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बड़ा अच्छा अपनी पूछा कि क्या इंटरनेट की वजह से बच्चे बिगड़ गए नहीं बिल्कुल नहीं बिगड़ रहे बच्चे और आजकल के बच्चे अगर वह मोबाइल को देख रहे हैं इंटरनेट को देख काफी चीजें सीख रहे हैं आज हमारे बच्चे आप अपने आपको अपने बच्चे से तुलना करके देखे तो बच्चे हमारे बहुत ही आगे फास्ट है वह वह वह कर ले रहे जो हमारा नहीं कर पा रहे हैं अपने समय में उस समय जब हमारा बचपन होता तो हम उसको नहीं कर पा रहे थे जो आजकल के बच्चे कर ले ने उसकी काफी चीजें जो है बच्चे मोबाइल से ही सीख जाते हैं और इंटरनेट से सीखते हैं उन पर ध्यान देना चाहिए गाना चाहिए और बहुत सारी चीजें हैं जो पढ़ाई से संबंधित है एप्स जो बच्चों की काफी मदद करते हैं स्पेलिंग से बच्चों को हर चीज में बहुत ही अच्छा हो सकते हैं अगर उनको थोड़ा सा अगर उसी चीज को इंटरनेट को यूज अगर आप स्टडी में ढंग से करा ले जाएं थोड़ा सा तो बहुत इंटरेस्ट आता है उसकी सीखने में भी और बच्चा बहुत ही जल्दी सीखता है जो चीज हम बहुत ही जो बच्चों को हम प्लेस में डालते हैं वहां नहीं सिखा पाता वह बच्चे सब अपने आप सेटिंग जाते हैं अब आपको हमें आपको जल्दी उस समय कल आया रंग का ज्ञान उतना अच्छा नहीं रहता था देखी जब छोटे पंजाब समय आने पर आज के बच्चे की कितना तेज है और बिल्कुल उनको हमसे दूर ना रखें नहीं तो वह बच्चे आज के हमारे बच्चे हम और उनके बच्चों से पीछे हो जाएंगे तो बिल्कुल आप उनको देखने दीजिए लेकिन उनको एक थोड़ा सा ध्यान दे दीजिए कि वह क्या कर रहे हैं
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हेलो मैं हूं लाइफ फुलटोली आपने पूछा इंटरनेट की वजह से आजकल के बच्चे बिगड़ रहे हैं प्रॉब्लम इंटरनेट नहीं है प्रॉब्लम हम और आप पर हम और आप किस चीज के बारे में डरते हैं आपस में किस-किस दिन के साथ रहते हैं वह किस चीज के बारे में डिस्कशन करते हैं और इंटरनेट से ज्यादा जो है प्रॉब्लम करती है टीवी में जो किस तरह की सीरियल देखने किस तरह की फिल्में देखते हैं आप जैसे करेंगे कोशिश करें कि अपने बच्चों को अच्छा मोहाल दिलवाए उनके सामने जो है इस तरह की चीजें दिक्कत ना करें जिससे उनका जो है माइंड गलत जगह डाइवर्ट हो उन्हें अच्छे से अच्छे और बुरे के बीच का फर्क समझाएं यहां पर प्रॉब्लम आपकी पेंटिंग में होती है प्रॉब्लम इंटरनेट में नहीं है
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क्या इंटरनेट की वजह से आजकल के बच्चे बिगड़ जाए यह काफी हद तक सही है इंटरनेट की वजह से बच्चे बिगड़ जाए अगर इंटरनेट में कुछ साइट ब्लॉक कर दी जाए तो सिर्फ लाइट ओपन रखी जाए और बाकी सब ठीक है बच्चे भी नहीं कर सकते हैं इतना पढ़ना चाहिए
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देखिए आज के जमाने में इंटरनेट होना बहुत जरूरी है अब इंटरनेट अवेलेबिलिटी बहुत सारी जगह पर है आ जाए आपके मोबाइल पर हो ड्रेस शॉप पर हो घर पर हो कहीं पर भी हो अवेलेबल है इसका होना चाहिए बिल्कुल होना चाहिए क्या यह जरूरी है बिल्कुल जरूरी है किसी चीज का हम कैसे प्रयोग करते हैं वह हम पर डिपेंड करता है अभी देखे इंटरनेट के पीछे 2 लोग होते हैं पहला तो यह कि वह इंसान या संस्था या लोहिया ग्रुप जो इंटरनेट में चीजें पोस्ट करते हैं या कहीं पर भी सोशल मीडिया पर या किसी भी तरीके से वह इंटरनेट के जरिए चीजें अवेलेबल है एक तो वह तो वह लोग कौन सी चीज है अवेलेबल कराते हैं एक तो उनका रिस्पांसिबिलिटी होता है दूसरा ही होता है कि घर परिवार में और बच्चे में कि भाई हम क्या देख रहे हैं क्या कर रहे हैं क्या सुन रहे हैं यह हमारा रिस्पांसिबिलिटी है हमारा निजी रे सिविलिटी है हर इंसान का अपना रिस्पांसिबिलिटी है तो दोनों का रिस्पांसिबिलिटी बहुत बड़ा होता है इंटरनेट अपने आप में खराब चीज नहीं है और हाइट उसका होना अनिवार्य है लेकिन जो पोस्ट उस पर डालता है उस पर पोस्ट मतलब खाली में सोशल मीडिया की बात नहीं कर रहा जो भी कुछ इंटरवेनेस में अवेलेबल है उसको डालने वाला उसकी रिस्पांसिबिलिटी भी बनती है लेकिन हम सब को कंट्रोल नहीं कर सकते तो इसीलिए गवर्मेंट की पॉलिसी सोने से कि वह इंटरनेट पर यह सारी चीजें अवेलेबल हो लेकिन पॉलिसी के बावजूद था मुझे देखेंगे या तभी भी शायद पॉलिसी इतनी रोबोट नहीं हो पाएगी कि इतना सारा यूनो इतने सारे लोगों को और क्या क्या आते हैं इतने पर उसको रोक सके ओके हर सेकेंडरी सा जर्मनी से उस पर हमला काबू नहीं पा रहे हैं पापा रे तो उसका मतलब यह थोड़ी ना हुआ कि वह हम चीजों को ऐसे ही छोड़ दें भाई घर में माता पिता किस तरीके से बच्चों को एक्सेस देते हैं इंटरनेट कितने टाइम तक का देखते हैं देते हैं किस उम्र में दे देते हैं किस लिए देते हैं सभी बड़ा निवारे होता है देखेंगे तो वह तो आपने आप जो मन में आएगा वह तो करेगा ही करेगा भाई हमें तो ध्यान रखना चाहिए कि हमारे घर में बच्चों को संस्कार क्या मिले हैं वह कैसे हमारी बातों का पालन करते हैं और क्या करते हैं क्या नहीं करते हैं मैं पता होना चाहिए मेरे बच्चे हमारे बच्चे हमारे सामने क्या करते हैं हमारे पीठ पीछे क्या करते हैं यह सब थोड़ा होना चाहिए घर में एक शिष्टाचार होना चाहिए नहीं तो क्या होगा इंटरनेट पर बहुत सारी ऐसी चीजें अवेलब्ले जो किसी को देखने का सुनने का मन करेगा ही करेगा और पता भी नहीं चलेगा कि का कोई बच्चा कैसा ड्रेस में चला गया किसी चीज को पकड़कर क्योंकि देखिए इंसान का यह फितरत होता है कि भाई अब वह चीजों को अनुभव करना चाहता है है ना पूछा था कि यह भी देखने की भी समझ ले जिज्ञासा बनी रहती है तो जब तक हो जिज्ञासा कंप्लीट ना हो जाए तो इंसान को वह वह अंदर ख्याल आते रहते हैं कि नहीं उसको देख लेते हैं इसके बारे में सुन लेते हैं इसके बारे में पढ़ लेते हैं वगैरह वगैरह तो यह घर में जो भी लोग हैं उनको देखना चाहिए सतर्कता बरतनी चाहिए कि हमारे बच्चे क्या देख रहे हैं हां डेफिनिटी अगर इस पर काबू नहीं पाया गया तो बच्चे डेफिनेटली इधर की वजह उधर जा सकते हैं उनकी मानसिकता में परिवर्तन आ सकता है हमें नहीं पता कि वह क्वालिटी वाला इंफॉर्मेशन देख रहे हैं yahoo.co गुड नाइट ऑफ इंफॉर्मेशन देख रहे हैं जो वह भी अवेलेबल है इंटरनेट पर इसीलिए हमें थोड़ा सोच समझ कर आगे बढ़ना चाहिए
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आपका क्वेश्चन है सर क्या इंटरनेट की वजह से आजकल के बच्चे बिगड़ जाते हैं तो एक तरह से कहना भी सही है इंटरनेट की वजह से बच्चे लोग जाते हैं इंटरनेट से ऐसी रोचक कहानियां मिलते हैं हमें बोरिंग महसूस नहीं आता है और लगता है कि हमसे देखते जाए इस तरह बच्चे इंटरनेट में इतना व्यस्त हो जाते हैं कि आपकी लाइफ को भूल जाते हैं और मोबाइल में अपनी लगाओ लगा लेते
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जी हां आपने बिल्कुल सही बोला इंटरनेट की वजह से बच्चे बिगड़ रहे हैं लेकिन जो बच्चे इंटरनेट का सही उपयोग करते हैं वह बच्चे अच्छे भी बन जाते हैं लेकिन मैक्सिमम बच्चे इंटरनेट का गलत उपयोग करते हैं इसलिए माता-पिता को अपने बच्चों पर ध्यान देना चाहिए जो बच्चे छोटे हैं 78 में पढ़ रहे हैं या क्लास फाइव सिक्स में तुमको ज्यादा इंटरनेट यूज़ ना करने दे क्योंकि इंटरनेट यूज करेंगे तो कोई ऐसी पिक आ जाएगी कोई ऐसा वीडियो आ जाएगा जिसको देखकर उनका ध्यान भटक जाएगा अब अटक जाएगा फिर लत लग जाएगी लत लग जाएगी तो बच्चे बिगड़ जाएंगे तो इसलिए इंटरनेट से बच्चों को दूर रखें आप फोन पर गेम खेलने दीजिए थोड़ा बहुत बात करने दीजिए तो लेकिन इंटरनेट से दूर रखना बच्चों को यह माता-पिता की सबसे बड़ी जिम्मेवारी है नहीं तो बच्चे बिगड़ जाएंगे और बच्चों के पास अच्छा से अच्छा भी नहीं आ पाएगा जब शिक्षक नहीं हो पाएंगे तो आप जानते ही हैं कैरियर बर्बाद हो जाएगा धन्यवाद
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बिल्कुल हंड्रेड परसेंट सही है इंटरनेट की वजह से आजकल बच्चे बिगड़ रहे हैं जो भी वह नेट पर सोशल मीडिया पर देखते हैं उसको कॉपी करने की कोशिश करते हैं अपनी बुद्धि का उपयोग करते नहीं हैं जैसे कि व्हाट्सएप हुआ कई ऐप हैं यूट्यूब हुआ इंस्टाग्राम हुआ एक लिमिट होती है हर चीज की उस लिमिट से वह पार जाते हैं और इतना ज्यादा उससे उनका गुस्सा बढ़ जाता है क्योंकि जो वह सोशल मीडिया पर देखते हैं उससे उसके कारण उनकी इच्छाओं इच्छाएं और ज्यादा प्रबल हो जाती है सेटिस्फेक्शन का लेवल बहुत कम हो गया है विल पावर बहुत कम हो गया है क्योंकि प्रैक्टिकली फिजिकली हो कुछ भी नहीं कर रहे हैं केवल मेंटल उपयोग हो रहा है उनका पूरे टाइम मीडिया पर लगे हुए हैं छोटे-छोटे बच्चे देखे हैं 6677 साल के बच्चे टाइम मूवी है पर अपना मीडिया पर अपना टाइम पास कर सकते हैं उन्हें कोई भी आउटडोर गेम आवश्यकता ही नहीं लगती खेलने के लिए जबकि अपनी फिजिकल बॉडी के लिए आउटडोर गेम बच्चों को खेलना बहुत ज्यादा जरूरी है अब तो बिल्कुल ही बंद हो गया है हमारे जमाने में ऐसे गुल्ली डंडा हुआ कंचे हुए बैडमिंटन टेबल टेनिस बहुत सारे ऐसे गेम थे जो हम प्रतिदिन खेलते थे वह बिल्कुल ही खत्म हो गए हैं क्योंकि सबके हाथ में मोबाइल आ गया है इन सब चीजों का एक तरीके से एडिक्शन हो गया है बच्चों में जो की बहुत खतरनाक रूप ले रहा है कई बीमारियों का भी है रूप ले रहा है मानसिक भी और शारीरिक बीमारियां इसके कारण बहुत बढ़ गई है
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क्या इंटरनेट की वजह से आजकल के बच्चे बिगड़ रहे हैं कि एक सर्वे में ऐसा देखा गया है कि कम उम्र के बच्चों को जो उनकी जरूरत नहीं लिए थे तब भी वह इंटरनेट का यूज करते हैं मोबाइल हम उनको कम उम्र में दे देते हैं और उपुल विश्व से कनेक्ट हो जाते हैं तब नेट के माध्यम से उनको सब मालूम पड़ जाता है दोस्तों से नेट में हमें कौन सी साइट पर जाना है हमें यूट्यूब देखना है हमें फेसबुक क्यों अपने आप आईडी बना लेते हैं व्हाट्सएप पर भी फ्रेंड्स बना देते हैं भाई लावेकरा फिल्में भी इंटरनेट यूजर से देखकर और उनका जो बहुत ही कम मानस होता है उनकी मेंटालिटी है वह बिगड़ सकती है इसलिए इंटरनेट की वजह से इफेक्ट तो आता ही है इसलिए बच्चों को समझ देनी चाहिए मोबाइल दे या कंप्यूटर दे तो समझ पहले देनी पड़ती है समझाना पड़ता है कि देखो इसमें सब कुछ है सब कुछ तुम खोज सकते हो अगर तुमको अच्छा कोई ना है तो अच्छा भी खोज सकते हो गलत खोजना है गंदा खोजना है और कोई खराब चीज बीच कुछ नहीं है तो भी इसमें यूपी को सकते हो इंटरनेट सा समुद्र है कि जिसमें मोती भी समुद्र में से निकलते हैं और अजगर भी निकलते हैं शांति निकलते हैं बच्चे कैसे करते हैं बड़ी-बड़ी व्हेल मछलियां भी निकलते हैं और बुरे संस्कार भी वहीं से वह सीख सकते इसलिए यह समझ लो उनको एजुकेट करना जरूरी होता है इसके बाद नेट देना चाहिए और थोड़ी बहुत परफेक्ट होती है थोड़ा रखना जरूरी होता है कि बच्चे क्या कौन-कौन सी साइट पर जा रहे हैं क्या कर रहे हैं फेसबुक में उनके कौन कौन से फ्रेंड है उन्होंने ऐसे फ्रेंड बनाए हुए हैं क्या चैटिंग करते हैं थोड़ा उनके वॉच रखना जरूरी होता है कौन सी वेबसाइट है वह
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अधिकांश बच्चे इंटरनेट सेक्सी बातें तो देखते नहीं है करा बातें देखते हैं इसलिए यह कहा जा सकता है कि नेट की वजह से बच्चे बिगड़ रहे हैं परंतु मां-बाप उनके इन कारणों पर निगरानी रखें और उन्हें सही मार्ग दिखाते रहें इंटरनेट पर नहीं दिख रहे
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जी हां इंटरनेट और सोशल मीडिया हमारे बच्चों को बिगाड़ने में बहुत बड़ी भूमिका निभा रही है हालांकि यह दोनों चीजें बहुत काम के हैं अभिभावक को चाहिए कि अपने बच्चों के एक्टिविटीज पर नजर रखें धन्यवाद
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क्या इंटरनेट की वजह से आजकल के बच्चे बिगड़ रहे हैं कहीं ना कहीं हां कि वह अपने समय को पॉजिटिव चीजों में रिप्लाई नहीं करते हैं वह कहीं ना कहीं पूरे पूरे दिन फोन में ही लगे रहते हैं उनको जितना सामाजिक होना चाहिए उतना सामाजिक नहीं हो पा रहे हैं
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हेलो फ्रेंड सामने पेश किया जाए आजकल के बच्चे भी आपको बता देना चाहता हूं कि एक को डाउनलोड करके बच्चे बिगड़ रहे हैं इसलिए उन्हें को बंद कर देना चाहिए जिससे बच्चे भी हो रहे हैं और रही बात इंटरनेट इंटरनेट से हमारे बहुत से ऐसे कार है जो आसानी से हो रहे हैं कोई भी समस्या है तो हम इंटरनेट यूज से जान सकते हैं उसका प्रयोग हमारे लिए अच्छा साबित हो रहा है इंटरनेट सेवा
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देखे इंटरनेट के वजह से बच्चे को देखिए बिगड़ रहे हैं लेकिन यह कहना तो मुश्किल है कि सब बिगड़ते हैं देखिए सब नहीं बिगड़ते पर कुछ लोग ऐसे हैं कि बच्चे बिगड़ते आजकल आप देख लीजिए खुद ही पब्जी पब्जी में इस समय तो जितने भी लोग हैं मतलब तीन एजर्स जो भी है यह लोग पब्जी के चक्कर में काफी ज्यादा बिजी रहते हैं इंटरनेट में भी इंटरनेट जो है हर चीज की सुविधा दी गई है इंडिया में हर चीज हर हर चीज का सलूशन है और सुविधा भी है इंटरनेट को अगर अच्छी तरीके से अपने फायदे के लिए यूज करेंगे तो बेहतर है अन्यथा अगर यह जो आजकल बेफ्रिके जो कुछ है आपसे और बुरी चीज है जो वीडियो है दिन भर लगे रहते चैटिंग भेज दीजिए गलत बात है हर चीज का टाइम टेबल नहीं है आप देखते कि टिक तोक भी चल चुका है टिक तोक हाइक मैसेंजर कुछ भी चलाइए आप लेकिन उसके एक समय सीमा होती है तो वह बुरी नहीं है और घर वाले भी इस चीज को मना नहीं करेंगे देखे इंटरनेट को अपने फायदे के लिए यूज करें गेम खेलने का मन करता है तो उसके थोड़ा सा टाइम टाइम सेट कीजिए नॉर्मल इसको के लिए कोई पूरी नहीं होती इंटरनेट अपने फायदे के लिए यूज करेंगे तो ही बैठक बेहतर है धन्यवाद
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आपने बहुत ही अच्छा क्वेश्चन किया है इस तरह के क्वेश्चन बहुत कम पूछे जाते हैं कि तुम मैं आपको बताना चाहूंगा कि इंटरनेट आज के जीवन में आज के जीवन में इतना महत्व रखता है कि बहुत ज्यादा बहुत अधिक महत्व रखता है मैं आपको बताना चाहूंगा आपने कहा कि बच्चे आजकल के बच्चे बिगड़ बिगड़ रहे हैं दूसरी जिसमें दो चीज आपको पहले बता दो पहले चीज यह है कि इंटरनेट वह माध्यम है जिससे आप किसी भी तरह की जानकारी आप घर बैठे ले सकते हैं अभी बताइएगा आप मुझे कि यह आपके लिए एडवांटेज होता है लाभदायक है या डिसएडवांटेज है क्या हानिकारक है अब सबसे पहले पेरेंट्स को आपको यह जानना होगा कि क्या चीज आपके लिए अच्छी है क्या चीज आपके लिए उचित है और क्या चीज आपके लिए अनुचित है तो कोशिश यह करें आप इंटरनेट का यूज करें समय पर यूज करें यह नहीं कि आप 24 घंटे लगे रहे ठीक है अच्छी अच्छी चीज भी देख रहे हैं तब भी आप टाइम से अपना टाइम डिवाइड करें कि मुझे इस टॉपिक पर इस टाइम देखना है इस टॉपिक को टाइम देना स्वीट बनाइए मैं नहीं कहूंगा कि आप कोशिश करें 24 घंटे नेट नेट कभी उस ना करें कि आप उससे आपकी आइस पर फक्र पड़ता और यूएन जैसे बताएं इंटरनेट में एक चीज और बताऊंगा आपको बताना चाहूंगा कि इंटरनेट यूज करते समय इंटरनेट यूज करते हैं कोशिश करें कि कोशिश करें कि अपने फोन को अपनी आंखों से दूर रखें धन्यवाद
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