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इस्कॉन के बारे में आपके क्या नकारात्मक विचार है इस्कॉन के बारे में मेरे पास कोई नकारात्मक विचार नहीं है वह राधा कृष्ण कृष्ण जी को मानते हैं सिर्फ मलिक उसने जो मानता है अच्छा बात है अच्छी चीज है ठीक है तो उसमें नकारात्मकता वाली कोई बात नहीं
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गुड आफ्टरनून लाइफ बहुत छोटी है अगर हम नकारात्मक चीजें ढूंढते रहेंगे तो बहुत सारी नकारात्मक चीजें ही आपको दिखाई देगी फिर इस्कॉन के बारे में भी अगर आपके मन में संदेह है तो बहुत सारे नकारात्मक विचार ही आएंगे देखे इस्कॉन एक ऐसा इंस्टिट्यूशन है जो बहुत सारे लोगों को गरीब बच्चों को खाना खिला रहा है और बहुत अनेक कार्य कर रहा है तो उसमें नेगेटिविटी ढूंढते हुए अपना वक्त क्यों जाया करें रात भर आप उसमें भी पॉजिटिविटी ढूंढ के आप योगदान कीजिएगा उनके खयालों के लिए उनकी विचारधाराओं के लिए कौन है आजकल जो नेगेटिव काम नहीं कर रहे हैं हर कोई कर रहे तो यह कम से कम इन का एक प्रयास है कि कम से कम स्कूल जाने वाले बच्चों को एक वक्त का खाना यह लोग फ्री में खिला रहे हैं इस दिन तो अगर देखा जाएगा तो हर चीजों में नकारात्मक नकारात्मक भी होता है विचार और सकारात्मक भी होते हैं अपना जीवन के नकारात्मक और सकारात्मक के विचारों में ना बताइएगा बाहर निकलेगा इंजनों से और जो अच्छा है उसको चूस कर के आगे बढ़िए गा इस्कॉन में भी कुछ अच्छा है या है बहुत सारी अच्छाइयां है इसे हर एक इसमें अच्छा ही ढूंढेगा नकारात्मक ढूंढते बैठोगे तो आप खुद एक नेगेटिव इंसान बन जाओगे और लाइफ में आप कभी आगे नहीं बढ़ पाओगे तो यह मेरी सलाह है कि आप इस्कॉन में नकारात्मक चीजें ढूंढने से विचार ढूंढने से अच्छा उनकी अच्छाइयां देखिएगा और आगे बढ़िए गा वह जिस मित्र पर जॉब खाना वह बच्चों को जो खिला रहे हैं फ्री भोजन से बच्चों को खिला रहे हैं गांव-गांव में जाकर उसमें आप योगदान जोड़िए गा नेक विचार है उनको फॉलो कीजिएगा अगर आप उसमें भी गलती ढूंढोगे तो हर चीज में आपको नकारात्मक विचार मिलेंगे तो जिंदगी एक नकारात्मक की बनी रहेगी तो माय डियर फ्रेंड्स ऑफ ट्रिपिंग और नेगेटिव उससे आगे देखने की कोशिश कीजिएगा जिंदगी पॉजिटिव बहुत है इस्कॉन में भी बहुत थ्री पॉजिटिव है अगर हम उन्हें पॉजिटिव एंगल से देखकर तो आई हो मैंने मेरी राय बताइए आप को थैंक यू वेरी मच इफ यू लाइक इट प्लीज़ अक्सर थैंक यू
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आप सभी को जय माता की आपने पूछा है कि इस्कॉन के बारे में आपके क्या नकारात्मक विचार है तो देखिए हमारी सनातन संस्कृति में शुरू से ही यह कहा गया है कि जीवन जीने के लिए आवश्यक है सकारात्मक विचार पॉजिटिविटी एक अच्छे व्यक्ति के लक्षण होते हैं एक सदाचरण वाले व्यक्ति के लक्षण होते हैं कि गलत से गलत चीज में से ही अच्छी चीज प्राप्त करले से गलत चीज में से भी अगर कुछ अच्छी चीज अच्छा ज्ञान प्राप्त हो रहा है तो उसको प्राप्त करने में कोई भी बुराई नहीं है और उसकी गलत चीजों को ना देखते हुए उसकी अच्छाइयों को हमेशा देखना चाहिए रह गई बात बात इस्कॉन की तो इस्कॉन जो संस्था है और भक्ति का भगवान श्री कृष्ण के प्रेम का और भक्ति का प्रचार करने में तन मन धन से लगी हुई है और भी प्रकल्प जनसेवा के लोगों की मदद के चलते ही रहते हैं तू नकारात्मकता का तो कोई प्रश्न ही नहीं उठता है और यह निर्भर करता है हमारे दृष्टिकोण पर अगर हमारा दृष्टिकोण ही नकारात्मक है नेगेटिविटी से भरा हुआ है तो हम अच्छी से अच्छी चीज में भी बुराई ढूंढ ही लेंगे निकाल ही लेंगे और अगर हमारा दृष्टिकोण पॉजिटिव है सकारात्मक है तो हम बुरी से बुरी चीज में भी अच्छा हीरो नहीं लेंगे इसलिए आवश्यकता है अपने विचारों को सकारात्मक रखना अपने दृष्टिकोण को सकारात्मक रखते हुए अपने जीवन को सही मार्ग प्रगतिशील करते
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आपने पूछा है इस्कॉन के बारे में आपके क्या नकारात्मक विचार है देखिए अगर हम नकारात्मक विचारों के ऊपर बात करेंगे तो हम भी नकारात्मक हो जाएंगे हमें किसी भी चीज के बारे में या किसी भी व्यक्ति के बारे में उसके जो पॉजिटिव एटीट्यूड सोते हैं जो उसके पॉजिटिव गुण होते हैं उस पर ध्यान देना चाहिए ना कि हमें उसकी नेगेटिव चीजों पर ध्यान देना चाहिए अगर आपके अंदर बार-बार किसी की गलतियां देखने का आदत है किसी की कमियों को देखने का आदत है तो धीरे-धीरे वह कमियां आपके जीवन का हिस्सा बन जाएंगे तो मैं तो भाई आपसे यही कहना चाहता हूं अब यह मुझे पता नहीं कि किसी बहन ने पूछा या किसी भाई ने पूछा है मैं अब मैं आपको यह बात बताना चाहता हूं कि आप जो देखते हैं ना वही आपके जीवन में शामिल होने लगता है अगर आप हर व्यक्ति में उसके गुण देखेंगे तो आपके आते रहेंगे अगर आप किसी व्यक्ति की गलतियां देखेंगे तो उसकी गलतियां आपके अंदर आते रहेंगे तो क्या जरूरत है कि कौन क्या कर रहा है कौन सा मंदिर क्या कर रहा है कौन से साधु क्या कर रहा है कौन से संत क्या कर रहा है कौन से लोग क्या कर रहे हैं इससे कोई मतलब नहीं है आप अपने जीवन में क्या कर रहे हैं आप इससे मतलब रखें आप सुधरे दुनिया सुधरे हैं ना सुधरे यह कहावत है हम सुधरेंगे जग सुधरेगा आप अपने अंदर पहले अच्छे विचार लाइए और दूसरे लोग क्या कर रहे हैं इस पर आप गलत मतलब धारणा मत रखिए हम यह मानते हैं कि वह लोग कुछ महीनों में गलत हो सकते हैं हो सकते हैं गलत लेकिन आपको गलत चीजों को या वाइट कर देना होता है अगर आप बार-बार किसी गलत चीज का चिंतन करेंगे तो वह गलत चीज है आपके जिंदगी का हिस्सा बन जाएंगे और आप की एक आदत हो जाएगी गलत चिंतन करना और जिस व्यक्ति को एक बार गलत चिंतन करने की आदत हो जाती है ना वह बार-बार बार-बार वही चिंतन करता रहता है जिसके कारण उस अंदर मानसिक विकार उत्पन्न हो जाते हैं तो अगर आप अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रखना चाहते हैं अपने सभी को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो किसी के बारे में भी चाहे वह मंदिर हो चाहे वह व्यक्ति हो आप नेगेटिव थॉट्स निकाल दें यही आपके लिए भलाई है
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इस्कॉन के बारे में क्वेश्चन तो कोई नकारात्मक विचार नहीं है हालांकि दो तीन चीजें थोड़ी अच्छी नहीं लगी वह यह है कि प्रभु खुदा का वहां पर का संस्कार नहीं करेगी के समाधि दी गई तो यह बात अच्छी नहीं लगी तो किसी यूज़र ने यह भी कहा कि संतों की दाह संस्कार नहीं करते हैं समाधि दी जाती है तो यह गलत बात है संतों की समाधि नहीं दाह संस्कार भी किया जाता है हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दाह संस्कार ही करना चाहिए भगवान कृष्ण ने वैसा ही किया था और भी कई बड़े संतोष जनानी दाह संस्कार करवाया अपना यह बात थोड़ी अच्छी नहीं लगी कि प्रोगोद आया वहां के जो चंद है वह समाधि ले रहे हैं जमीन में उन्हें उनको दफनाया जा रहा है यह बात अच्छी नहीं लगी
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जो स्कूल के बारे में नेगेटिव विचार रखता है वह सबसे बड़ा मूर्ख है क्योंकि वह अपनी दहिया तुम बुद्धि के कारण ऐसा सोच रहा है कि यह लोग गलत है वह गलत है भाई एक बार आप पहले उस चीज को रिचार्ज कीजिए उस चीज को जानिए कि वह चीज क्या बता रहे हैं क्या नहीं बताया फिर आप अपना तर्क दीजिए इस सबसे बड़ी प्रॉब्लम है हिंदुस्तान में आध्यात्म से संबंधित कोई बात होती है तो ऐसे मुंह खुलने लगते हैं जैसे वरिष्ठ कुछ पता हो बहुत ही के लिए पर सब कुछ पता होने के बाद भी चुप रहते हैं कहीं कोई डाउट ना हो जाए कि मेरी बेजती ना हो जाकर मैंने मुंह खोल दिया तो अध्यात्म में अपने आप को धुरंधर समझते हैं तो इसमें मेरी रिक्वेस्ट पहले आप पीएफ के बारे में बोलने से पहले उसी को जानिए उस चीज को पहले रिसर्च कीजिए फिर आप उस चीज के बारे में अपनी राय दीजिए और एक और बात इस्कॉन में आप अगर इस्कॉन के भक्तों के प्रति आप कुछ भी गलत बोलते हैं वह सबसे बड़ा अपराध होता है उसको बोलते हैं वैष्णव अपराध तू ही भगवान कृष्ण के भक्तों के प्रति किया गया अपराध सबसे बड़ा पाप होता है कभी माफ नहीं किया जाता और इन चीजों को पहले आप आध्यात्मिक नॉलेज की लीजिए फिर आप कुछ बोलिए समाज में लोग नशा करते हैं दारू के ठेके खोलते हैं क्लब क्लब स्कूल है तो इतनी चीजों की जब कोई कुछ बोलते हैं तब कुछ नहीं बोलते आप इतनी आपने पब्लिकली खोल रखी है नशा वाली चीजें शरीर को बर्बाद करने वाली चीजें है नर्क भेजने वाली चीजों की आपने परमिशन दे रखी है उन चीजों के बारे में लोगों की राय कभी भी नहीं आएगी सामने उसमें तो लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे क्योंकि उसमें अपनी इंद्र क्लिप भी जुड़ी हुई है और स्कूल की जब बात आती है तो लोग अपना मतलब कि देखते कि इससे संबंधित इसमें हमारी इंद्र तृप्ति वाली कोई बात नहीं है उसका विरोध करने लगता है यह कहां की सोच ही भैया है पहले आप थोड़ा चीजों को समझ में इस्कॉन ने हमारे पूरे समाज को बचाया है नशे की तरफ जाने से गलत काम करने से मा का पतन करनी चाहिए स्कूल ने बचाया तो पहले आप उन चीजों को पहले समझ कैसे जानते फिर आप अपनी राय दीजिए एक बार आप खुद स्कूल में जाइए फिर आप वहां पर जानिए यू अक्षर में क्या होता है कि हमें कलयुग है कलयुग में लोग धर्म की निंदा करेंगे अधर्म के साथ देंगे अगर आपके मन में उनके प्रति नेगेटिव भावना कृष्णा आपका दोस्त नहीं है कलयुग का प्रभाव है आपकी बुद्धि पर जो आप धर्म के प्रति विरोध कर रहे और अधर्म का साथ दे रहे हैं तो थोड़ा पहले बुद्धि लगाइए इतिहास उठाकर देख लीजिए अधर्म का साथ दोगे तुम्हारा भी विनाश हो जाएगा पतन हो जाएगा तो थोड़ा समझ भी इन चीजों को ले कृष्णा
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