चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
सवाल से आप उदास और त्यागी को दोनों को लिंक कर रहे हैं जोड़ रहे हैं तो असली में यह ऐसा नहीं है इनको लिंक करने का कोई जरूरत नहीं है उदास होना एक आपकी स्थिति है एक व्यवस्था है आपके अंदर जो इस तरीके की हैं फिलहाल एक स्टेटस ऑफ एयर से आपके अंदर ओके यह मोशन से फीलिंग है यह होता है उदास होना लेकिन आप जब उसको त्यागी बनने की बात कहते हैं कि नहीं उदास होने से पहले आप के आगे बने तो इसका कोई लिंक नहीं असल में जो मैं देखा जाए तो अब इंसान की इंसान उदास क्यों होता है इंसान सोचता कुछ है मतलब एक्सपेक्टेशन स्कोर सकता है आकांक्षा है उसकी कुछ होती है और उसको वह सब नहीं मिलता है तो वह जो अंतर होते हैं जो ज्ञान होता है या उसे लगता है कि मैं सफल नहीं हुआ इस प्रयोजन में इसलिए वह उदास हो जाता है राइट मजहब एक्सपेक्टेड जगन मीट नहीं हो रही तो इंसान उदास हो जाते हैं अगर कोई चीज मेरे हिसाब से नहीं हो रही रिजल्ट मेरे हिसाब से नहीं आ रहा तो इंसान उदास हो जाता है यही होता है ना आप जवाब बोलते हैं कि उदास बनने से पूर्व आग के आगे बने अभी त्यागी बन्ना क्या होता है त्यागी यह होता है कि भाई आपने किसी चीज का सैक्रिफाइस कर दिया आपने अपने लिए नहीं रहता किसी और को दे दिया कोई भी चीज होती थी कुछ भी हो सकता है चाहे वह आप की पोजीशन हो सकती है किसी काम पर नहीं मैं चाय आपका गुस्सा मान हो सकता है कुछ भी चीज होता है तो यहां पर विक्रय आपके सवाल में क्यों उदास होने से पहले त्यागी बनो जरूरी नहीं है ना अगर मेरा उदासी का कारण उस त्याग करने से या एवं त्याग का उदासी से अगर कोई लिंक नहीं है इस परिस्थिति में तो इसका कोई तुक नहीं बनता मैं उदास इसलिए हूं कि मेरी किसी से बहस हो गई और वह बहस मुझे और करने के बाद मुझे खुद अच्छे से अच्छा फील नहीं हो रहा यह हमें की बात नहीं कर रहा कि गलत कौन था सही कहा कौन था अगर मान लो मैं सही बेटा लेकिन मेरे को यह भी अच्छा नहीं लग रहा कि मैंने उससे बहस क्योंकि मैं चाहता तो बहस को टाल सकता था और भी उदासी के स्टेट में जहां पर मैं उदास हूं उस बात का चिंतन करके इसमें त्याग का क्या लेना-देना है आप सोचें तो ऐसे करके हम देख सकते हैं कि अब हमें काव्य के समय किस तरीके से परेशान हैं और अलाइव को मैनेज करना है जो उदास होने वाली बात है हमें तो उदास होना नहीं चाहिए अगर हम कुछ कर सकते हैं तो हमें कुछ करना चाहिए उस परिस्थिति में अगर कुछ नहीं कर सकते तो मस्त रहना चाहिए अपने निजी स्कोर पर चैनेलाइज करना चाहिए काम करना चाहिए आगे बढ़ना चाहिए ताकि हमारा ख्याल उस पर अपना जाए जो कि सॉरी जो ख्याल हमें उदास कर दें और राइट और जहां तक हत्या की बातें इसमें अखिल में त्याग त्याग जैसे नहीं देखूंगा जो तुम्हें यह बोलूंगा कि जहां पर जो आपका कर्तव्य उसे आपने पाए
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आपका प्रश्न है कि क्या यह बात ठीक लगती है कि मनुष्य का कर्तव्य है कि मैं उदास बनने से पूर्व श्याम के बने देखी मिस्ट्री जो भी आप हैं आप प्रश्न लिखने से पहले या प्रश्न बोलने से पहले पूछने से पहले उसको एडिट कर लिया करो लिख कर देख लिया करो प्रश्न की भाषा क्या है आप क्या कहना चाहते हो कोई प्रश्न ही नहीं बन रहा कि कर्तव्य मनुष्य का कर्तव्य उदास बनने से पूर्व के आगे बने मैं तो इसका जवाब मैं तो क्या कोई भी इसका जवाब नहीं दे सकता कि क्या प्रश्न है इसको आप लैंग्वेज ठीक करके दोबारा डालिए
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केवट ठीक लगती कि मनुष्य कर्तव्य की उदास बनने से प्रत्याशी बने वार्षिक भारतीय व्यक्ति अपने कर्तव्यों के प्रति उदास बने कोई कार्य करने के प्रति अपना मुंह कम करें और कर्तव्य के प्रति अपना दायित्व बनता है उसे निरवाना करें तो उसके पहले चाबी बनाएं और हत्या करने कि उसे प्रवती होना चाहिए कोई भी कार्य के प्रति अपने लगान होना चाहिए कोई के प्रति भी अपना इसने होना चाहिए अपने कार्य के प्रति पूरी जुझारू पर्वती गिरना चाहिए अपने दायित्वों के प्रति निर्माण करने की प्रवृत्ति होना चाहिए केवल अपने कर्तव्य से मुख मोड़ के जुहू जाना यह ज्यादा उचित चाहिए कर्तव्य के प्रति जो भी बनता है हमारे से करना चाहिए तभी जाकर हम श्रेष्ठता प्राप्त करते हैं अन्यथा लोगों के परीक्षा में बहुत पीछे रह जाते हैं कि अपने अधिकार के लिए तो लड़ाई लड़ता है पल दो पल करते के प्रति निष्ठावान नहीं उठता है और यह निष्ठावान होना अति आवश्यक है जब जाकर की श्रेष्ठता आती है धन्यवाद
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अगर बात करें कि आने से क्या कहता है कि वह दास मैंने से पूछा कि मैं ठीक होती है क्योंकि अगर आपको परेशान करने से पहले जागीर बने ताकि आप अपने जो जीवन है उसका अधिकारी कैसे छुपाए
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