चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
मोदी को वोट नहीं देने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है क्या आप उसकी आलोचना नहीं कर सकते हैं क्योंकि क्रिटिसिज्म इज द बैक बोन ऑफ डेमोक्रेसी लोकतंत्र में सरकार के ऊपर अंकुश लगाने का काम विपक्ष का होता है और जनता का होता है मोदी सरकार को पूरा का पूरा सौ पर्सेंट वोट नहीं मिला है मोदी सरकार को 18 परसेंट वोट मिला है जिसके बल पर सरकार बनाई है बाकी बोर्ड सारे अलग-अलग लोगों को अलग-अलग पार्टियों को मिला है अलग-अलग लोगों ने दिया तो किसे मानते हैं इसका मतलब यह नहीं है कि वह सुपर हो गया मोदी जी देश नहीं हजारों मोदी आएंगे जाएंगे लेकिन देश बना रहेगा तो देश सबसे आगे देश की चिंता देश की हित का मतलब यह नहीं है कि हम उसी से सरकार की आलोचना नहीं कर सकता सरकार की आलोचना बहुत जरूरी है इस सरकार का अंकुश बना रहता है और गलत नीतियां अगर होती है किसी भी सरकार की चाहे वो कोई भी सरकार मोदी सरकार कांग्रेस सरकार हो तो हर एक इंसान को हक है कि वह उसको क्रिटिसाइज करें लोकतंत्र की यही खूबी है कि आप गलत चीज के खिलाफ आवाज उठा सकते हैं आप इसके लिए फ्री हैं लेकिन वह संवैधानिक होना चाहिए किसी भी प्रकार की गलत गलत बात है ना फैलाएं आप लोग के वोट नहीं दिए हैं तो आलोचना घड़ी का अधिकार क्यों है यह साफ-साफ आप इसमें पूछने की आलोचना का अधिकार क्यों आपको यह पता नहीं है पहले क्या सोचना क्यों कर रहे हो ठीक है आप आज आपको अपने मन को उत्तर मिल गया होगा पसंद है तो लाइक कर फॉलो कीजिए धन्यवाद
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
क्योंकि यह अधिकार उनको संविधान देता है नरेंद्र मोदी जी 130 करोड़ देशवासियों के प्रधान सेवक हैं प्रधानमंत्री हैं चौकीदार हैं उनको वोट न देने वाला व्यक्ति भी उनकी आलोचना कर सकता है वोट नहीं दिया है तो उसके पीछे कोई न कोई वजह होगी और यह संविधान अधिकार देता है यह लोकतंत्र है कि आप किसी के बारे में अच्छा या बुरा कर सकते हैं हां उसके कहने के पीछे आधार होना चाहिए और इस देश में बहुत से लोग राजनीतिक पार्टियों से जुड़े हैं किसी विचार से जुड़े हैं इस वजह से वह माननीय नरेंद्र मोदी जी का विरोध करते हैं उसके पीछे बस वजह यही है और संविधान सबको अधिकार देता है कि किसी के बारे में अच्छा या बुरा कहने का और रही बात एक अच्छी सरकार चलाने के लिए एक अच्छा विपक्ष भी होना चाहिए मेरा जहां तक मानना है जब प्रधान सेवक की आलोचना करेंगे तो प्रधान सेवक काम और अच्छे से करेगा इसीलिए किसी भी सरकार की आलोचना होना जरूरी भी है मैं ऐसा मानता हूं
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
बड़ा अजीब सा सवाल है आपका मोदी को वोट ना देने वालों को उनकी आलोचना करने का अधिकार तो सवाल वोट देने वालों का या ना देने वालों का नहीं है देश के हर उस नागरिक को जो देश के संविधान में विश्वास रखता है और उसे लगता है कि देश का मौजूदा नेतृत्व नरेंद्र मोदी कर रहे हो या कोई और करें वह जनता की इच्छाओं पर खरा नहीं उतर रहा उसकी नीतियां देश हित में नहीं है यह जो भी कुछ उसे लगता है उस नेता की आलोचना करने का पूरा अधिकारी है सिर्फ आप यह क्यों मानते हैं कि इसको वोट नहीं देते वही आलोचना करें बहुत से ऐसे लोग हर हीरालाल उसका कर रहे हैं कई लोगों को यहां तक और कहा कि मुझे बीजेपी को वोट दें का दुख है कि मैंने ऐसा किया उनको अधिकार है ना आप भी भारत के नागरिक हैं आपको भी वही पूरा अधिकार है अनुष्का करने का और आलोचना सत्ताधारी दल की होती तू सरकार वह चला रहे होते एक अजीब सा ट्रेंड चला है विपक्ष की निंदा या आलोचना करने का विपक्ष के पास जो सत्ता ही नहीं है पूरी दुनिया में एक ही नियम है कि जो सत्ता में होता है जो सरकार में होता है लोकतंत्र में उसकी गलतियां लोग निकालते हैं तभी लोकतंत्र जिंदा रहता है यदि लो ऐसा करना बंद कर देंगे रे लोकतंत्र खत्म हो जाएगा तानाशाही हावी हो जाएगी भारत को बचाना है भारत के लोकतंत्र को बचाना है तो लोगों की आलोचना का अधिकार रहना चाहिए एक समय की बात है राजीव गांधी आईटी डिफेक्शन लाल लेकर आए थे उससे पहले देश में जनों के अंदर भी दल के नेताओं की आलोचना होती थी स्वच्छता के साथ बहुत अच्छा समय था जो मूल तंत्र है भारत के संविधान कर लोकतंत्र का लेकिन जब सौदेबाजी होने लगी सांसदों की विधायकों की तो वह बिल लाया गया यदि देखा जाए संवैधानिक दृष्टि से तोहार एक व्यक्ति को ऊंचाई किसी को वोट दे या ना दे उसके गलत कार्यों की गलत नीतियों की आलोचना करने का अधिकार है था और रहेगा इस अधिकार पर अंकुश लगाने का काम करने वाले देशद्रोही हैं भारत के संविधान का अपमान करने वाले हैं ऐसे तत्वों को सामाजिक जीवन एक बार करके ही इस देश की रक्षा हो सकती है नमस्कार
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
आपका प्रश्न है मोदी को वोट ना देने वालों को उनकी आलोचना करने का अधिकार क्यों है वसुधा भारत एक लोकतंत्र है और लोकतंत्र में जनता में ही सारी शक्ति निहित होती है वास्तविक शक्ति जनता में ही निहित होती है जनता के मताधिकार के प्रयोग के द्वारा ही सर्वोच्च पदों पर बैठे लोगों का निर्वाचन होता है जैसे कि राष्ट्रपति उसका अप्रत्यक्ष निर्वाचन होता है और प्रधानमंत्री उसका प्रत्यक्ष निर्वाचन होता है सांसद के रूप में भारत का संविधान भारत के संविधान में आर्टिकल 19 अनुच्छेद 19 19 में अभिव्यक्ति और विचार की स्वतंत्रता की आजादी अभिव्यक्ति और विचार की स्वतंत्रता दी गई उसको प्रदर्शन करने की शक्ति दी गई आपको संविधान में अधिकार प्राप्त हैं तो सरकार या सरकार में बैठे किसी व्यक्ति यहां पर न्यायपालिका को हम थोड़ा सा अलग करते हैं उसके निर्णय के विरोध का दूसरा तरीका है तो सरकार अर्थात जैसे कि हम मोदी आप कह रहे हैं यहां पर जो सर्वोच्च उपाधि कार्यपालिका का राष्ट्रपति के अतिरिक्त सरकार में बैठे किसी भी व्यक्ति की आलोचना जनता का मौलिक अधिकार है जनता की विचार एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अंतर्गत आता है आप उनके समर्थन में अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं और उसी प्रकार उनकी किसी नीति के विरोध में अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं यह आपको अधिकार संविधान ने प्रदान किया है इसलिए मोदी को वोट ना देने वालों को उनकी आलोचना करने का अधिकार प्राप्त है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
जानकारी के लिए आपको बता दूं कि नरेंद्र मोदी सिर्फ उनके प्रधानमंत्री नहीं है जिन्हें ने उनको वोट किया था हम अपनी सरकार को वोट करें या ना करें अगर उस सरकार को हमारी देश की जनता ने एक जिम्मेदारी सौंपी है कि आप देश के विधि व्यवस्था को अपने हिसाब से संभाल ली उसे चलाइए तो यह मायने नहीं रखता कि हमने उन्हें वोट किया था नहीं हम लोकतांत्रिक प्रणाली जैसे देश के नागरिक हैं अतः वह सरकार हमारी भी हम वोट उसे करें या ना करें हमारा फर्ज बनता है कि हम उनके अच्छाई में उनके साथ रहे और उनकी बुराई में उनका आलोचना करें अतः लोकतांत्रिक प्रणाली जैसे देशों में सरकार किसी एक व्यक्ति की यासिर मोटर की नहीं होती है वह तमाम जनता उन्हीं की जनता होती है और हर जनता को बराबर हक है कि वह सरकार की गलत कार्यों पर उनकी आलोचना करें
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
लोकतंत्र में लोगों को अपना नेता चुनने का अधिकार होता है और पार्टियां अलग-अलग होती है भिन्न-भिन्न पार्टी होती हैं नेता लक लक जब चुनाव के समय में हर वोटर अपने नेता को और अपनी पार्टी को जिताना चाहता है हर पार्टी का क्योंकि एक अलग मेनिफेस्टो होता है वह लोगों के बीच में जाते हैं और अपने मेनिफेस्टो की बात करते हैं और अपना वोट मांगते हैं अब रही बात चुनाव के बाद कि जो भी व्यक्ति चुनाव जीता है प्रधानमंत्री सर्वोच्च पद किसी भी देश के लिए होता है और हमारे देश के लिए भी है माननीय मोदी जी हमारे देश के प्रधानमंत्री अब पूरे देश की बागडोर उनके हाथ में है अब हमारे मौलिक अधिकारों में हमें यह बताया गया है कि हमें आलोचना का अधिकार है उसमें हमारे कुछ मौलिक अधिकार भी हैं और कर्तव्य भी तो पूर्व अब वह किसी पार्टी के लीडर तो ही पार्टी को तो देखते हैं लेकिन अब उन्होंने पूरा देश देखना है तो किसी को भी उनकी आलोचना करने का पूरा पूरा अधिकार है यदि वह अपनी कसौटी पर खरा नहीं होता और जो चल रहा है वह आपको पता ही है देश में क्या चल रहा है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
देखिए लोकतंत्र में सभी को अपने जनप्रतिनिधियों की समालोचना करने की स्वतंत्रता है बिल्कुल उनके बारे में जो भी लोकतांत्रिक तरीके से और अमर्यादित शब्दों में बात कही जा सकती हो कहीं भी जानी चाहिए और वोट दिया हो या ना दिया हो परंतु प्रधानमंत्री तो सभी के होते हैं तो समस्त नागरिक अपने प्रधानमंत्री के कार्यों की समालोचना मर्यादित शब्दों में करने का अधिकार है परंतु आलोचना केवल सुनी सुनाई बातों पर हम करते हैं जो विपक्षी दल भ्रम पैदा करने की कोशिश करते हैं जो वोट बैंक की राजनीति करते थे आज उनकी राजनीति नहीं चल पा रही है ऐसे लोग कोई मोदी जी के बारे में गलत बातें फैलाते हैं उन्हीं बातों के लिए हम दौर आने लगे तो नहीं है आपने मोदी जी को वोट दिया हो या ना दिया हो परंतु यदि आप बन के कामों को देखेंगे उन्होंने जो भारतवर्ष की उन्नति के लिए काम किया भारतवर्ष की एकता की जो काम किया भारत वर्ष की गई अपनी जो काम किया किसी भी पंत जाति धर्म में सबका में भेदभाव नहीं किया उज्जवला कनेक्शन हो चाहे प्रधानमंत्री आवास योजना हो जाए शौचालय का निर्माण स्तर की समस्त योजना में किसान सम्मान निधि कौन किस जाति का किस धर्म का केस बंद रही है थोड़ी देखा गया पूरे 36 करोड़ भारतीय नागरिकों को एक दृष्टि से देखा गया सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास का मंत्र लिखकर मोदी जी आगे बढ़ रहे हैं जब आप उनके काम में कोई ऐसी बात देख नहीं रही तो आप क्यों उनकी आलोचना करेंगे हां जहां तक कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिनके बारे में भ्रमित करने की कोशिश करते हैं उनको भी आप भारत के नागरिक के रूप में स्वतंत्र नागरिक के रूप में जो विचार करेंगे तो पाएंगे कि नरेंद्र मोदी जी ने जितने भी निर्णय कश्मीर में 370 धारा हटाने का बातों के तीन तलाक हटाने की बात हो चाहे सीसीए हो यह सारे के सारे देश हित में लिए गए निर्णय हैं और तीन तलाक तो अनेकों मुस्लिम देशों में तीन तलाक को दशकों से प्रतिबंधित कर दिया गया लेकिन अपने देश में प्रतिबंधित नहीं था क्यों नहीं होना चाहिए भाई जब मुस्लिम देश भी उसको स्वीकार नहीं कर रहा है मुस्लिम इस देश को मानवता के खिलाफ सामाजिक नियमों के खिलाफ मानना तो हम क्यों नहीं मारना चाहिए था सुप्रीम कोर्ट ने भी उसके बारे में दिया था लेकिन पूर्वर्ती सरकार कट्टरपंथियों के दबाव में जाती थी और नहीं करती थी आज नरेंद्र मोदी ने दिखाकर मुस्लिम माता बहनों को से मुक्ति दिलाई है उसमें कांग्रेस के लोग और जो अन्य विपक्षी दलों ने कम लोग हैं उन लोगों ने भी इस मुद्दे को लेकर लोगों को भड़काने की कोशिश की जबकि उसका भारतीय मुसलमानों से कोई संबंध नहीं था कि 1 देशों में अल्पसंख्यक है जो पाकिस्तान बांग्लादेश और पाकिस्तान में अल्पसंख्यक लोगों को मां पर प्रताड़ना की जाती है यदि तीनों के तीनों देश से उसे तो मुस्लिम देश हैं तो वहां पर जो अल्पसंख्यक एवं को संरक्षण प्राप्त नहीं होता और उन को संरक्षण देने के लिए हमने शिष्य बनाया जो बांग्लादेश पाकिस्तान तो हमारे देश के सराय पहले अवैध जिस आधार पर बनकर अलग हुए हैं हम कहे कि नहीं पाकिस्तान और बांग्लादेश के मुसलमानों को भी आप पर नीम की पत्तियों को उन्होंने पाकिस्तान अलग बना या नहीं बना तेरी भारत में रहना था तो केवल बनाया गया उसमें क्या आपत्ति है कोई आपत्ति नहीं है भारतीय मुसलमानों को क्या उसमें मारा जा रहा है कोई भी हक नहीं मारा जा रहा भारतीय मुसलमानों के साथ कोई भी भेदभाव नहीं हो रहा तो केवल काम ने लोगों ने कांग्रेसी लोगों ने नरेंद्र मोदी के विरोधी लोगों ने इस तरह का भ्रम फैलाया समस्त के भरम में नरेंद्र मोदी जी के लिए कोई ऐसी आलोचना करना चाहते हैं जिसमें सुधार करने की आवश्यकता है जो नरेंद्र मोदी जी को आप सीधे सुझाव दे सकते हैं और जनता पार्टी को सजा दे सकते हैं नरेंद्र मोदी एप पर जाकर आप नरेंद्र मोदी से सीधा ठोस आलोचना है उसमें सुधार
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
यह लोकतांत्रिक देश है और लोकतंत्र के अंदर सब को बोलने की आजादी है इसलिए वह वोट दे या ना दे देश का नागरिक होने के नाते उनकी बोलने का अधिकार तो मिल ही जाता है हां वैसे मोदी जी देश के लिए बहुत अच्छा काम करता मैं उनका करता हूं
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
ऐसा नहीं है आपने बोल दिया हूं या ना दिया हो आपको किसी की भी आलोचना करने का अधिकार है लेकिन आप जिस की भी आलोचना कर रहे हैं उसके संबंध में आपको अगर पूरी जानकारी होनी चाहिए आप जिस मुद्दे को लेकर आलोचना कर रहे हैं देखना होगा कि वह सही है या नहीं गलत कई बार ऐसा देखा गया है कि लोग गलत नीतियों को लेकर भटक जाते हैं और अकारण ही किसी का विरोध करने लगते हैं और बाद में जब तक उसको पछताना पड़ता है किसी का विरोध करना सही है या गलत
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
आपका प्रश्न है मोदी को वोट ना देने वालों को उनकी आलोचना करने का अधिकार क्यों है देखिए भारत लोकतंत्र है और लोकतंत्र में वोट देने वाले को भी अधिकार है आलोचना करने का आरोप नहीं देने वाले को भी अधिकार है आलोचना करने का प्रधानमंत्री जी अगर अच्छा कार्य करते हैं तो वोट जिसने दिया है वह भी आलोचना कर सकता है जिसमें नहीं दिया है वह भी कर सकता
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
हिंदू देश लोकतांत्रिक है यहां पर सभी को यह देश लोकतांत्रिक है यहां पर सभी को बोलने का अभिव्यक्ति की आजादी है और हमारे कोई जिम्मेदार व्यक्ति कोई प्रदूषित बड़ा व्यक्ति अगर है कि समाज और देश के प्रति जवाबदेही है उसके बारे में भी आलोचना करने का अधिकार सभी को है और यह अधिकार ही हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करता है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
मोदी जी को वोट देने वालों को उनकी आलोचना करने का अधिकार क्यों है वह इसीलिए है क्योंकि मोदी जी प्रधानमंत्री उन लोगों के लिए भी बन गए जिन लोगों ने मोदी जी को वोट नहीं दिया था अगर मैं आपको आंकड़े बताओ तो 18 करोड लोगों ने बीजेपी को वोट दिया था और 12 करोड़ लोगों ने कांग्रेस को वोट दिया था जो कि कुल वोटों का करीब करीब 40 परसेंटेज बीजेपी को मिला था और करीब करीब 30 परसेंटेज कांग्रेस को मिला था तो मोदी जी देश के 40 फ़ीसदी हिस्से के प्रधानमंत्री नहीं बने ना राहुल गांधी को 30% हिस्सों का प्रधानमंत्री बनाया गया तो आप अगर बुद्धिजीवी होंगे तो समझ गए होंगे अगर आप ऐसे ही रोचक वीडियोस ज्ञानवर्धक वीडियो देखना चाहते हैं तो यूट्यूब के सर्च बॉक्स में जाकर के टाइप करें विनोद उत्तराखंड दिवारी उसके नीचे एक चैनल आएगा थॉट ऑफ सक्सेस उसे सब्सक्राइब जरूर करें
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
जिन लोगों ने मोदी को वोट नहीं किया क्या उन्हें मोदी को क्रिटिसाइज करने का कोई हक है इस प्रश्न का एक सिंपल जवाब है क्योंकि जिन्होंने उनको वोट दिया वह तो क्रिटिसाइज करते ही नहीं है तो फिर चादर बुक करना भी नहीं चाहते तो फिर करेगा कौन सिटी साइज तो मोदी जी को वोट नहीं करने वालों के कारण कई हो सकते हैं उनका दूसरा किसी पार्टी पर विश्वास हो या वे बीजेपी के लिए वोट करना चाहते थे परंतु लोकल कैंडिडेट सही नहीं था करब था कम्युनल था इन एक्सपीरियंस था यह चाहे जो भी बचे हो या दूसरा कोई कैंडिडेट उससे बेहतर था अब एक-एक कारण बहुत अहम कारण जो कहते हैं कि इसके लिए लोग गांव बीजेपी मोदी जी के लिए वोट करना चाहते थे वह है कि ना दयानी की दर इस नो अल्टरनेटिव वाला फैक्टर तो यह मोदी जी के फेवर में माना चाहता था तो उस वोटर को कन्वेंस करने के यह काफी नहीं था इसलिए उसने मोदी जी को वोट नहीं दिया तो यह सो सकते हैं जिसके लिए के लोगों ने मोदी के लिए वोट नहीं किया हो बाकी जिन्होंने मोदी के लिए वोट किया तो वे काफी हस्ताक्षर थे कि उन्हें अपने देश के डोर जो है उनके हाथों में सौंपना है और यह था कि मोदी जी के नेतृत्व नेतृत्व पर उन्हें पूरा विश्वास था तुम मोदी बीजेपी को सात खून माफ से इनकी नज़रों में यह तो इनकी मतलब हम तो यह तो उनकी निंदा तो करेंगे ही नहीं क्योंकि बात पलट कर फिर उन पर आ जाएगी क्या आपने सुना अब आप क्यों कह रहे हो ऐसी बातें यह तो मजाक किया है बट यह है कि जिन्होंने मोदी के लिए वोट किया उन्होंने एक जो कहते हैं लिफाफे लिया है कि मोदी मोदी जी हमारे लिए सब सही करेंगे तो यह लोग जो है बहुत अति जब पहुंचेगा तभी ही वह कैटेगरी चाय क्रिटिसाइज करेंगे ना कोर्स ऑफ द इवेंट्स में नहीं करेंगे अब जो है वह हर नागरिक का होता है चुनाव के पश्चात मोदी जी हर भारतीय के प्रतिनिधि हैं हम सबके रिप्रेजेंटेटिव हैं जिन्होंने उनके पक्ष में वोट दिया और जिन्होंने नहीं दिया जो घर में बैठकर अपने वोटिंग का राइट क्यों है उसको एक्सरसाइज नहीं जिन लोगों ने किया उनके प्रतिनिधि हैं हम सब के प्रधानमंत्री हैं प्रधान सेवक के ऐसे भी अपने आप को कहते हैं हमारी उनके लिए कुछ एक्सपेक्टशंस हैं उन्हें उन एक्सपेक्टेशन में से कुछ सही है कुछ रियलिस्टिक है कुछ आदर्शवाद है मतलब कि आइडियलिस्टिक है कि हम चाहते हैं कि वह यह सब चीजें तो एक प्रधानमंत्री को करने चाहिए और कुछ कंपनियां कुछ एसेसरियल एक्सपेक्टेशन सोते हैं जो कि बहुत ही ज्यादा हाई एक्सपेक्टेशन जिसको कहते हैं लेकिन एक्सपेक्टशंस है वह हमारे प्रधानमंत्री हैं स्टेशंस है हमारे एक्सपेक्टशंस पर पर खरे नहीं उतरेंगे तो फिर हर नागरिक का हक बनता है कि वे क्रिटिसाइज करें और यही क्रिटिसिज्म जो है यह डेमोक्रेसी की है और इस वीर को क्वेश्चन कोई कर ही नहीं सकता कि आपने वोट नहीं दिया तो आप को क्रिटिसाइज करने का हक नहीं
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
बीपी सबसे पहले समझना चाहिए की आलोचना और विरोध में एक काफी अंतर होता है तो आलोचना एक ऐसी चीज है हम किसी की भी आलोचना कर सकते हैं किसी को भी क्रिटिसाइज हम कर सकते हैं चाहे वह अपना ही क्यों ना हो क्योंकि आलोचना करना बुरा नहीं है लेकिन ध्यान हमें यह देना चाहिए यह आलोचना कब विरोध बन जाता है उस पर ध्यान देना चाहिए कि हमारे द्वारा की गई आलोचना विरोध ना बन जाए कभी-कभी मौके पर विरोध भी अगर बन जाए तो वह अंध विरोध ना बन जाए तो किसी के को हम किसी के प्रति अगर में कोई बात रखनी है तो हम उसकी आलोचना कर सकते हैं लेकिन हमें विरोध से बचना चाहिए और विरोध से बचना चाहिए और वह भी अंध विरोध से सबसे ज्यादा यानी ब्लाइंड्ली हमें किसी का पोस्ट नहीं करना है यह हमें ध्यान देना चाहिए और रही मोदी जी की बात तो मोदी जी हमारे देश के प्राइम मिनिस्टर हैं तो आप उन उनकी भी आलोचना कर सकते हैं क्योंकि आलोचना किसी की भी की जा सकती है विरोध नहीं आप विरोध करने के लिए आलोचना नहीं करनी चाहिए आप आलोचना एक सही तरीके से एक है जो समालोचना जिसे कहते हैं उस तरह से सारे आलोचना कर सकते हैं हमारे यहां कहा भी गया है हमारे कल्चर में निंदक नियरे राखिए तो उसी चीज को हमें वह करना चाहिए लेकिन विरोध या अंध विरोध ज्यादा अंध विरोध की तरफ में नहीं जाना चाहिए आप शब्दों की तरफ गलत मर्यादा के साथ उधर से नहीं जाना चाहिए लेकिन आलोचना करने में कोई बुराई नहीं है किसी का भी विचार या कोई भी एंटी विचार हो सकता है किसी का विचार कुछ है किसी के विचार कुछ किसी की आईडी लॉजी अलग है और किसी की भी फ्रेंड है और हम किसी का भी विचार चाहे और इससे नहीं मतलब है कि वोट ना देने वाले वह चाहे दिया हो जिसने या ना दिया हो वह जिसने दिया भी है वह भी किसी पार्टी को अगर जिस ने वोट दिया है अगर बीजेपी बीजेपी सपोर्टर है या कांग्रेसी सपोर्टर है तो अगर बीजेपी सपोर्टर है तो भी बीजेपी की आलोचना कर सकता है या कांग्रेसी अदर पार्टी का सपोर्ट है तो उसकी आलोचना कर सकता है तो आलोचना एक ऐसी चीज है जो किसी भी चीज को रिफाइन करती है उसका नवीनीकरण करती है तो आलोचना करते रहना चाहिए हम जब आलोचना करेंगे तो वह चीज हमें नए रूप में सामने आती है और उसमें सुधार होता रहता है लेकिन विरोध नहीं रोते विचार मर जाता है तो विरोध करने से हमें एक तरह से बचना चाहिए आलोचना करते रहना चाहिए लेकिन फिर वही बात ब्लाइंड्ली आलोचना भी नहीं करनी तू इससे फर्क नहीं पड़ता कि किसी ने वोट दिया है या वोट नहीं दिया है हम किसी की आलोचना कर सकते हैं चाहे वह बीजेपी को ही हो या कांग्रेस की कांग्रेस की भी लीडर कि अगर जहां पर हमें बस यह ध्यान देना चाहिए कि उनका जो अल्टीमेट उद्देश है वह क्या है और उनके द्वारा किए गए काम कितने सही हैं तो जो काम अच्छे हो रहे हैं किसी पार्टी द्वारा उनकी हमें प्रशंसा करनी चाहिए और जो गलत काम हो रहा है उनका विरोध करना चाहिए तो अगर किसी पार्टी द्वारा कोई काम अच्छा हो रहा है तो उसको हमें ऐसा भी करनी चाहिए जिससे सामाजिक बदलाव आ रहा है अगर कुछ गलत लग रहा है तो उसको हमें आलोचना कर देनी चाहिए वह चाहे किसी भी पार्टी का हो तो हमें आलोचना वह भी करना चाहिए और कभी-कभी किसी डॉक्टर द्वारा अच्छे काम भी होते हैं तो बुरे काम भी हो जाते इस बात का ध्यान रखना चाहिए वोट देना ना देना एक अलग बात है और यह एक लोकतांत्रिक तरीका भी है यह डेमोक्रेटिक मैंने है तो डेमोक्रेटिक मैंने किसी की भी आलोचना कर सकते हो एक हद तक विरोध भी कर सकते हो लेकिन वही बात है अंध विरोध करना अपशब्द बोलना गाली देना यह डेमोक्रेटिक मैनेज नहीं है यह लोकतांत्रिक तरीका नहीं हो सकता
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
मोदी को वोट ना देने वाले प्रधानमंत्री और प्रधानमंत्री तक जो भी काम करने के तरीके अगर आपका प्लीज फाइंड नहीं मिलता है बिना लॉजिक और विशेषकर करते हैं अगर मैंने कोई पॉलिटिकल आदमी क्या करता है आजकल कांग्रेसी काम नहीं लग रहा है अब तो समझ में आ जाएगा कि बहुत बड़ा हिस्सा लगभग पूरा तो फिर यह नहीं कहा जा सकता है कि यहां में वोट दिया वह नहीं कर सकती और न पार्टी होना चाहिए होना चाहिए मोदी जी अच्छे हैं अच्छे काम कर रहे हैं उनकी सराहना बहुत अपेक्षा ही परिणाम है कि केवल और केवल मोदी के नाम पर है एडिट करते हैं कि आप अपनी काबिलियत अपना कौन-कौन सा सिद्धांत होने के बावजूद एक बर्बाद कौन बाल मानववाद क्या-क्या करते हैं और उसके बाद आपको आपकी भी खत्म हो गई खानदानी पाटिया देश का भला नहीं कर सकता है राष्ट्रीय शापित शुक्रिया
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
आपका सवाल है कि मोदी जी को वोट ना देने वालों को उनकी आलोचना करने का अधिकार क्यों है देखिए हमारे लोकतंत्र में सबको समान अधिकार दिया गया है जो लोग जिसको मन करे उसको वोट देते हैं जो लोग जिसको मन करे उसको वोट नहीं देते हैं जब चुनाव होता है बहुत सारे लोग कांग्रेस के पक्ष में होते हैं बहुत सारे लोग भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में होते हैं और बहुत सारे लोग किसी दूसरे लोकल पार्टी को लाइक करते हैं अब चुनाव हुआ चुनाव में 80 परसेंट लोगों ने बीजेपी को वोट दिया 20 परसेंट लोगों ने कांग्रेस को वोट दिया बीजेपी चुनाव जीत गए भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी बन गए 20 परसेंट लोग जिन्होंने वोट नहीं दिया मोदी जी को वह मोदी जी की आलोचना कर सकते हैं क्योंकि उनको मेंटल राइट्स मिला है और आलोचना कर सकते हैं कुछ अपशब्द नहीं बोल सकते हैं गाली गलौज नहीं दे सकते हैं मोदी जी को अगर वह ऐसा करेंगे तो लोकतांत्रिक तरीके से उनके ऊपर एक्शन होगा हर कोई लोकतांत्रिक दायरे में रहकर किसी की भी आलोचना कर सकता है किसी के भी कामकाज को समाज के सामने प्रस्तुत कर सकता है जब मोदी जी देश के प्रधानमंत्री बन गए अब मोदी जी यह नहीं देखते हैं कि किस समुदाय के लोगों ने हम को वोट दिया कि समुदाय के लोगों ने हमको वोट नहीं दिया वह समस्त देशवासियों को साथ लेकर चलते हैं 132 करोड़ देशवासियों को साथ लेकर चलते हैं कांग्रेसी चुनाव जीती थी तो वह देखती थी कि किस जाति से हमें फायदा हुआ किस जाति से हमारा नुकसान हुआ तो जिस जाति से उसको फायदा हुआ उस उसके लिए थोड़ा बहुत कार्य कर देती थी थोड़ा बहुत करती थी पूरा भी नहीं करती थी और जिस जाति से उनको थोड़ा बहुत फायदा हुआ उसका नुकसान कर देती थी जबकि लोकतंत्र में ऐसा नहीं होना चाहिए मोदी जी हैं मोदी जी देखे देश के सबसे अच्छे प्रधानमंत्री उनका कोई भी कार्य पूरे देश के लिए होता है वह जो भी एक्शन लेते हैं देश की तरक्की के लिए लेते हैं वह कुछ भी करते हैं विदेश जाते तो विदेश में जाने का भी उनका मकसद होता है कि हमारा देश मजबूत स्थिति में हमारे देश में अगर बेरोजगारी है तो दूसरे देशों में मैं जाऊंगा तू वहां अपने देश के नारायों को मोटिवेट करूंगा कि आप लोग थोड़ा टूरिज्म के लिए यहां के लोगों को बताइए और दूसरी बात वहां के प्रधानमंत्री से बोलूंगा कि आइए हमारे देश में बिजनेस का सबसे बढ़िया स्कोप है तो यहां पर इंडस्ट्रीज लगेगी कंपनी खुलेगी तो बेरोजगारी दूर होगी और उस देश में हमारे देश के लोग जाकर नौकरी भी कर सकते हैं तो कहने का तात्पर्य है जो लोग वोट नहीं दिए हैं वह आलोचना दे सकते हैं आलोचना कर सकते हैं मोदी जी का क्योंकि उनके पास फंडामेंटल राइट्स है लेकिन आलोचना करने का भी एक लिमिट होता है उस लोकतांत्रिक लिमिट में रहकर ही कर सकते हैं अगर लोकतांत्रिक लिमिट के बाहर जाकर कुछ भी अपशब्द बोलेंगे तो उनके ऊपर एक्शन होगा लोकतांत्रिक तरीके से तो हम सभी भारत वासियों से निवेदन करना चाहते हैं कि मोदी जी की प्रशंसा करिए मोदी जी के पक्ष में अच्छा वार्तालाप करिए पक्ष में वार्तालाप करने का मतलब है कि आप मोदी जी के कामकाज को देशवासियों के सामने रखिए प्रस्तुत करिए और जो लोग कांग्रेसी विचारधारा के हैं उनको भी बताइए कि मोदी जी ने बेहतर काम किया कांग्रेस से तो वह कांग्रेसका बात बताएगा बताएगा कि कांग्रेस ने इतना अच्छा काम किया कोई बात नहीं आप मोदी जी के कामकाज को बताइए तब उस पता चलेगा कि नहीं मोदी जी ने कुछ बेहतर किया है कांग्रेस से ज्यादा अच्छा काम मोदी जी ने किया है धन्यवाद
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
ऐसी जरूरी नहीं है कि मोदी हजारों लोगों को खुश रख पाए या करोड़ों लोगों को खुश रख पाए यह जरूरी है कि उन्होंने कितने लोगों को खुश किया देखिए पांच ऊंगली जिस प्रकार बराबर नहीं होती उसी प्रकार तमाम लोग हमारी ही साथ नहीं चल सकते यह भी जरूरी है अगर हम काम करते अच्छे ढंग से तो हो सकता है वह हमारे काम को देखकर हमें दिखाने का प्रयास करें आलोचना से भी मैं पता चलता है कि हमारे अंदर की कमियां क्या है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
मोदी को वोट देने ना देने वालों को उसके लोचना करने का अधिकार क्यों है सुरेश है अभी मोदी एक प्रधानमंत्री है और प्रधानमंत्री लेवल पर जब हो इलेक्शन लड़ता है तो लोकसभा का इलेक्शन लड़ा जाता है और लोकसभा के इलेक्शन में जनता का फैसला प्रधानमंत्री मोदी को अपनाने पर वही जनता अगर विधानसभा में आती है तो आप देखें पिछले कोई तीन चार विधानसभा इलेक्शन हुए महाराष्ट्र में राजस्थान में मध्यप्रदेश में और भी एक दो जगह वहां पर बीजेपी का इतना रुझान नहीं बना तो वही जनता उस समय विधानसभा में और कोई नहीं चाहती वही उनके आलोचक बन जाते हैं तो आप ही हैं आप की सरकार बना रहे हैं और आप ही आलोचना कर रहे हैं लेकिन प्ले धर्म अलग-अलग है जैसे कि अभी हाल ही में लद्दाख क्षेत्र में आपने देखा भी पहले तो भाषण दिया लद्दाख वाले मंत्री ने कश्मीर के जब वह देश के हिसाब से बात कर रहे थे कश्मीर के जूते अब्दुल्लाह जी उनके खिलाफ कड़ी कड़ी बातें कहीं और जैसे ही बात आई अभी सत्र की तो उनमें मोदी जी की थोड़ी सी आलोचना बालेश्वर भी सुनने को मिले तो व्यक्ति की राय बदल जाती है कोई स्टेट लेवल की बात करते हैं कोई देश लेवल की बात करता है मोदी देश के सिंबल के हिसाब से आलोचना नहीं करता कोई वह अपने एरिया के लोचना करता है क्योंकि प्रशासन ने साबित हुआ हुआ है कि हर आदमी अपने लेवल तक आते दुखी हो ही जाता है जैसे मान लो स्टेट का कोई हो स्टेट का व्यक्ति हो उसको डिस्ट्रिक्ट में सीट ना मिली और टिकट ना मिली हो बीजेपी की हो वैसे नाराज हो जाता है और भी बहुत से कारण बनते हैं कुछ जगह से डेरा वाला रिक्शा कांड था तो वहां की जनता धार्मिक भावना से हो गई अनपढ़ थोड़ी जनतंत्र की खूबसूरती है अभी आजकल मोबाइल वगैरह यह साधन चल गए हैं इसकी आलोचना ही ज्यादा सुनती है कार्य हो रहा है और गलत भी हो अच्छा वह हमें चाहिए हमारा भी पक्ष भी हम सॉन्ग रखें ताकि कल को ऐसी नीतियां ना हो कि 25000 का चालान आपको हाथ में भरना पड़े इस बात का भी ध्यान रखें विपक्ष को भी स्टोन रहने दे लोकतंत्र की खूबसूरती बनी रामदेव और मीडिया वाले तो बोले ही नहीं इस बात पर आपने लोकतंत्र का एकदम बढ़ा अच्छे तरीके से तोड़ा है राम-राम
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
मोदी को वोट ना देने वालों को उनकी आलोचना करने का अधिकार क्यों है जी हां बिल्कुल है मोदी को वोट जिन्होंने दिया है वह और मोदी को जिन्होंने वोट नहीं दिया है वह वह सब उनके मतदाता है चाहे वह दिया या नहीं दिया है क्योंकि मूवी ही अगर प्रधानमंत्री बने और उनकी सरकार जो चला रहे हैं वह तो वह पूरे भारत के हर एक नागरिकों के हक और सुगमता के लिए उनके संबंधित के लिए उनकी प्रसिद्ध है मोदी जी क्योंकि उनको ऊंची ड्यूटी प्राइम मिनिस्टर भारत के 135 करोड़ करोड़ लोगों के प्रति अब जिन्होंने वोट नहीं दिया उसके भी वह प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने वोट दिया उसके प्रधानमंत्री जिन्होंने उनको वोट नहीं दिया करने का यही लोकशाही की खूबसूरती है और ऐसा होना ही चाहिए ताकि हमारे जो राजनेता है चाहे बिजी हो या कोई भी प्रधानमंत्री हो या किसी की पार्टी के लिए सरकार हो लेकिन आलोचनाओं से मूंग को काम करने का बल मिलता है जब तक आलोचक नहीं होते हैं तब तक उनको काम करने की प्रेरणा को कम मिलती है वह आलोचना किधर से भी कई नेता काम करते हैं ऐसा भी देखने में आया कि हां जन सामान्य की मुश्किलें बहुत ही आसानी से दूर हो और सब को अपने हक का अपनी समस्याओं का समाधान लिए धन्यवाद
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
श्री मोदी जी नहीं अभी तो जो भी दोस्त हैं जनप्रतिनिधि हैं उनकी कृति up34 खुशियों में कर सकते हैं नंबर 129 नाम कोई गवर्नर घोटाला सिद्धू झाइयों को क्रिटिसाइज करैक्टर रूप से डाउन हो उनकी क्रिटिसाइज की जानी चाहिए नैतिक रूप से निष्ठावान नहीं हो देश के विरुद्ध कार्य कर रहे हो उनकी की साइज की जानी चाहिए लेकिन क्या यह सब बातें मोदी जी कर रहे हैं क्या मोदी जी ने कर रहे हैं टुकुर मोदी जी की क्रिटिसाइज ना तो उन लोगों को करनी चाहिए जिन्होंने वोट भी है और नव उनको करनी चाहिए जिन्होंने बोल नहीं अब यही सवाल विपक्षियों की या विरोधियों की तो मेरे दोस्त यह वह भारत देश है जो सीता जैसे चरित्र पर उंगली उठाते हैं लोग हैं जो सिर्फ मोदी जी मैं आपको एक निष्ठावान कार्यकर्ता उनका अपने देश के प्रति जो पहला प्रधानमंत्री है जो देश के लिए 18 घंटे काम है अब उनकी पक्षियों की तो आदत है वह तो बुराइयां कविता अच्छी सूरत वालों की बुराइयां की जाती है ऐसे विपक्षियों की तो जानते हैं कि उनकी तो बोलने की आदत है कोई विश्वास नहीं करता है यही कारण था कि वे भोंकते रहे लेकिन मोदी जी अकेले ही बीजेपी में मोदी जी 2019 के चुनाव में कितने देश चलाने वाले होने वाले बरोहिया करने वाले समस्त नेताओं को पराजित किया और सरकार बनाकर दिखाइए मोदी के चरित्र पर उंगली उठाना यह बताएं लोगों में ना तो समझने की क्षमता है ना हमारी एबिलिटी है ना हमारी क्वालिफिकेशन है हम तो केवल बुराई करना जानते हैं हम ऐसे देश के नागरिक हैं क्योंकि आपको तो मुरली की सूचना है और आपको शायरी चुटकुला याद होगा एक बार एक सऊदी अरब का एक कुत्ता भारत में आया तो यहां की कुत्तों ने पूछा मैया तुम बात क्यों नहीं रहे अपने देश को चोट तो आगे उस कुत्ते ने बहुत अच्छा जवाब दिया मेरे देश में उल्टा सीधा बोलने की कोई आजादी नहीं है हम किसी को ऊपर कुछ भी नहीं भाग सकते हैं जबकि भारत में पूर्ण बोलने की आजादी है मौके की सुनता है मैं अजीब और फिर क्यों पूछ सकता हूं इसलिए मेरे देश को छोड़ कर के मैं भारत आ गया वह चुटकुला बिल्कुल एकदम फिट होता है कि आप लोगों की आदत है कि ताजा जो उंगली उठा सकते हैं तो मोदी विचारे तो एक इंसान है मेरे विचार से उनको बुराइयां ना करके उनके इमानदारी से किए गए कार्यों की सराहना करनी चाहिए जो देता है समर्पण है उसकी सम्मान किया जाना चाहिए अब यह तो लोगों के अपने-अपने विचार है क्योंकि भारत में बोली की भी सुख मिलता है और अपने विचार व्यक्त चलो नाजायज फायदा उठाते हैं यही कारण है कि जिन लोगों को भारत सरकार भारत के नागरिक बड़े प्यार से रखते सम्मान करते हैं वे लोग भी बड़े रघुराई चिल्ला चिल्ला कर कहते हैं उस देश का कार्य कर रहे हैं मेरे दोस्त हमारे संविधान में बोलने की शादी है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि किसी भी होता रहा है मैं बोल देता है और ना अपनी मेहनत से इतना पेट से विपक्ष में बोलने वाले लोग कभी अपने गिरेबान में झांकना चाहिए उनकी पार्टी में दल बदलने वाले गिरगिट की तरह रंग बदलने वाले चित्रकूट पार्टी बदलने वाले सत्ता सुख शांति वाले रिश्वत को भ्रमण लिखने वाले स्टेटस तुम किस चरित्र उठा कर देख ऐसे लोगों से जुड़ने गबन करने वाले हो उल्टा चलने वाले हो रिश्वत कौन हो भाई भतीजावाद चलाने वाले हूं जातिवाद फैलाने वाले हो धर्म बाग का जहर फैलाने वाले हो उन लोगों से आप अच्छे विचारों की कदर किसी को भी दे सकता है खाने में रखा पूर्वक कर रहा हूं अब लोग करते हैं तो करने दो उस वक्त भी देखा थी जब जाता है लोदीपुर चल रहा है हजार जो किस्मत वाले होते हैं वह तो बहुत पी रहे थे उनका तो काम बोलता है उनके संसद और विधानसभा जबकि जानते 1 दिन का विधानसभा लोकसभा का खर्चा कितना होता है और मूर्ति में होता है और वह दूसरी नहीं चलने देते हैं बाथरूम कर देते हैं कोई जन समस्या की बात नहीं उठाते कुछ जानकारी बातें नहीं करते हैं उन लोगों से अब तक नहीं कर सकते हैं क्योंकि उनके बच्चे जैसा बना हुआ है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
मोदी को वोट ना देने वालों में उनकी आलोचना करने वालों का का अधिकार क्यों हैं जैसे महात्मा गांधी को गाली देने वालों को अधिकार है वहीं को भी को भी को बोलने का रूप आलोचना करने का बिल्कुल साथ-साथ अधिकार है क्योंकि हम भी इसी देश में रहते हैं देश के नागरिक हैं जा सब को एक समान मौलिक अधिकार प्रदान किया गया ब्रह्मा विष्णु महेश की बधाई नहीं है इसका जानकारी दीजिए बहुत अच्छे से आपको बहुत अच्छे पता चले जाते हैं क्या आपने अभी तक आपका नाम पर कभी आपने कभी आपने सामने नहीं लाया कमिंग की पुण्यतिथि मनाई क्या बोलते हैं जन्म दिवस नहीं मनाया कभी मालूम नहीं पड़ने दिया कि आपका असली पैदा पैदा करने वाला का नाम क्या है आलोचना तो बिल्कुल होगी और जितना लिखेंगे जैसे हम लिखना महात्मा गांधी के बारे में आरोप लगा मत ना करते हैं वही हमको भी पूरा अधिकार है और हम इस अधिकार को अधिकार का उपयोग
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
सवाल है कि मोदी जी को वोट ना देने वालों को उनकी आलोचना करने का अधिकार किसी का नहीं है सवाल भी है कि मां हमारे देश का जो प्रधानमंत्री है वह क्या कर रहा है हमने उसे वोट दिया या नहीं दिया इससे यह मुश्किलों चांदी करेंगे प्यार नहीं है हमारे देश के प्रधानमंत्री के कार्य की जब चुनकर देश के प्रधानमंत्री बन गए तो पूरे 120 करोड़ जितने भी देश की जानते हैं उनके प्रधानमंत्री है तो उनको उनकी रचना करने का अधिकार है क्योंकि इससे सब पूरी देश की पूरी लोगों का हित जुड़ा हुआ होता है जो भी फैसले से सरकार लेती है जब मोदी ला रहे उनकी उसे ही दे रहे हिंदुस्तान के जो संविधान है उसमें कैसे-कैसे सुलोचना के लिए किस शब्द का प्रयोग करें यह भी एक वजह है कि इस काम के लिए पर देश के प्रधानमंत्री को भी चाहिए कि वह दूसरे दल के लोगों के प्रति भी गलत शब्द इस्तेमाल ना करें कि उसे देश की जो प्रधानमंत्री पद की गरिमा गिरती है तो मेरे ख्याल में जो संविधान के अनुसार जो में अधिकार दिए गए हम मोदी नरेंद्र मोदी की रोशनी कम बात तो देश के प्रधानमंत्री की आलोचना करने उनके कार्यों का लेखा-जोखा करने के बाद अधिकार हमें धन्यवाद
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
नमस्कार एक बार प्रधानमंत्री बन जाने के बाद नरेंद्र मोदी अब तक के प्रधानमंत्री हैं उनके प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने उनकी पार्टी को वोट दिया और उनके भी जिन्होंने वोट नहीं दिया उस देश के प्रधानमंत्री देश की सभी जनता के प्रधानमंत्री हैं तो उनके फैसले को अच्छा या बुरा बताना देश की जनता का अधिकार है हक है अच्छा या बुरा बताना बुरा जब हम बता रहे हैं तो इसका मतलब उसकी आलोचना कर रहे हैं तो मतलब उनके पास उनकी आलोचना करने का भी अधिकार है अगर हम प्रसंता भी कर सकते हैं आलोचना भी कर सकते हैं अब आप जैसे देखें आप अमेरिका कोई पैसा लेता है या पाकिस्तान में कुछ होता है तो आप उसकी आलोचना करते हैं आप उसकी निंदा करते हैं आप उसे गलत बताते हैं तो उसका आपसे सीधा कोई लेना देना तो है नहीं लेकिन फिर भी आपने कोई उसको उसको वहां की व्यवस्था के लिए या इसके लिए कोई योगदान नहीं किया है फिर भी आलोचना हम करते तो आलोचना हम किसी की भी कर सकते हैं आलोचना का जो अधिकार है वह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में शामिल है अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार हमें हमारा संविधान दे तो हम अपना मत रख सकते हैं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब हम अपनी राय किसी भी विषय पर जाहिर कर सकते हैं जो भी फैसला हो उसे गलत बता सकता मोदी को वोट ना देने वालों को भी उनकी आलोचना का उतना ही अधिकार है जितना उन लोगों को जिन्होंने उनकी पार्टी को वोट किया है वोट किया है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
प्रधानमंत्री बन जाने के बाद आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी पूरे देश के नेता हैं इसलिए उनकी आलोचना और प्रशंसा का अधिकार उन सभी लोगों को है जिन्होंने उन्हें वोट दिया है या नहीं दिया है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
आरुष नाम विरोध यह हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है मोदी ही नहीं किसी के भी खिलाफ कभी भी कहीं भी किसी भी जगह हम विरोध कर सकते हैं उस विचारधारा का उस पार्टी का या किसी एक शख्स का क्योंकि लोकतंत्र हमारा संविधान यह हमें अधिकार देता है विरोध प्रदर्शनों का विरोध का हालांकि विरोध का जो तरीका है जो माहौल तैयार किया गया है और तू माहौल बना है इस दौरान विरोध प्रदर्शनों में हिंसा का इसे किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता और यह विरोध प्रदर्शन का सही तरीका नहीं है लेकिन विरोध प्रदर्शन यह जो है आवाम की आवाज है और यह हमारा संविधान का अधिकार है लोकतंत्र यही ताकत है और यही खूबसूरती है
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
देखी मैं यही कहना चाहूंगा कि मोदी जी बहुत ही अच्छा देश चला रहे हैं इसमें कोई डाउट नहीं है क्योंकि डिफेंस के लेकर हर चीजें जो है मजबूत होती जा रही है हर चीज ऑनलाइन हो गई यह पब्लिक भी जानती है सिर्फ इतना ही कमी है कि कुछ लोगों की वजह से करप्शन अभी भी चल रहा है जो हर जगह जाकर मोदी जी नहीं देख सकते उसे हमें ही अविनाश लाना पड़ेगा और हमें देखना पड़ेगा तब हमारा भारत आगे बढ़ेगा नहीं कि पीछे और एक साथ सबको मिलकर चलना है ना ही कि एक दूसरे को काटे और विपक्षी पार्टियों में जाकर मिल जाए यह नहीं देखी जिसका काम अच्छा है उसी को सपोर्ट करना चाहिए ना कि जिन्होंने 70 सालों में मैं कांग्रेस की बात नहीं करता हूं जो काम करता है उसी को सपोर्ट करना चाहिए
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
आपका कहना है कि मोदी को वोट ना देने वाले कौन की आलोचना करने का अधिकार क्यों है क्योंकि हम भारत देश में है और यह लोकतंत्र है हमको जिस को भी बोल देना है हम देंगे जिस को वोट नहीं देना नहीं देंगे लेकिन अगर कोई राजनीतिज्ञ है तो हम किसी के लिए आलोचना कर सकते हैं हमारे पास से स्वतंत्रता है कि अगर किसी ने काम अच्छा नहीं किया है सब कुछ मैंने आप को वोट नहीं दिया लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि मैं आपकी आलोचना नहीं कर सकते हो मैं कर सकती हूं क्योंकि आप एक पब्लिक सर्वेंट हैं चाहे प्रधानमंत्री हो या मंत्री को कोई भी हो लेकिन आलोचना करने का अधिकार मुझे मिलता है अगर आपने कुछ अच्छा काम नहीं किया सब कुछ किसी ने वोट दिया है और आप कुछ बन गए हैं तो अगर मुझे कोई काम पसंद नहीं है तो मैं आ कर सकती हूं तू यह मेरा अधिकार छीन नहीं जाता है लोकतंत्र में यह हो नहीं सकता है कि जो वोट देगा वही आलोचना कर सकता है लगे तो हम अच्छा बोलेंगे खराब लगे तो खराब लगेगी बोलेंगे लेकिन आलोचना को सहने की आपने शक्ति होनी चाहिए यह हर राजनीति के क्या हर किसी में यह बात होगी कि एक इंसान में कुछ अच्छा सुनता है तो बुरा सुनने की भी उसमें शक्ति होनी चाहिए अगर वह बुरा नहीं सुनता है तो फिर उसको पब्लिक सर्वेंट बनने की कोई जरूरत नहीं है इस्तीफा दे देना चाहिए
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
आपका जो प्रश्न है कि मोदी को वोट ना देने वालों को ज्यादा उतना करने का अधिकार क्यों ऐसा नहीं है अगर कोई भी सरकार या को भी व्यक्ति किसी विशेष देश या राज्य के लिए कार्य करता है कि मोदी जी को वोट नहीं दिया या वोट दिया है और दिए हुए व्यक्ति को भी अधिकार है कि वह बोल सके और नहीं भी बोल सकता है ऐसा कुछ भी नहीं है लेकिन आपका जो प्रश्न है कि आलोचना करने का अधिकार के अधिकार होने चाहिए अगर सब आलोचक नहीं होंगे तो मुझे नहीं लगता कि एक समय के साथ कार्य हो पाएगा ठीक है सत्ता में बैठी है भारतीय जनता पार्टी नरेंद्र मोदी जी देश के प्रधानमंत्री हैं लेकिन वे किसी भी विशेष चीज के पीछे आलोचकों का होना भी बहुत ज्यादा जरूरी है कि आलोचक होते हैं जो आपको शक्ति देते हैं जो आपको दोबारा समृद्ध बनाते हैं आपको शक्तिशाली बनाते हो आप को खड़ा करने में देखिए हर चीज में किसी ना किसी में ढूंढ बोले जैसे अगर आप कहीं नरेंद्र मोदी सरकार एक बेहतर सरकार है तो मैं भी कह सकता हूं नरेंद्र मोदी सरकार है कुछ खामियां भी हैं तो जाहिर सी बात है आलोचकों का ध्यान उन विभिन्न विषयों पर विशेष प्रभाव रहता होगा तो उनको अधिकार है बोलने की बेरोजगारी और इन्वायरमेंट पर उतना ध्यान ना देना नहीं जा सकती नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोलने की कुछ मुद्दे हैं जैसे कि मजदूरों को बढ़ावा मिलना चाहिए किसानों के लिए तो ऐसा बेचे आप आलोचकों को प्रतिबंधित नहीं कर सकते उनका अधिकार है ऐसा इंडियन सिटीजन भारत के नागरिक होने के नाते उनका अधिकार है कि आलोचना कर सकते हैं
Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App!