपने को भगवान मानते हैं तो जनाब दुनिया में कोई ऐसा काम है ही नहीं जो कि मनुष्य को भगवान की श्रेणी में ला खड़ा करें और कोई ऐसा कार्य मनुष्य कर भी नहीं सकता कि लोगवा उसको भगवान की श्रेणी में मानने लग जाए आज के समय में कोई भी व्यक्ति चाहे वह कितना ही सिद्ध पुरुष कितना ही धर्मात्मा क्यों ना हो उसके विरोधियों की भी जरूरी भी रहते हैं और विरोधी जिसके रहते हैं वह भगवान नहीं हो सकता इसलिए यह सवाल कि मैं कोई ऐसा कार्य करने पर जिसे लोग अपने आप को भगवान माने ऐसा कोई कार नहीं है स्वयं को संतुष्ट करने के लिए लोग भाग धार्मिक कार्यों को करते हैं परोपकार के कार्यों को करते हैं लेकिन अगर उसको भगवान का कार्य मानकर करें और उसके ऊपर किसी प्रकार की कोई लालसा ना रखें अपने आप को महापुरुष के लाना यह भगवान के दर्शन तो लिखे जाने कि अगर लालसा भगवान की सीडी में कहे जा सकते हैं ऐसे लोग अवश्य संसार में है उनको इनकी संख्या नगण्य है धन्यवाद
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
देखिए ऐसा एक ही काम है योग जिसे करने पर अपने आप को भगवान समझ गए जब कोई इंसान किसी गरीब का पेट भरता है तो उस समय आपको भगवान ही समझता है और इंसान जब दान करने लगता है तो वह इंसान अपने आप को भगवान ही समझ बैठता है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
जो लोग अपने आप को भगवान मानते हो पाखंडी है क्योंकि इंसान भगवान नहीं बन सकता और जो सही गुरु होगा कभी नहीं चलेगा कि मैं भगवान वह तो आपको यह बताएगा कि ईट सकती है अब मुझे भगवान का रूप दे दो या उसे किसी भी रूप में ले लो की भी हो सकती है जिसकी वजह से हम इस दुनिया में भगवान तो है इसमें कोई दो राय नहीं कि जो यह रचना रची हुई है सब भगवान की ही रचना है इंसान सांस में लेता है तो उसकी इच्छा से ही सांस लेता है वह चाहता है हम सांस लेते हैं जब होली जाने का तो हम सोच भी नहीं ले सकते हैं और तो बातें बहुत दूर की है जो अपने आप को भगवान के आता है और पाखंडी के अलावा कुछ भी नहीं पाखंड कर रहा है इंसान भगवान नहीं बन सकता भगवान तो भगवान ही होता है बाकी आप खुद सोचो ऐसा कैसे हो सकता है जो हो नहीं सकता उस पर बात करना उस पर बहस करना वह सब बेकार है क्योंकि इंसान भगवान नहीं बनता और जो कहे तो पाखंड है पाखंडी है उसके पास जाना भी नहीं चाहिए जो सच्चे संत होते हैं सच्चे गुरु होते हैं वह खुद कभी नहीं कहते कि हम भगवान हैं वह भी कहते हैं कि बस वह हमें शिक्षा देते हैं वहीं शिक्षा देते हैं ताकि हमारा जुड़ाव उस प्रभु से हो वह मी डेटेड होते हैं वह माध्यम होते हैं जो हमें उस से जोड़ते हैं जो भगवान होता है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
लोगों का क्या कहना लोग अपने आप को भगवान भी मानते हैं शैतान भी मानते हैं हर तरह के समाज में इंसान लोग होते हैं लेकिन असली भगवान वही होता जो समाज की सेवा करता है समाज में एकता गुलाटी प्राप्त करता है समदर्शी और प्रियदर्शी बनने कोशिश करता है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
ऐसा क्या काम है जो लोग काम करने पी लो अपने आप को भगवान मानते अगर कोई इंसान किसी का भला कर देते हैं और किसी की जीवन में सहायता करते हैं किसी का काम निकाल देते हैं मुसीबत डाल देते हैं या उस वक्त उसके जीवन में एक मार्गदर्शक बन कर खड़े हो जाते हैं तो वह इंसान जो बहुत ज्यादा है यह पानी अभिमानी है ऐंकारी हैं और अपने आप को संपन्न शक्तिशाली समझता है तो वह इंसान किसी के उपकार के बदले में अपने आप को उसका भगवान मान लेता है कि अगर मैं नहीं होता तुझको एक काम नहीं होता यह मैंने तुम्हारी जिंदगी में बहुत बदलाव की यह इंकार का प्रसाद नहीं लेकिन यह सोचना कि मैं अगर नहीं होता तो काम नहीं होता यहां इंसान को अपनी सुबह में बदलने की जरूरत है क्योंकि ऐंकारी व्यक्ति ही ऐसे भाव रखते हैं अपने आपको इंसान का काम निकालने के बाद बुरे वक्त में अपने आप को भगवान मानते
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
ऐसा क्या काम है जो काम करने पर लोग अपने आप को भगवान मानते हैं जो लोग ईश्वर के बाहर कुचला करते हैं और उन्हें यह उपदेश मिलता है किसी सद्गुरु के द्वारा अहम् ब्रह्मास्मि तो वह अपने आप को ब्रह्म मानते हैं परमात्मा का स्वरूप मानते हैं ऐसी शुरू को ऐसे देश को बहुत करने वाले लोग अपने आप को भगवान माना करते हैं जैसे मैं शरीर नहीं हूं मैं इंद्रियां भी नहीं हूं मैं मन भी नहीं हूं मैं बुद्धि भी नहीं हूं मैं अखंड आनंद असंग अभय अविनाशी सत चित आनंद माय आत्मा आत्मा हूं जो परमात्मा का स्वरुप है इसको बहुत करने वाले लोग दूसरा जो उपदेश है आम ब्रह्मास्मि का उसमें जो जीव है जो साधक है वह कोई सद्गुरु उसको याकूत्स्क ज्ञान कराता है कि तू ही नहीं है परमात्मा का स्वरुप है किन्ही कारणों से भटक गया है अपने स्वरूप को पहचान लो तो ब्रह्म है इसको इस ब्रह्मा का बोध करने वाले अपने को परमात्मा मानते हैं और स्वयं भगवान माना करते हैं
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
ऐसा कोई काम नहीं है जिसको आज भी करके भगवान अपने आप को साबित कर सके या भगवान मान सके यह क्योंकि अपने आप पर ही बहुत महत्वपूर्ण है भगवान होना पर यह सोच के ऊपर जरूर निर्भर करता है क्योंकि भगवान हो ना माने कोई बहुत बेहद महत्वपूर्ण काम करना होता है अब आदमी किस काम को अपने महत्वपूर्ण समझता है और किस काम को करके वह अपने आप को भगवान महसूस करता है पीएस की सोच पर डिपेंड करता है कि को कौन सा आदमी किस काम को करके अपने आप को महान समझता है और वह भगवान मानने लगता है कोई एजुकेशन के विभाग में है शिक्षा विभाग में पढ़ाने की विभाग में तो वह अपने आप को समझता है कि मैं पढ़ा रहा हूं तो गुरु हूं यानी भगवान से भी बढ़कर हूं तो भगवान तो हूं भगवान कुछ अन्य इसमें काम में होते हैं जैसे किसी की हेल्प करना या किसी और ऐसी पोस्ट में हो ना कि जिससे दूसरों को देखकर कैसा लगता है कि बहुत अच्छा काम है या खुद महसूस करना कि हम बहुत बढ़िया काम कर रही हो बहुत सराहनीय काम है यह तो फिर वह अपने आप को भगवान मान सकते हैं या मान लेते हैं तो यह अपने सोच पर डिपेंड करता है कौन सा आदमी किस काम को महान मानता है अच्छा मानता है और वह अपने को भगवान मानने तक ऐसा कोई काम नहीं है हम भगवान काम काम नहीं जिसको करके हम अपने आप को भगवान मानते हैं
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
जो गाती है अपने आप को भगवान मानने लगता है वह अपने आप को धोखे में रखता है मनुष्य कभी भी भगवान नहीं होता है उसके करवा सकते हैं जो सोने जा सकते लेकिन मनुष्य कभी नहीं बनता है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
आपका प्रश्न है ऐसा कौन सा काम है जो करने पर लोग अपने को भगवान मानते हैं तो आपको बताया जाएंगे कि देखे जिन लोगों की बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है वही अपने आप को भगवान मानते हैं अपितु जो लोग परोपकारी स्वभाव के होते हैं उनको दूसरे लोग भगवान मानते हैं वह खुद को कभी भगवान नहीं मानते धन्यवाद
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
कोई काम ऐसा नहीं है कि लोग भगवान बन जाए भगवान तू श्री रामचंद्र जी ने अपने आप को नहीं बोला कि मैं भगवान हूं वह भी अपने आप को वास्तविक रूप में एक साधारण इंसान ही बोलते रहे अंत समय तक उन्होंने अपने आप को भगवान नहीं बोला और यदि कोई इंसान अपने आप को भगवान बोलता है तो उससे बड़ा कोई पाखंडी नहीं होगा जो अपने आप को यह प्रूफ करने पर लगा है कि भगवान है और उससे बड़े बेवकूफ बोलोगे जो यदि भगवान के बोलने पर वह दूसरे लोग उस व्यक्ति को भगवान मान बैठते हैं तो उनसे बड़े अंधे और उनसे बड़े बेवकूफ मैंने नहीं देखे उनको यह पता भी नहीं है कि भगवान क्या होता है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
आपका सवाल है ऐसा क्या काम है जो काम करने पर लोग अपने को भगवान मानते हैं तो इसका जवाब है कि हमेशा हम सत मार्ग पर चलें ईश्वर पर भरोसा रखते ईश्वर की आराधना करते हुए ईश्वर के बताए हुए मानवता का स्वभाव दिया है इतना नफरत न फैलाएं और न करें हमें हमेशा आपसे सद्भाव प्रेम व्यवहार से रहकर इस संसार को सुख के रास्ते पर ले जाएं इस संसार को सुंदर बनाए मानवता कायम करें और जब हम इस तरह के कोई कार्य करते हैं तो वास्तव में लोग भगवान का दर्जा दिया करते हैं
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
ओम श्री राधा कृष्णाय नमः भगवान का हर कण एक छोटा सा प्रतिबिंब हर मनुष्य के छोटा सा प्रतिबिंब जिसे छाया बोलते हैं परछाई बोलती अलका से प्रत्येक मनुष्य के शरीर में होती तो फिर भी आप जो कहना चाहते हैं हम समझ रहे हैं आप मृत व्यक्ति को जीवित करें तो लोग आपको भगवान कुछ समय के लिए तो मान ही लेंगे लेकिन जब एक दिन आप के प्राण छूटेंगे तो लोग बॉबी बृंदावन से हैं ओम श्री राधा कृष्णाए नमः आप हमें फॉलो अवश्य करें
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
देखिए ऐसा कोई काम नहीं है जिसे करने के पश्चात लोग अपने आप को भगवान माने हां ऐसा हो सकता है कि कोई काम किसी की नजरों में बहुत बड़ा हो उसको करने के बाद उसमें घमंड आ जाए तो घमंड का बीज जब आता है तब इंसान अपनी तुलना भगवान से करता है और वास्तविकता यह है कि इंसान की भगवान से कोई तुलना नहीं है इसलिए मेरे अनुसार ऐसा कोई कार्य नहीं है जो करने के बाद व्यक्ति भगवान की बराबरी कर सकें
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
काम आप कितने अच्छे कर लो अगर जनता जनार्दन आप को भगवान का दर्जा देती है तो उनकी सोच को पुन निर्धारित करता है अगर आपने एक और अच्छे काम करके अपने आप को भगवान मानने लग जाओगे तो यह गलत होगा इंसान को सिर्फ अपना कर्म करना चाहिए बाकी फल देने वाला भगवान बैठा हुआ है ठीक है तो अपने दिलो दिमाग से ऐसे क्वेश्चन को निकाल दे जिनका कोई तथ्य नहीं है समझे मित्र आशा है आपको जवाब मिल गया होगा और आप ऐसे अटपटे क्वेश्चन आ गया नहा करेंगे ठीक है जी
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
देखिए दोस्तों अगर खुद को भगवान का हलवा ना है तो फिर आपको ढोंगी बाबा बनना पड़ेगा जितना ढूंढ कर सकते हो इस दुनिया में आप कर दो आपकी पूजा होनी शुरू हो जाएगी जितना बड़ा आप ढोंगी बाबा बन जाओगे आपको लोग भगवान बनाया भगवान माना शुरू हो जाएंगे भगवान कलवाना अलग बात है और भगवान जो है उसको मानना अलग बात है एक भक्त और भगवान में कोई फर्क नहीं होता एक भक्त और भगवान में कोई फर्क नहीं होता और कोई वक्त यह नहीं कहता कि मुझे भगवान कहा जाए वही भक्त है यह नहीं कहता कि मुझे भगवान कहा जाए क्यों हम उसको भगवान इसलिए कहते शुरू कर देते हैं क्योंकि वह उस में विलीन हो गया इस शरीर को छोड़कर उसकी आत्मा परमात्मा में विलीन हो गई और आत्मा परमात्मा में विलीन हो गई वह भगवान ही हो गया लेकिन जो खुद को भगवान कहलाना शुरू करता है वह फिर बहुत बड़ा ढोंगी बाबा है और जो लोग उसको कहते हैं बिल्कुल मूर्ख हैं बहुत ही बड़े मूर्ख हैं जो कि एक आम इंसान को भगवान कहना शुरू कर देते हैं या फिर कोई इश्क को या देवी को देवता को या किसी गुरु को भगवान कहना जो शुरू करता है वह सबसे ज्यादा बड़ा मूर्ख है भगवान के बराबर जरूर है पर भगवान नहीं बोला वो खुदा के बराबर जरूर है उसमें उसकी आत्मा विलीन जरूर हो गई है प्रभु भगवान ने खुदा नहीं है वह सिर्फ उसका भक्त है और भक्त भगवान के बराबर जरूर है पर भगवान नहीं आप मेरी बात समझने की कोशिश करें भक्त भगवान के बराबर जरूर है भक्त और भगवान में कोई फर्क नहीं है लेकिन भगवान नहीं यानी कि अगर हम उसको यह कहें मान लीजिए छोटी सी बात कहता हूं मैं जरूर जो है उन्होंने इतनी तपस्या की कि परमात्मा को पाया ईश्वर को ईश्वर उनको मिले अब ध्रुव जो है वह भगवान है वह भगवान है यानी कि भगवान का रूप हो चुके हैं हम परमात्मा का नाम ध्रुव ले सकते हैं क्योंकि उसमें उसकी आत्मा विलीन हो गई है और शारीरिक रूप वाला जो ध्रुव था वह भगवान नहीं है यह समझाने की कोशिश करना वह शिव है लेकिन जिसका शरीर हम फोटो है मूर्तियां देखते हैं शिव ही शिव है जो शिव में से निकलकर उस शिव के अंदर समा गया वह ब्रह्मा है जो इस शरीर से निकलकर और उस निरंकार में समा गया वह ब्रह्मा की पूजा करो करो शरीर के रूप वाले ब्रह्मा की पूजा करके क्या मिलेगा कुछ नहीं मिलेगा शरीर ना स्वंत है मार्च मंथ की पूजा करके क्या मिलेगा कुछ नहीं मिलेगा परमात्मा निरंकार है उसका कोई आकार नहीं है दोस्त उस निरंकार की पूजा करो जिसमें अच्छे-अच्छे देवी देवता हम आ गए हैं और कुछ सामान ले जा रहे हैं भक्त भगवान हैं भगवान का रूप है लेकिन पूजने लायक सर्वे की है वह निरंकार और अगर मैं इसका सवाल का एक और जवाब दे देता हूं अगर आपको भगवान खुद को करवाना है तो बहुत बड़े ढोंगी बाबा बन जाओ सबसे जितने आप बड़े ढोंगी बाबा बन जाओगे तब की पूजा हर जगह पर होनी शुरू हो जाएगी धन्यवाद
Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App!