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फैशन है दुर्गा पूजा का पर्व क्यों मनाया जाता है दर्शन पूजन कथा के अनुसार प्राण उक्त दुर्गा देवी जी महिषासुर जैसे असुरों जो बहुत प्रकरण में और पति चटी गुरु थे और बहुत ही बलवान प्रचंड रूप से का वातावरण था तो ऐसे ही दुष्ट समो सकती को उन्होंने मिनिस्टर किया दुर्गा शक्ति के रूप में और दुर्गम नामक असुर था उसको भी संघार किया तो दुर्गा पर वह शक्ति का स्वरूप है शक्ति मतलब एक पर चंडिका की ताकत इसलिए इसकी उपासना और पर्व किया जाता है वैष्णो दिन के संघर्ष में अपनी विजय पताका फैलाई धर्म और सत्य के और भक्तों के साथ उन्होंने सहयोग दिया अपना वरदहस्त रखा तो इस तरह से हम एक देवी मां आचरण के द्वारा हम अपने अंदर करण में भी ऐसी शक्ति का महानता के गुण धर्मों को रचना करते हैं जगाते हैं और प्रार्थना रूप से उनको धारण करते हैं ताकि जो हमारे जीवन में जटिल परिस्थितियां उत्पन्न होती है वह इस देवी शक्ति के द्वारा उसका समाधान हो सके और अनिश्चितता के तौर पर जिंदगी आगे मंगलमय कल्याण रात ज्ञापन हो सके तो इसी एकता शक्ति पर आहूजा है जिसका हम निरंतर 9 दिनों के लिए अपनी व्यवस्था बनाते हैं और इसमें जो श्रद्धा भक्ति और विश्वास आस्था के साथ जुड़े हुए लोग तल्लीनता के साथ आत्मसात करते हैं और भली प्रकार उनको भक्ति फल का प्रसाद प्राप्त होता है अपने और जनकल्याण अर्थ आशीष प्राप्त होता है और अपने आप को सामर्थ्य बनाते हैं जो लोग आस्था में रखना चाहिए और बहुत ही महान कृपा है कि इसमें सिर्फ एक इच्छा और प्रार्थना चलती है जो वर्ष भर के जितने भी अपने दोष युक्त पापी युक्त अन्य तरह से नियमित आती है उसको पुलिस परिहार करा जाता है और अपनी नवीन सरचना में नवीन अवधारणा में उसकी जागृत की जाती है और महसूस किया जाता है कि हमारे अंदर देवी क्षेत्र उत्पन्न हो रही है और सतत रूप से होती भी है दूसरा यह फायदा है कि प्रकृति अपने मौसम के हिसाब से परिवर्तन करती है और शरीर के अंदर जिसे संघर्ष से एक नई शक्तियां हमारे अंदर शरीर के सेल्स बगैरा सचेत हो जाते उत्सर्जन आ होती है तो प्रतिरोधक क्षमता हमारे अंदर और बढ़ जाती है और मौसम बहुत गंभीर हो जाता है अति शरद ऋतु आती है तो इसमें जो शरीर के हिसाब से हमें जो लाभ होता है यदि उत्तम होता है तो हर रूप में बहुत ही कल्याण दायक यह पर्व मनाया जाता है और इसमें अपने आप को एक नई उमंग के साथ नवनिर्माण की संरचना में अपने आप को प्रयोग करते हैं और हर्षोल्लास जीवन में एक धारण करते हैं यह मेरी शार्दिक्रॉप अच्छा नहीं है आप सब का मंगलमय हो धन्यवाद
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